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July 10, 2025

भ्रष्टाचार मिटा, अन्ना हजारे घर पर बैठे, अब दिल्ली में नजर आया, तो अरविंद केजरीवाल को लिखा पत्र, सुनाई खरी खरी

देशभर में भ्रष्टाचार को मिटाने के लिए और जन लोकपाल विधेयक को पारित कराने के लिये स्वतंत्रता संग्राम सैनानी एवं गांधीवादी नेता अन्ना हजारे ने वर्ष 2011 में दिल्ली में आमरण अनशन किया था। भ्रष्टाचार के खिलाफ उनकी इस मुहिम में अरविंद केजरीवाल, किरण बेदी, प्रशांत भूषण, बाबा रामदेव एवं अन्य अनेक प्रसिद्ध समाजसेवी शामिल थे। इसके बाद अन्ना हजारे धीरे धीरे भूमिगत होने लगे, जबकि भ्रष्टाचार देश से नहीं समाप्त नहीं हुआ। हो सकता है उनकी नजर में भ्रष्टाचार मिट गया हो। ऐसे में वह भी घर पर बैठ गए। आरोप लगते रहे कि बीजेपी और आरएसएस के इशारे पर उन्होंने आंदोलन किया था, लेकिन ये भी सच है कि उनके आंदोलन के समर्थन में पूरे देश का युवा खड़ा हो गया था। तब भ्रष्टाचार एक मुद्दा बन गया था। अब अन्ना हजारे ने फिर भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई। या कहें तो अपने आंदोलन के सहयोगी अरविंद केजरीवाल की ही मुसीबत बढ़ा दी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

दिल्ली की शराब नीति आप पार्टी के गले की फांस बनी हुई है। जहां इस मसले पर बीजेपी रोज आप पर हमलावर हो रही है। वहीं अब सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने भी शराब नीति पर खफा होकर दिल्ली सीएम केजरीवाल को चिट्ठी लिख डाली। अरविंद केजरीवाल से अन्ना ने चिट्ठी में कहा है कि वह दिल्ली में शराब की दुकानों को बंद कर दें। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने स्वराज पुस्तक में बड़ी-बड़ी बातें की थीं, लेकिन उनके आचरण में इसका असर नहीं दिख रहा है। यही नहीं, इस चिट्ठी में अन्ना हजारे ने केजरीवाल को खरी-खरी सुनाने में भी पीछे नहीं रहे। उन्होंने लिखा कि आप भी सत्ता के नशे में डूब गए हो। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

अन्ना हजारे ने अपनी चिट्ठी में लिखा है कि आपके मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार मैं आपको खत लिख रहा हूं। पिछले कई दिनों से दिल्ली सरकार की शराब नीति को लेकर जो खबरें आ रही हैं, उन्हें पढ़कर दुख होता है। अन्ना हजारे ने कहा कि महात्मा गांधी के ‘गांव की ओर चलो’ के विचार से प्रेरित होकर मैंने अपनी जिंदगी गांव, समाज और देश के लिए समर्पित की है। पिछले 47 सालों से ग्राम विकास के लिए काम कर रहा हूं और भ्रष्टाचार के विरोध में आंदोलन कर रहा हूं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

चिट्ठी में अन्ना हजारे ने लिखा- आपने स्वराज’ नाम की इस किताब में कितनी आदर्श बातें लिखी थी। इसलिए तभी से आप से बड़ी उम्मीद थी, लेकिन राजनीति में जा कर सीएम बनने के बाद आप आदर्श विचारधारा को भूल गए ऐसा लगता है। जिस प्रकार शराब का नशा होता है, उस प्रकार सत्ता का भी नशा होता है। आप भी ऐसी सत्ता के नशे में डूब गये हो, ऐसा लग रहा है। इसलिए दिल्ली राज्य में आपकी सरकार ने नई शराब नीति बनाई। ऐसा लगता हैं कि जिससे शराब की बिक्री और शराब पिने को बढ़ावा मिल सकता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

वहीं अन्ना हजारे ने अरविंद केजरीवाल को पुराने दिन याद दिलाते हुए लिखा है कि आप मनीष सिसोदिया कई बार हमारे गांव रालेगण सिद्धि आ चुके हैं। गांव वालों की ओर से किया हुआ काम आपने देखा है। पिछले 35 सालों से गांव में बिड़ी, सिगरेट, शराब बिक्री के लिए नहीं है। ये देखकर आप प्रेरित हुए थे। आप ने इस बात की प्रशंसा की थी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

इस चिट्ठी में अन्ना ने कहा कि गली गली में शराब की दुकानें खुलवाई जा सकती है। इससे भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिल सकता हैं। यह बात जनता के हित में नहीं है। ऐतिहासिक आंदोलन का नुकसान कर के जो पार्टी बनी…। नई शराब नीति को देखकर अब पता चल रहा है कि एक ऐतिहासिक आंदोलन का नुकसान कर के जो पार्टी बन गयी, वह भी बाकी पार्टियों के रास्ते पर ही चलने लगी। यह बहुत दुख की बात हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

आपको बता दें दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार ने नई आबकारी नीति को लेकर आरोपों से घिरी हुई है। बीजेपी का आरोप है कि इस नीति के जरिए पार्टी के करीबियों को फायदा पहुंचाया गया। इसके साथ ही बीजेपी ने दावा किया है कि इस नीति के जरिए बड़ा घोटाला किया गया। फिलहाल इस मामले में सीबीआई जांच कर रही है। वहीं बीजेपी की तरफ से मनीष सिसोदिया के इस्तीफे की मांग भी की जा रही है।

Bhanu Prakash

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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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