कोरोना की जंग, तकनीकी के संग, नन्हें वैज्ञानिक दिखा सकते हैं अपनी प्रतिभा, बड़ों को भी मौका, ऐसे करें आवेदन

राष्ट्रीय तकनीकी दिवस पर वैज्ञानिकों की संस्था स्पेक्स उत्तराखंड में बाल वैज्ञानिकों की ऑनलाइन राज्यस्तरीय प्रतियोगिता-2021 का आयोजन कर रही है। बाल वैज्ञानिकों के साथ ही उच्च शिक्षा के छात्रों के लिए आयोजित की जा रही इस प्रतियोगिता को उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद देहरादून के सहयोग आयोजित किया जा रहा है। इस प्रतियोगिता का शीर्षक नन्हें वैज्ञानिक “कोरोना की जंग -तकनीकी के संग” पर आधारित है।
स्पेक्स के सचिव डॉ. बृज मोहन शर्मा ने बताया कि इस प्रतियोगिता का उद्देश्य बच्चों को कोरोना महामारी के समय नवोन्मेष शोधो के लिए प्रेरित करना है। साथ ही उनमें वैज्ञानिक चेतना का संचार करना है। उनके द्वारा इस कालखंड में उपयोग में लाए जाने वाली उन विधियों एवं अविष्कारों को समाज में उजागर करना होगा, जो उन्होंने अपने लिए व समाजहित में अपनाई हैं।
इन नन्हें वैज्ञानिकों के शोध का लाभ जन जन को मिल सके व समाज इसका उपयोग अपने लिए समुचित रूप से कर सकें। यही इस प्रतियोगिता की सफलता होगी। क्योंकि विज्ञान आधारित सोच से ही इस महामारी से निबटा जा सकता है। स्पेक्स आमजन का आव्हान करता हैं कि अपनी सोच को विज्ञान परक बनाकर अपने जीवन की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए कटिबद्ध हो।
इस प्रतियोगिता के विषय इस प्रकार हैं-
1. स्वच्छता
2.खान पान
3. जल गुणवत्ता
4.आयुष
5.स्थानीय आवश्यकता के अनुरूप
प्रतियोगिता में ऐसे लें भाग
इसके लिए प्रतिभागी नन्हें वैज्ञानिकों को किसी भी एक विषय को चुनकर विज्ञान आधारित मॉडल बनाना है। मॉडल बनाकर उसका वीडिओ बनाना है। इस वीडिओ की अवधि एक मिनिट से ज्यादा न हो। वीडियो में मॉडल के बारे में समझाना होगा। अपना एक मिनिट का वीडिओ बनाकर ईमेल
specs.ecocampaign@gmail.com पर भेजना हैं । याद रहे कि वीडिओ एक मिनिट की अवधि से ज्यादा न हो। मोबाइल को लैंडस्केप मे शूट करें तथा वीडिओ में मॉडल के वैज्ञानिक आधार एवं सिद्धांत का स्पस्ट उल्लेख हो।
प्रतिभाग करने वाले बाल वैज्ञानिकों की श्रेणी
इस प्रतियोगिता को चार वर्गों मे बांटा है।
प्रथम – कक्षा पांच से आठ तक
द्वितीय-कक्षा नौ से 12 तक।
तृतीय-स्नातक और चतुर्थ – स्नातकोत्तर आदि ।
हर वर्ग में हैं पांच पुरस्कार
डॉ. बृजमोहन शर्मा के मुताबिक प्रत्येक वर्ग में पांच पुरस्कार प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय तथा दो सांत्वना पुरुस्कार दिए जाएंगे। साथ ही प्रतियोगिता के नियम एवं शर्तों को पूर्ण करने वाले प्रत्येक प्रतिभागी को संस्था की ओर से प्रमाण पत्र दिया जाएगा। यह प्रयास अपने आप में एक अनूठा प्रयास है। इसके माध्यम से बच्चों एवं वयस्कों में वैज्ञानिक चेतना का संचार होगा। वे वैज्ञानिक शोधों को स्थानीय आवश्यकता के अनुरूप बनाने में कार्य कर सकेंगे। यह प्रतियोगिता दिनांक 28 अप्रैल 2021 से 7 मई 2021 रात्रि 12 बजे तक रहेगी।
इनका है सहयोग
उन्होंने बताया कि यह प्रतियोगिता पंडित ललित मोहन गवर्नमेंट पीजी कॉलेज ऋषिकेश उत्तराखंड, नासी चेप्टर, गति सोसाइटी, लोकसंचार एवं विकास समिति, श्रमयोग आदि के सहयोग से सम्पादित की जा रही है।
इस प्रतियोगिता के समन्वयक डॉक्टर बृज मोहन शर्मा, डॉक्टर डीपी उनियाल, सह संजोजक डॉक्टर गुलशन ढींगरा, डॉक्टर अजय कुमार, नीरज उनियाल, चंद्रा आर्य, योगेश भट्ट और मोना बाली आदि हैं।
Very innovative and good for Children and Teachers.
बहुत अच्छी ,समजुप्योगी खबर ह।