उत्तराखंड में बिजली की दरों में वृद्धि के प्रस्ताव के खिलाफ माकपा का प्रदर्शन, सरकार का जलाया पुतला

इस मौके पर वक्ताओ ने कहा कि इसी साल बीजेपी की सरकार की ओर से तीन बार बिजली की कीमतों में वृद्धि की गई। अब एक बार फिर से ऊर्जा निगम ने बिजली की दर बढ़ाने का प्रस्ताव विद्युत नियामक आयोग को भेजा है। बिजली की दर बढ़ाने से राज्य की जनता पर महंगाई की मार के साथ ही दोहरी मार पड़ेगी। ऊर्जा प्रदेश की जनता भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों के चलते राज्य की जनता को ऐसी परेशानी झेलनी पड़ रही है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
वक्ताओं ने कहा है कि राज्य की भाजपा सरकार भी मोदी सरकार के नक्शे कदमों पर है। यह सरकार एक के बाद एक जनविरोधी कदम उठाकर जनता पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ डाल रही है। अब सरकार चौथी बार बिजली की दर को बढ़ाने का प्रस्ताव लाकर आमजन पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ डालने की साजिश कर रही है। वक्ताओं ने कहा है कि इस मुद्दे को लेकर आगामी पांच जनवरी को प्रदेशव्यापी आन्दोलन होगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
वक्ताओं ने भाजपा सरकार की ओर से स्थानीय परिवहन को निजी हाथों में देने की भी निन्दा की है। कहा कि भविष्य में प्रस्तावित किराया वृद्धि का भी विरोध किया जाएगा। यही नहीं, राज्य सरकार ने बाहरी कम्पनी के साथ अनुबंध करने के बाद आंचल दूध के मूल्य में भी वृद्धि कर दी है। इसीप्रकार स्मार्ट सिटी तथा अन्य योजनाओं को लाकर जनविरोधी कार्यों एवं कारपोरेट नीतियों को आगे बढ़ाया जा रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
प्रदर्शन करने वालों में पार्टी के जिला सचिव राजेंद्र पुरोहित, महानगर सचिव अनन्त आकाश, सचिव मंडल की सदस्य इन्दु नौडियाल, लेखराज, शम्भू प्रसाद ममंगाई, कृष्ण गुनियाल, विजय भट्ट, एन एस पंवार, नुरैशा अंसारी, अर्जुन रावत, कलमसिंह लिंगवाल, मामचन्द, रामसिंह भंडारी, चन्दा ममगाई, कुसुम नौडियाल, अंजली सेमवाल, संगीता नैथानी, भारती पयाल, अनिता नेगी, सुरैशी नेगी, मीना मवाल, शशी मवाल, किरण, उदय ममगाई आदि बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता शामिल थे।

Bhanu Prakash
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भानु बंगवाल
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।