कोरोना बुलेटिन: भूल चूक या अस्पतालों की लापरवाही, मौत 136 , आंकड़ा बढ़ा 223, भूपत सिंह बिष्ट
तीरथ सरकार कोरोना की दूसरी लहर को साधने में भरसक प्रयास कर रही है। वहीं, दूसरी तरफ इसके विपरीत कोरोना बुलेटिन को प्रदेश के अस्पताल अर्से बाद भी पूरी गंभीरता से नहीं ले रहे हैं।
तीरथ सरकार कोरोना की दूसरी लहर को साधने में भरसक प्रयास कर रही है। वहीं, दूसरी तरफ इसके विपरीत कोरोना बुलेटिन को प्रदेश के अस्पताल अर्से बाद भी पूरी गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। अब आंकड़ों को छुपाने और लापरवाही बरतने वाले मामले ज्यादा आने लगे हैं। ऐसे में आंकड़े छिपाने वाले अस्पताल के साथ ही अधिकारियों को कसने का समय आ गया है।
कल 17 मई की कोरोना बुलेटिन में मौत का आंकड़ा 136 बताया गया है, लेकिन कुल मौत बढ़कर 5034 हो गई हैं। 16 मई को कुल मौत 4811 बतायी गई। यानि 24 घंटे में मौत 223 बढ़ गई। बुलेटिन के पेज 15 में 17 मई की मौत 136 और नीचे अलग से 87 मौत का विवरण दिया गया है। 72 मौत उधमसिंह नगर में और 15 मौत हरिद्वार में हुई हैं। ये किन कारणों से पहले दर्ज नहीं हो पायी हैं, कुछ स्पष्ट नहीं है।
उधम सिंहनगर की 72 मौत 28 अप्रैल से 13 मई के बीच होना बताया गया है। इनमें 7 मौत नव्या हास्पीटल में 5 मई से 13 मई के बीच होना बताया गया है। जेएलएन डिस्ट्रिक हास्पीटल रूद्रपुर में 65 मौत 28 अप्रैल से 7 मई के बीच हुई हैं और 72 मौत उधम सिंह नगर की सूची में जोड़ने से कल उधम सिंह नगर में 95 मौत पिछले कल से बढ़ गई। 16 मई को उधम सिंह नगर में 399 मौत का आंकड़ा, अब बढ़कर 494 हो गया है।
15 मौत बीएचईएल, हरिद्वार में 01 मई से 12 मई के बीच हुई और ये बुलटिन में कल जोड़ी गई हैं। कोरोना बुलेटिन में मात्र तेरह जनपदों का आंकड़ा रोजाना प्रसारित किया जाता है।यह बुलेटिन लाखों लोग देश विदेश में पोर्टल के माध्यम से देखते हैं। साथ ही एक दूजै के साथ शेयर करते हैं।
बुलेटिन में पिछले आंकड़ों को समाहित करना या बदलना अब सामन्य होता जा रहा है। 5 मई की बुलेटिन में चमोली जनपद में मौत की संख्या 32 चल रही थी और 6 मई को अचानक घट कर 21 रह गई। 11 मौत दूसरे जनपदों की थी जो कि चमोली जनपद में गलती से जोड़ दी गई। यह लापरवाही किस स्तर पर की जा रही हैं और प्रशासन इस को लेकर कितना सचेत है। यह भी अभी साफ होना बाकि है।
13 मई को हरिद्वार जनपद, (जो कि देश – विदेश में कुंभ मेले के आयोजन में कोरोना संक्रमण का हाट स्पाट बनाकर चर्चित रहा है ) में मौत की संख्या 356 बतायी गयी, लेकिन अगले दिन 14 मई को मौत बढ़कर 422 हो गई। बुलेटिन में नोट दिया गया कि बाबा बर्फानी हास्पीटल हरिद्वर ने 65 मौत के आंकड़े समय पर प्रेषित नहीं किए। यह 65 मौत 25 अप्रैल से 12 मई के बीच हुई हैं।
इस लापरवाही पर प्रशासन ने हास्पीटल के सीएमओ / अधीक्षक को नोटिस जारी किए और अगली बार लापरवाही पर कड़ी कार्यवाही करने की चेतावनी जारी की है। अब उधम सिंह नगर और हरिद्वार में फिर पिछली तारीखों में हुई मौत के आंकड़े छन – छन कर बाहर आ रहे हैं। साथ ही दैनिक मौत के आंकड़े अचानक उछाल भर कर आम नागरिकों के लिए निराशा और दहशत भर रहे हैं। देहरादून के नामी गिरामी अस्पतालों में हुई मौत को अगले दिनों में दर्ज करने के मामले कई बार बुलेटिन में देखे गए हैं।
सीएम के प्रयास को लगा रहे पलीता
उत्तराखंड में पिछली त्रिवेंद्र सरकार के समय से अब आईसीयू बैड, वैंटीलेटर और आक्सीजन बेड को बढ़ाने के तेजी से प्रयास चल रहे हैं। एक मुलाकात में मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने बताया कि मैंने 10 मार्च को नई जिम्मेदारी संभाली। एक अप्रैल को 836 आईसीयू बेड की संख्या एक मई को 1336 तक बढ़ायी गई हैं। इसी प्रकार वैंटीलेटर 695 से एक मई को 842 तक बढ़ाये गए। एक अप्रैल को आक्सीजन बेड 3535 को एक मई तक 6 हजार से पार पहुंचा दिया गया है। कोरोना और गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों के लिए एक मई के बाद भी स्थायी और अस्थायी हास्पीटलों में निरंतर लाईफ स्पोर्ट संसाधनों को बढ़ाया जा रहा है।
लेखक का परिचय
भूपत सिंह बिष्ट
स्वतंत्र पत्रकार देहरादून, उत्तराखंड
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।