Loksaakshya Social

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

April 22, 2025

कोरोना फिर से हो रहा है जानलेवा, तमिल एक्टर और डीएमडीके नेता विजयकांत की मौत

भारत में एक बार फिर से कोरोना जानलेवा होता जा रहा है। तमिल सिनेमा के एक्टर और तमिलनाडु की डीएमडीके पार्टी के संस्थापक विजयकांत का 71 साल में निधन हो गया है। उन्होंने गुरुवार को चेन्नई के एमआईओटी अस्पताल में अपनी आखिरी सांसे ली। वे कोरोना पॉजिटिव होने के बाद वेंटिलेटर पर थे। विजयकांत को सांस लेने में तकलीफ की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था और वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था। अस्पताल के एक बयान में कहा गया कि निमोनिया के लिए भर्ती होने के बाद विजयकांत वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे। वे कोरोना पॉजिटिव भी पाए गए, जिसके बाद उन्हें सांस लेने में तकलीफ महसूस होने लगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

‘कैप्टन’ के नाम से मशहूर विजयकांत का जीवन तमिल फिल्म उद्योग में एक सफल करियर से जुड़ा है। उन्होंने 154 फिल्मों में अभिनय किया। उन्होंने नरसिंहा, कैप्टन प्रभाकरण, धर्म चक्रम जैसी सुपरहिट फिल्मों में काम किया था। इतना ही नहीं वे एक सफल डायरेक्टर और प्रोड्यूसर भी थे। नादिगर संगम (आधिकारिक तौर पर साउथ इंडियन आर्टिस्ट्स एसोसिएशन (SIAA) के रूप में जाना जाता है) में एक पद पर रहते हुए, विजयकांत ने दक्षिण फिल्म उद्योग में क्रांतिकारी बदलाव लाए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

इसके बाद विजयकांत ने राजनीति का रुख लिया। वे 2011 से 2016 तक तमिलनाडु विधानसभा में विपक्ष के नेता थे। उन्होंने तमिलनाडु की DMDK पार्टी की भी स्थापना की। 2006 में DMDK ने सभी विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ा और कुल वोट शेयर का केवल 10 प्रतिशत हासिल किया। हालाँकि, संस्थापक-नेता को छोड़कर पार्टी का कोई भी उम्मीदवार जीत की ओर नहीं आया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

पीएम मोदी ने विजयकांत को श्रद्धांजलि दी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स (सोशल मीडिया) पर साझा किया- विजयकांत जी के निधन से बेहद दुखी हूं। वे तमिल फिल्म जगत के एक दिग्गज कलाकार थे, जिन्होंने लाखों लोगों का दिल जीता। एक राजनीतिक नेता के रूप में, वे गहराई से प्रतिबद्ध थे। सार्वजनिक सेवा के लिए, उन्होंने तमिलनाडु के राजनीतिक परिदृश्य पर एक स्थायी प्रभाव छोड़ा। उनका निधन एक शून्य छोड़ गया है जिसे भरना मुश्किल होगा। वे एक करीबी दोस्त थे। मैं उनके साथ अपनी बातचीत को याद करता हूं। इस दुखद घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ हैं। ओम शांति।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो।

+ posts

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page