उत्तराखंड संयुक्त ट्रेड यूनियन्स संघर्ष समिति का कन्वेंशन, मोदी सरकार को सत्ता से बेदखल करने का संकल्प
उत्तराखंड संयुक्त ट्रेड यूनियन्स संघर्ष समिति का एक दिवसीय कन्वेंशन देहरादून में महात्मा खुशीराम लाइब्रेरी में आयोजित किया गया। इसमें मोदी को सत्ता से बेदखल करने के संकल्प लिया गया। इस दौरान वक्ताओं ने मोदी सरकार की नीतियों पर जमकर हमला बोला। साथ ही कहा गया कि अब वक्त आ गया है कि श्रमिक विरोधी इस सरकार को सबक सिखाया जाए। नहीं तो देश की स्थिति बदतर हो जाएगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए पूर्व केबिनेट मंत्री और इंटक के प्रदेश अध्यक्ष हीरा सिंह बिष्ट ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा सार्वजनिक संस्थानों को बेचने का काम किया है। उन्होंने मजदूरों पर हमले किये हैं। इसके तहत वर्षो पुराने 44 श्रम कानूनों में से 29 प्रभावशाली श्रम कानूनों को ऐसे समय में समाप्त करने का प्रयास किया गया, जब वर्ष 2020 में पूरी दुनियां करोना से जूझ रही थी। सारी दुनियां में त्राहि -त्राहि मची थी। तब मोदी ने संसद में आपदा को अवसर में बदलते हुए मजदूरों के सुरक्षा कवच श्रम कानूनों को समाप्त कर 4 श्रम संहितायें पारित कर दी। लेकिन, ट्रेड यूनियनों के आंदोलन के दबाव में इन श्रम कानूनों को लागू नही कर सके हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि यदि इस बार फिर मोदी सरकार आ गयी तो श्रमिक गुलाम बन जायेगा। उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन के प्रत्याशियों को समर्थन करना अब समय की मांग है। जनता समझ गयी है कि मोदी की तानाशाही को समाप्त करने के लिए इस चुनाव में उन्हें हराकर किया जा सकता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस अवसर पर सीटू के प्रांतीय सचिव लेखराज ने कहा कि भाजपा की मोदी सरकार की ओर से कई हमले मजदूर वर्ग व किसानों पर किये गए हैं। इनमे श्रम कानूनों को समाप्त करने, सार्वजनिक उपक्रमो को निजी हाथों में बेचा दिया है। इस सरकार के द्वारा मजदूरों की लंबे समय से 26 हजार न्यूनतम वेतन की मांग को दरकिनार करते हुए कॉरपोरेट के पक्ष में नीतियां बनाई हैं। इससे वर्कर गुलामी का जीवन जीने को मजबूर है। उन्होंने कहा कि सीटू, एटक, इंटक सहित देश व प्रदेश के मजदूर इस सरकार को सत्ता से हटा कर ही दम लेगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस अवसर पर उत्तराखण्ड संयुक्त ट्रेड यूनियन संघर्ष समिति द्वारा प्रस्ताव पारित किया गया कि वर्कर्स की मांगों पर समर्थन देते हुए इंडिया गठबंधन को समर्थन दिया जाएगा। साथ ही इस मौके परसीटू द्वारा बुकलेट का विमोचन भी किया गया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
सम्मेलन में इंटक के प्रदेश महामंत्री एपी अमोली, ओपी सुदी, अध्यक्ष अनिल कुमार, सीटू के जिला अध्यक्ष कृष्ण गुनियाल, भगवंत पयाल, रविन्द्र नौडियाल, एटक के प्रांतीय महामन्त्री अशोक शर्मा, समर भंडारी, वीरेंद्र नेगी, किसान नेता पूर्व ब्लॉक प्रमुख राजेन्द्र पुरोहित, आशा वर्कर्स यूनियन से शिवा दुबे, आंगनवाड़ी से जानकी चौहान, भोजन माता यूनियन से मोनिका ने विचार व्यक्त किए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस अवसर पर लक्ष्मी नारायण, एके दास, कलीम, चमन लाल, विनोद कवि, अजय शर्मा, एसएस रजवार, राकेश उनियाल, किशोर शर्मा, हिमांशू नेगी, परशुराम, बिट्टू पुंडीर, दिनेश नौटियाल, गिरजा शंकर, मनीष कुमार, राम सिंह भंडारी, कांता देवी, नरेंद्र सिंह, प्रकाश नेगी, रेखा, ममता मौर्य, पूनम सिंह, सीमा सिंह, जे.सी. कुकरेती, अजय पाल सिंह, सुनील कुमार आदि बड़ी संख्या में ट्रेड यूनियनों के प्रतिनिधि शामिल थे।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।