गुजरात के मोरबी पुल हादसे में मारे गए लोगों को सीपीएम ने दी श्रद्धांजलि, तिलवाड़ा पुल को लेकर सीएम को भेजा ज्ञापन

गौरतलब है कि 30 अक्टूबर की शाम करीब साढ़े छह बजे गुजरात के मोरबी इलाके में माच्छू नदी में एक केबल पुल गिर गया था। हादसे में 134 लोगों की मौत हो गई है। 100 घायल लोग मोरबी अस्पताल में भर्ती कराए गए। मरने वालों में करीब 47 बच्चे भी थे। बताया गया है कि जब पुल गिरा उस समय उस पर करीब 500 लोग थे। इस पुल को हादसे से चार दिन पहले मरम्मत के बाद खोला गया था। इस ब्रिज पर जाने के लिए 17 रुपये का टिकट लेना पड़ता है और इस ब्रिज की क्षमता महज 125 लोगों की थी।हादसे के दिन लगभग 500 लोगों को ब्रिज पर जाने दिया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
देहरादून में सीपीएम के जिला कार्यालय में हुई बैठक में वक्ताओं ने उम्मीद व्यक्त कि आने वाले गुजरात, हिमाचल के चुनाव में जनता भाजपा को सत्ता से बाहर करेगी। पार्टी ने विभिन्न समस्याओं पर संघर्ष के निर्णय के साथ ही आगामी दिनों सी आईटीयू एवं एसएफआई के राज्य सम्मेलन को सफल बनाने का भी निर्णय लिया । पार्टी ने बिगड़ती कानून व्यवस्था पर चिन्ता व्यक्त की है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस अवसर पार्टी के जिलासचिव राजेंद्र पुरोहित, नगर सचिव अनन्त आकाश, सचिव मण्डल के लेखराज, शम्भू प्रसाद ममगाई, हिमांशु चौहान, अर्जुन रावत, शैलेंद्र कुमार, रविन्द्र नौडियाल, मामचंद आदि ने विचार व्यक्त किए। अध्यक्षता भगवन्त पयाल ने की। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
वहीं, पार्टी के देहरादून सचिव अनंत आकाशी ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में तिलवाड़ा गाटर पुल के रखरखाव की मांग की। उन्होंने कहा कि कई बार शिकायत के बावजूद उक्त पुल की एक साल से स्थिति जर्जर है। राज्य सरकार बार बार ऐसे पुलों का चिन्ह्नीकरण करवा रही है, इसके बावजूद स्थिति में सुधार नहीं हो रहा है। उन्होंने समय रहते पुल की मरम्मत की मांग की। ताकि किसी बड़े हादसे को टाला जा सके।

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भानु बंगवाल
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।