सीएम के रक्षाबंधन में जुटी भीड़, मास्क गायब, टीके के बाद भी खतरा बरकार, होली के बाद आई दूसरी लहर, रक्षाबंधन में तीसरी का डर, अब पैथोलॉजिकल जांच मुफ्त
उत्तराखंड में तो सीएम पुष्कर सिंह धामी का कई मर्तबा नाम और मुंह से मास्क सरक रहा है। ये स्थिति ठीक उसी तरह है जब कोरोना की दूसरी लहर से पहले भी नेताओं के मास्क सरकने लगे थे। अब प्रदेश के मुखिया ही यदि ऐसी लापरवाही बरतने लगे तो आम जनता से क्या उम्मीद की जाएगी। यदि ऐसी भीड़ में नियमों का पालन ही नहीं करना है तो फिर क्यों कोरोना कर्फ्यू का ढकोसला कर रहे हो। अभी कोरोना समाप्त नहीं हुआ। अभी राज्य में हर व्यक्ति को टीका भी नहीं लग पाया है। ऐसे में आप कार्यक्रम जरूर कीजिए। फोटो जरूर खिंचवाइए, लेकिन कोरोना के नियमों का पालन जरूर कीजिए। क्योंकि कोरोना समाप्त नहीं हुआ है। तीसरी लहर की संभावना जताई जा रही है। इसमें बच्चों को खतरा बताया जा रहा है। वहीं, सीएम की भीड़ में सबसे आगी की पंगती में स्कूली विद्यार्थी ही नजर आ रहे हैं। इनमें कुछ ने तो मास्क लगाया है। कुछ ने नाक व मुंह के नीचे मास्क लटकाया हुआ है।
वहीं, सीएम खुद भी कई बार मास्क में दिखते हैं तो कभी उनका मास्क गायब हो रहा है। जैसे सामने वाले के चेहरे को वे पढ़ लेते हों कि इससे कोरोना का कोई खतरा नहीं हो सकता है। ये भी याद रखना जरूरी है कि होली मिलन के कार्यक्रमों दौरान उमड़ी भीड़ के बाद ही कोरोना की दूसरी लहर आई थी। अब रक्षाबंधन के कार्यक्रमों में भी ऐसी भीड़ जुटा कर क्यों हम तीसरी लहर को न्योता दे रहे हैं।
बढ़ा लें कोरोना को लेकर अपना ज्ञान, टीके के बाद भी हो रहे संक्रमित
अभी खतरा टला नहीं है। वैक्सीन लगवाने के बाद भी देश में ढाई लाख से ज़्यादा लोगों को हुआ कोरोना हो चुका है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, अब तक देशभर में कुल 2 लाख 58 हजार 560 लोगों में ब्रेकथ्रू इन्फेक्शन (टीका लेने के बाद संक्रमण) हुआ है। इसमें टीके की पहली डोज के बाद 1 लाख 71 हजार 511 लोग और दूसरी डोज के बाद 87 हजार 49 लोगों में ब्रेकथ्रू इन्फेक्शन के शिकार हुए। ऐसे में उत्तराखंड में भीड़ जुटाना और मास्क, शारीरिक दूरी संबंधित नियमों की लापरवाही कहां तक ठीक है।
राजनीतिक दलों के कार्यक्रमों में भीड़, नियम हवा
ऐसा नहीं है कि मुख्यमंत्री या फिर उनकी कैबिनेट के मंत्री और भाजपा नेता ही भीड़ जुटा रहे हैं। दूसरे राजनीतिक दल भी इसमें पीछे नहीं हैं। गत दिवस दिल्ली के सीएम अरविंद केरजरीवाल के रोड शो में भी इसी तरह की भीड़ देखी गई। चाहे आशाओं का प्रदर्शन हो या फिर आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का। या फिर धार्मिक और सामाजिक संगठनों के कार्यक्रम। सभी में कोरोना के नियम हवा हो रहे हैं और भीड़ जुट रही है। ऐसे में अब सवाल उठता है कि कोरोना के नियम किसके लिए बनाए गए हैं। त्योहारों में राखी के नाम पर फिर भीड़ उमड़ने लगी है। पहले होली के दौरान होली मिलन की भीड़ के बाद ही कोरोना की दूसरी लहर आई थी। अब रक्षाबंधन के नाम पर जुट रही भीड़ कहीं तीसरी लहर का कारण न बने।
गुनियाल गांव में आयोजित रक्षा बंधन समारोह, सीएम को महिलाओं ने बांधी राखी
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मंगलवार को मसूरी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत सामुदायिक भवन, गुनियाल गांव में आयोजित रक्षाबंधन समारोह में शामिल हुए। इस अवसर पर उपस्थित महिलाओं को रक्षाबंधन की शुभकामना देते हुए उन्होंने कहा कि रक्षा बंधन भाई-बहन के पवित्र बंधन का त्यौहार है। रक्षा बंधन महिलाओं के सम्मान का भी पर्व है। उन्होंने कहा कि महिलायें हर क्षेत्र में आगे आयें इसके लिये प्रयासरत हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने क्षेत्र वासियों की मांग पर गुनियालगांव में पंपिंग पेयजल योजना तथा चन्द्रेली में मिनी ट्यूबवेल लगाये जाने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का अभियान शुरू किया। प्रधानमंत्री जी की दूरदर्शिता का परिणाम है कि इस अभियान से व्यापक जनजागरूकता आई है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में बेसहारा हुए बच्चों के लिये मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना में प्रति माह 3-3 हजार रूपये की सहायता राशि दी जा रही है। इसके साथ ही इन्हें निःशुल्क राशन, निःशुल्क शिक्षा की व्यवस्था भी की जा रही है। जिलों के डीएम इन बच्चों की सम्पत्ति का संरक्षण भी करेंगे। अनाथ बच्चों के लिए नौकरियों में पांच प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण की व्यवस्था करने वाला उत्तराखण्ड पहला राज्य है। सरकार इन बच्चों के कौशल विकास पर भी ध्यान देगी।
उन्होंने कहा कि राज्य के युवाओं के हित में कोरोना के कारण पिछले एक वर्ष के दौरान प्रतियोगिता परीक्षा के लिये अधिकतम आयु पूरी करने वालों को आयु में एक वर्ष की छूट प्रदान की जाने की व्यवस्था की है। लोक सेवा आयोग, संघ लोक सेवा आयोग, एन.डी.ए. सी.डी.एस. आदि प्रतियोगिता की प्रारम्भिक परीक्षा पास करने वाले युवाओं को मेन परीक्षा की तैयारी के लिये 50 हजार की धनराशि प्रदान किये जाने का निर्णय किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में सभी को निःशुल्क कोविड वैक्सीन का अभियान चल रहा है। राज्य को पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध हो रही है। राज्य में सभी लोगों का आगामी चार माह में वैक्सीनेशन कर दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि राज्य में कोरोना से बचाव के लिये सभी आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित की गई हैं।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने क्षेत्र के विकास में सहयोग के लिये मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि क्षेत्र का सर्वांगीण विकास उनकी प्राथमिकता रही है। उन्होंने क्षेत्रीय जनता का भी आभार जताया। इस अवसर पर श्रीमती संध्या थापा, श्री दीपक पुण्डीर सहित बड़ी संख्या में क्षेत्र के ग्राम प्रधान एवं महिलायें उपस्थित रहे।
ट्राइफेट से जुड़ी महिलाओं ने सीएम को बांधी राखी
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास में ट्राइफेड की ओर से आयोजित रक्षा बंधन कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर महिलाओं ने सीएम की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधकर उनको रक्षाबंधन पर्व की शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री ने सभी को रक्षाबंधन की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि राखी का पर्व भाई – बहन के पवित्र रिश्ते का प्रतीक है। त्योहार आपसी भाईचारे के साथ ही हमारे जीवन में उमंग और उत्साह का संचार करते हैं। त्योहार हमारी सांस्कृतिक पहचान होते हैं। प्राचीन संस्कृति को बनाए रखने में त्योहारों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया निशुल्क पैथोलॉजी जांच योजना का शुभारंभ
उत्तराखंड में स्वास्थ्य सेवाओं के विकास एवं विस्तार के लिये एक नयी योजना अस्तित्व में आ गयी है। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत की उपस्थिति में निःशुल्क पैथोलॉजी जांच योजना का शुभारम्भ करते हुए इसे राज्य की जनता को समर्पित किया। देहरादून के जिला चिकित्सालय (कोरोनेशन) अस्पताल) में आयोजित शुभारम्भ कार्यक्रम की अध्यक्षता राजपुर विधायक श्री खजान दास द्वारा की गयी।
निशुल्क जांच योजना से आमजन को मिलेगा लाभ: मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि इस निःशुल्क जांच योजना का लाभ समाज के अन्तिम छोर पर खड़े लोगों तक पहुंचेगा। अभी तक धन के अभाव में जो लोग अपनी जांच नहीं करा पाते थे, अब उन्हें कोई परेशानी नहीं होगी। राज्य सरकार का प्रयास है कि जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंचे।
दिसंबर तक शत प्रतिशत कोविड वैक्सीनैशन
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं की मजबूती पर राज्य सरकार का विशेष ध्यान है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में तेजी से सुधार हुआ है। राज्य में 72 प्रतिशत लोगों को कोविड वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है, जबकि 23 प्रतिशत लोगों को दूसरी डोज लग चुकी है। दिसम्बर तक राज्य में शत प्रतिशत कोविड टीकाकरण किया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पिछले सात सालों में केन्द्र सरकार से उत्तराखंड को हर क्षेत्र में मदद मिली है। सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का एजेण्डा रहा है। इस माह केन्द्र से राज्य को काविड की 17 लाख वैक्सीन मिली। अगले माह से और अधिक वैक्सीन केन्द्र से मिलेंगी।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि राज्य में निःशुल्क जांच योजना की अच्छी शुरूआत हुई। इस योजना का लाभ सभी को मिलेगा। इस योजना के प्रसार के लिए हर जिले में बड़े आयोजन किये जायेंगे। अटल उत्तराखंड आयुष्मान योजना के तहत सभी परिवारों को 05 लाख रूपये तक का निःशुल्क उपचार दिया जा रहा है। इसस योजना के तहत अभी तक 03 लाख 17 हजार से अधिक लोगों का मुफ्त ईलाज हो चुका है।
मरीजों को जांच संबंधित सुविधाएं निःशुल्क 24X7 उपलब्ध रहेंगी
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के सहयोग से राज्य के प्रमुख जिला / उप जिला चिकित्सालयों तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र स्तर पर चरणबद्ध तरीके से निःशुल्क जांच योजना आज से लागू हो गयी है। इस योजना के लागू होने से मरीजों को उपचार के दौरान डायग्नोस्टिक एवं जांच संबंधित सुविधाएं निःशुल्क उपलब्ध होगी। यह योजना पूरे वर्ष भर 24X7 कार्यशील रहेगी, ताकि आईपीडी ओपीडी एवं इमरजेन्सी में आने वाले मरीजों को पैथोलॉजी जांच के लिए किसी प्रकार की असुविधा उत्पन्न न हो।
चरणवार लागू हो रही योजना
योजना के प्रथम चरण में निःशुल्क जांच की सुविधा राज्य के 06 जनपदों क्रमश: अल्मोड़ा, टिहरी, देहरादून, नैनीताल, हरिद्वार एवं ऊधमसिंहनगर में स्थित 38 जिला उप जिला चिकित्सालय तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर चरणबद्ध तरीके से लागू की जा रही है। द्वितीय चरण में राज्य के शेष जनपदों के 32 चिकित्सा इकाईयों पर यह सुविधा चरणबद्ध तरीके से लागू होगीं।
योजना में 207 प्रकार की पैथोलॉजिकल जांच शामिल
योजना का क्रियान्वयन राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा लोक निजी सहभागिता के अनुसार होगा। निःशुल्क जांच योजना के अन्तर्गत 207 प्रकार की पैथोलॉजिकल जांच को सम्मिलित किया गया है, जिसके लागू होने से सरकारी अस्पतालों में पैथोलॉजी सुविधाओं का सुदृढीकरण होगा।
स्टैंडर्ड डायग्नोस्टिक प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा सुनिश्चित
सेवा प्रदाता के साथ किए गए अनुबंध के अनुसार लैब / प्रयोगशाला हब मॉडल के अनुसार कार्य करेगी, जिसे कलेक्शन सेंटर एंड टेस्टिंग सेंटर या स्पोक कलेक्शन सेंटर मॉडल अनुरूप क्रियान्वित किया जायेगा। लैब द्वारा की जाने वाली समस्त जांचों एवं वहां पर कार्य करने वाले तकनीशियन / पैथोलॉजिस्ट एवं अन्य मानव संसाधन के संबंध में एन०ए०बी०एल० गाईडलाईन / एस0ओ0पी0 का अनुपालन करना आवश्यक किया गया है।
ॉपैथोलॉजी सैम्पल जांच रिपोर्ट के संबंध में आन्तरिक एवं बाह्य गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए सेवा प्रदाता द्वारा स्टैंडर्ड डायग्नोस्टिक प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित किया जायेगा। इसके अतिरिक्त यह लैब समुदाय हेतु प्राइमरी डायग्नोस्टिक टेस्ट की उपलब्धता भी सुनिश्चित करेगी।
वित्तीय वर्ष 2021-22 के अन्तर्गत राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा इस योजना को संचालित करने के लिए रू० 5 करोड़ का बजट प्राविधान किया गया है। मिशन द्वारा अनुबंधित फर्म के स्तर से लगभग 500 मानव संसाधन का रोजगार सृजन होगा, जिन्हें सेवा प्रदाता की ओर से नियुक्त किया जा रहा है। इस योजना के लागू होने से उपचार के दौरान मरीजों के अतिरिक्त जेब खर्च में कटौती होगी और जन सामान्य को स्वास्थ्य उपचार लेने में सहायता होगी।
योजना के शुभारम्भ अवसर पर सचिव अमित नेगी, स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. तृप्ति बहुगुणा, निदेशक एनएचएम डॉ सरोज नैथानी, जिला चिकित्सालय की प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. शिखा जंगपांगी, चन्दन हैल्थ केयर के डायरेक्टर अमित श्रीवास्तव, एनएचएम तथा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारीगण एवं जिला चिकित्सा के समस्त चिकित्सक एवं अन्य स्टॉफ उपस्थित हुए।
अफगानिस्तान से उत्तराखंड के लोगों को लाने के प्रयास
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि अफगानिस्तान में उत्तराखंड के जो लोग फंसे हुए हैं, उन्हें वापिस सकुशल लाने के लिए राज्य सरकार हर सम्भव प्रयास कर रही है। ये लोग जल्द ही सकुशल अपने घर वापस आ जाएंगे। मुख्यमंत्री ने इस संबंध में भारत सरकार के विदेश मंत्रालय में भी बात कर आवश्यक कार्यवाही करने का अनुरोध किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम केन्द्र सरकार के लगातार सम्पर्क में हैं। केन्द्र सरकार द्वारा अफगानिस्तान से प्रत्येक भारतीय की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की जा रही है।
सामाजिक जन जागरण में समाचार पत्र पत्रिकाओं का है विशेष योगदान
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को मुख्यमंत्री आवास में मासिक पत्रिका दस्तक टाईम्स के उत्तराखंड संस्करण का विमोचन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने पत्रिका के डिजिटल संस्करण का भी लोकार्पण किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सामाजिक जनजागरण में समाचार पत्र पत्रिकाओं का महत्वपूर्ण योगदान रहता है।समाज को दिशा देने का कार्य भी पत्रकारिता से जुड़े लोगों का है। आम जनता का विश्वास पत्रकारिता से जुड़े माध्यमों पर रहता है। जनता के भरोसे को कायम रखने की जिम्मेदारी भी मीडिया की है। उन्होंने राज्य के विकास में मीडिया से सहयोग की भी अपेक्षा की।
पत्रिका के सम्पादक श्री रामकुमार सिंह ने मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा कि मुख्यमंत्रीधामी अच्छी तरह जानते हैं कि वक्त बेहद कम है और जिम्मेदारी बड़ी। इसलिये वह विकास और चुनाव दोनों पर फोकस करते हुए आगे बढ़ रहे हैं। धामी की यही सियासी समझ और परिपक्वता उन्हें युवाओं के साथ हकरे वर्ग के बीच भी लोकप्रिय बना रही हैं।
इस अवसर पर विधायक राजेश शुक्ला, पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार, सूचना महानिदेशक रणवीर सिंह चौहान, विशेष सचिव डॉ. पराग मधुकर धकाते, पत्रिका से जुड़े सुरेश बहादुर सिंह, श्री राघवेन्द्र सिंह, रंजीत गुप्ता, राजेश वर्मा सहित अन्य लोग उपस्थित थे।





