शिक्षा का स्तर सुधारने को चिंतन, अतिरिक्त कक्षाओं पर जोर, अब सप्ताह में दो दिन मिलेगा दूध
महानिदेशक तिवारी ने शिक्षाधिकारियों को कहा कि सभी शिक्षकों प्रेरित करें कि बच्चों की अतिरिक्त कक्षाओं को लगाया जाए। इससे बच्चों मे शिक्षा का स्तर बेहतर होगा। इसके लिए शिक्षकों को अतिरिक्त प्रोत्साहन भी दिया जायेगा। उन्होंने समीक्षा में बैठक में कहा कि सप्ताह में अभी तक एक दिन दूध मिलता था आने वाले नए साल से बच्चों को सप्ताह में 2 दिन दूध मिलेगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा गुरु की ओर से जो शिक्षा दी जाती है वह हमारे जीवन के लिए सर्वश्रेष्ठ होती है। इसके लिए गुरुओं को निस्वार्थ भावना और पूर्ण समर्पण से अपने विचारों को बच्चों तक पहुचाना उनका कर्तत्य है। उन्होंने कहा बच्चों के लिए आने वाले बोर्ड परीक्षा के लिए अभ्यास जरूरी है। जब तक बच्चे पूर्व के प्रश्न पत्रों का अभ्यास करेंगे तो वे परीक्षा में बेहतर परिणाम दे सकते हैं। इसके लिए शिक्षकों को बच्चों को अधिक से अधिक अभ्यास करना होगा। अभ्यास से ही बच्चों की राइटिंग अच्छी बनेगी, वहीं उनका मानसिक स्तर भी सुधरेगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बंशीधर तिवारी ने सभी शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिये कि जिन विद्यालयों में किचन गार्डन स्थापित है, उन किंचन गार्डनों पर केले के पेड लगाये जांए। उन्होंने सभी शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिये कि कॉलेजों मे प्री मेडिकल एवं प्री इंजीनियरिंग की तैयारी सम्पूर्ण जनपदों के मे कराई जाए। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि 2025 तक राज्य के समस्त विद्यालयों के भवनों को सुदृढ़ किया जाए। इसके लिए सभी शिक्षाधिकारी अपने-अपने स्कूलों के भवनों की अद्यतन स्थिति से अवगत करायें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया कि एक माह के भीतर सभी जनपद बालवाटिका के लक्ष्यों को पूर्ण करें। उधमसिहं नगर में 50, नैनीताल में 30, चम्पावत में 8 पिथौरागढ में 15 व अल्मोडा में 40 बालवाटिकायें बनाई जानी है। इस अवसर पर अपर निदेशक माध्यमिक लीलाधर व्यास, अजय नौडियाल, मुख्य शिक्षा अधिकारी अशोक जुकरिया, गजेन्द्र, सत्यनारायण, जितेन्द्र सक्सेना, रमेश चन्द्र आर्य जिला शिक्षा अधिकारी एचबी चन्द्र के साथ ही शिक्षा महकमे के अधिकारी उपस्थित थे।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।