कोरोना की रफ्तार पड़ी सुस्त तो अब सप्ताह में तीन दिन सीएम तीरथ का जनता मिलन कार्यक्रम
कोरोना की दूसरी लहर की रफ्तार धीमी पड़ी तो अब उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने जनता मिलन कार्यक्रम के दिन तय कर दिए हैं। फिलहाल जनता मिलन कार्यक्रम तो ठीक हैं, लेकिन ध्यान यह भी रखा जाए कि कोरोना को लेकर कहीं कोई चूक न हो जाए। क्योंकि तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए सुरक्षा उपाय भी जरूरी हैं। अब चुनाव निकट आ रहे हैं तो सीएम को जनता के बीच जाना ही पड़ेगा, साथ ही कोरोना के नियमों का पालन का भी ध्यान रखा जाए।मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत का जनप्रतिनिधियों, पार्टी पदाधिकारियों, विधायकों, गणमान्य व्यक्तियों, मीडिया प्रतिनिधियों से भेंट एवं बैठकों आदि का एक माह का साप्ताहिक कार्यक्रम का निर्धारण कर दिया गया है। इसके तहत पूर्वाह्न के कार्यक्रम एवं मुलाकात देहरादून में कैंट स्थित कैम्प कार्यालय में होगी। वहीं, अपराह्न के कार्यक्रम/मुलाकात सचिवालय स्थित कार्यालय से होंगे।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर जारी कार्यक्रम की जानकारी देते हुए अपर सचिव मुख्यमंत्री अरूणेन्द्र सिंह चौहान ने बताया कि मुख्यमंत्री सोमवार से शुक्रवार तक पूर्वाहन 9.30 से 11 बजे तक पार्टी पदाधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों से भेंट करेंगे। सोमवार, बुधवार एवं शुक्रवार को 11 से 12 बजे तक जनता मिलन कार्यक्रम आयोजित होगा। मुख्यमंत्री सोमवार से शुक्रवार तक अपराह्न 12 से 01 बजे तक गणमान्य व्यक्तियों से मुलाकात करेंगे। अपराह्न 01 बजे से 02 बजे तक विधायको से भेंट करेंगे। विधायको से भेंट कार्यक्रम बुधवार एवं शुक्रवार को नही होगा। मुख्यमंत्री अपराह्न 4 बजे से 5.30 तक विभिन्न विभागों के प्रस्तुतीकरण एवं बैठकों में प्रतिभाग करेंगे। मुख्यमंत्री के समक्ष दिये जाने वाले प्रस्तुतीकरण एवं बैठको का आयोजन मंत्रिगणों से भेंट एवं पत्रावलियों का निस्तारण सचिवालय स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय में होगी।
मुख्यमंत्री मंगलवार एवं गुरूवार को पूर्वाहन 11 से 12 बजे तक मीडिया से भेंट करेंगे। इस दिन जनता मिलन कार्यक्रम नही होगा। मुख्यमंत्री पहले एवं तीसरे बुधवार को अपराह्न 4 बजे से 5.30 बजे तक मंत्रिगणों से मुलाकात करेंगे तथा मंत्रिपरिषद की बैठक में प्रतिभाग करेंगे। मुख्यमंत्री का शुक्रवार अपराह्न में 4 बजे के बाद तथा शनिवार एवं रविवार को क्षेत्र भ्रमण का कार्यक्रम रहेगा।
कुम्भः आस्था विरासत और विज्ञान का विमोचन
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने बुधवार को सचिवालय में कुंभ मेले के महत्व पर आधारित कॉफी टेबल बुक-कुंभः आस्था, विरासत और विज्ञान, का विमोचन किया। इस कॉफी टेबल बुक में कुंभ से सम्बंधित फोटोग्राफ्स, कुंभ की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि, कुंभ का विज्ञान आदि विषयों का समावेश किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुम्भ मेला भारत की सांस्कृतिक विरासत और आस्था का प्रतीक है। कुम्भ मेला का महत्व सर्वकालिक है। उन्होंने कहा कि कुम्भ से संबंधित इस प्रकार की रचना के प्रकाशन से कुम्भ के सांस्कृतिक एवं पौराणिकता का भी प्रचार-प्रसार होगा। उन्होंने इसके लिये प्रकाशक मंडल के प्रयासो की भी सराहना की।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार शत्रुघ्न सिंह, सलाहकार डॉ. आरबीएस रावत, आईजी कुम्भ मेला संजय गुंज्याल, यूकोस्ट के महानिदेशक डॉ. राजेन्द्र डोभाल, कुम्भ मेला नोडल अधिकारी (मीडिया) मनोज श्रीवास्तव, पुस्तक के संपादक कुँवर राज अस्थाना आदि उपस्थित थे।
सृजन का वर्चुअल शुभारंभ
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने यूनिवर्सिटी ऑफ पेट्रोलियम एंड एनर्जी स्टडीज (यूपीईएस) ‘स्कूल फॉर लाइफ’ की सोशल इंटर्नशिप ‘सृजन’ का वर्चुअल शुभारम्भ किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि अस्तित्व में आने से ही यूपीईएस समाज के लिए अपने दायित्वों के प्रति संवेदनशील रहा है। छात्रों को शैक्षणिक गतिविधियों के साथ ही सांस्कृतिक और गैर शैक्षणिक गतिविधियों के क्षेत्र में भी अनेक अवसर प्रदान करता रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नीति एवं मौलिक शिक्षा हमारी सांस्कृतिक विरासत की देन है। सृजन इंटर्नशिप हमारी भावी पीढ़ी को देश व समाज की उन्नति के लिए रचनात्मकता एवं सकारात्मकता में सहयोग देगी। उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह इंटर्नशिप छात्रों के जीवन को बेहतर बनाने में सहायक होगी। इस अवसर पर वर्चुअल माध्यम से कुलाधिपति यूपीईएस डॉ. जे.एस. चोपड़ा, कुलपति डॉ. सुनील राय, मुख्यमंत्री के विशेष कार्याधिकारीजे. सुन्द्रियाल आदि उपस्थित थे।
रेवियन कंपनी ने भेंट किया पांच लाख का चेक
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत से रेवियन कंपनी के डायरेक्टर आलोक शंकर ने भेंट कर कोविड-19 महामारी के दृष्टिगत रेवियन कम्पनी की ओर से मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए पांच लाख रूपये का चैक सौंपा। मुख्यमंत्री ने इसके लिए रेवियन कंपनी का आभार व्यक्त किया।




