इस सस्ती सब्जी का भी करो सेवन, दिल की बीमारी, एलर्जी, लू से मिलेगी राहत, बढ़ेगी मर्दाना ताकत
वैसे तो कोई भी सब्जी सेहत के लिए बुरी नहीं है। इसके लिए शर्त ये है कि सब्जी उत्पादन में कैमिकल का इस्तेमाल ना किया हो। इन सब्जियों में एक ऐसी कॉमन चीज है, जिसका इस्तेमाल हम हर सब्जी के साथ ही सलाद में भी करते हैं। जी हां, ये है प्याज। जिसे सभी दाल या सब्जी में डालकर खाया जा सकता है। साथ ही इसकी सब्जी भी बनाई जाती है। वैसे प्याज की गितनी सस्ती सब्जी के रूप में होती है, लेकिन कई बार तो प्याज के दाम भी आसूं निकालने लगते हैं। ये सेहत को कई फायदे पहुंचाता है। कारण ये है कि इसमें कई शक्तिशाली तत्व होते हैं, जो आपके शरीर को जानलेवा बीमारियों से बचाने में सक्षम हो सकते हैं। कई रिसर्च में प्याज को हार्ट डिजीज, डायबिटीज से लेकर कैंसर से बचाने में फायदेमंद माना गया है। गर्मियों में प्याज लू से बचाने में कारगर हो सकता है। इस सब्जी के अनगिनत फायदे हो सकते हैं। ऐसे में हम इसके फायदे से आपको अवगत कराएंगे। साथ ही इसके नुकसान को भी बताएंगे। इसलिए सीमित मात्रा में ही इसका सेवन करना बेहतर होगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
सामने आए कई फायदे
हेल्थलाइन की रिपोर्ट के मुताबिक प्याज सबसे ज्यादा पौष्टिक सब्जियों में शुमार किया जाता है। यह सस्ती सब्जी कई हेल्दी विटामिन, मिनरल्स और प्लांट कंपाउंड का खजाना मानी जाती है। औषधीय गुणों से भरपूर प्याज का इस्तेमाल आयुर्वेद और अन्य चिकित्सा प्रणालियों में सैकड़ों सालों से किया जा रहा है। प्राचीन काल में एथलीट अपने खून को शुद्ध करने के लिए प्याज का उपयोग करते थे। मध्यकालीन युग में इसे सिरदर्द, हृदय रोग और मुंह के घावों के इलाज में मदद करने के लिए असरदार माना जाता था। मॉडर्न साइंस ने भी प्याज को पावरफुल सब्जी माना है और रिसर्च में इसके फायदे सामने आए हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
गर्मी से राहत दिलाने को प्याज के सेवन
प्याज में प्राकृतिक रूप से ठंडक करने वाले गुण होते हैं। इसलिए ये गर्मियों में खाने में प्याज को शामिल करना बहुत फायदेमंद है। इसमें पानी की मात्रा अधिक होती है, जो शरीर में पानी की कमी को पूरा करने में मदद करता है। साथ ही, प्याज में सोडियम और पोटेशियम भी भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स का संतुलन बनाए रखने में मदद करते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
प्याज के पोषक तत्व
प्याज में फाइटोकेमिकल्स जैसे फ्लेवोनॉयड्स, पॉलीफेनोल्स और सल्फर कंपाउंड्स भी पाए जाते हैं। ये तत्व प्याज के एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी , एंटीमाइक्रोबियल और एंटी कैंसर गुणों को बढ़ाते हैं।
नोटः यह लेख सामान्य जानकारी प्रदान करता है। अधिक जानकारी लेनी हो तो विशेषज्ञ से संपर्क करें।
गर्मी की खुजली से बचाता है प्याज
प्याज में पाए जाने वाले तत्व क्वेरसेटिन और सल्फर शरीर को ठंडक पहुंचाते हैं। क्वेरसेटिन एक ऐसा तत्व है जो हिस्टमाइन नामक रसायन को भी कम करता है, जो गर्मी से होने वाली एलर्जी, रैशेज और कीड़े के काटने पर होने वाली खुजली का कारण बनता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पाचन के लिए बेहतर है प्याज
अगर आपका पाचन गड़बड़ चल रहा है तो प्याज का सेवन आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। प्याज के सलाद में नींबू और काला नमक मिलाकर खाने से गैस और अपच में आराम मिल सकता है।
लू से बचने का कारगर उपाय
गर्मियों के दिनों में शरीर को ठंडक पहुचाने में प्याज का सेवन मददगार है। प्याज में पाए जाने वाले गुण और प्याज की ठंडी तासीर शरीर को ठंडक पहुंचाने में मदद कर सकते हैं। इतना ही नहीं कच्ची प्याज के सेवन से लू से भी बचा जा सकता है।
इम्यूनिटी को बढ़ाता है प्याज
प्याज खाने से रोग प्रतिरोधक क्षमता में इजाफा होता है, क्योंकि इस सब्जी में सेलेनियम नामक तत्व होते हैं। ये तत्व इम्यूनिटी को बढ़ा सकते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ब्लड प्रेशर रहता है कंट्रोल
ज्यादा गर्मी में शरीर को अपना तापमान सामान्य बनाए रखने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। इससे दिल, फेफड़े और किडनी पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है। प्याज में मौजूद एलील सल्फाइड्स ब्लड वेसेल्स को को फैलाने में मदद करते हैं, जिससे ब्लड प्रेशर कम होता है और ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मर्दाना ताकत बढ़ाने में सहायक
प्याज को यौन इच्छा बढ़ाने वाला खाद्य पदार्थ माना जाता रहा है। कुछ अध्ययनों के अनुसार ये पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन का उत्पादन बढ़ाने में भी मदद कर सकता है। पुरानी रिसर्च बताती है कि ताजा प्याज का रस नर चूहों में टेस्टोस्टेरोन और स्खलन को बढ़ा सकता है। प्याज खाने से पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन का उत्पादन बढ़ सकता है, जिससे उनकी यौन क्षमता बेहतर हो सकती है। टेस्टोस्टेरोन एक ऐसा प्रजनन हार्मोन है, जो पुरुषों में यौन इच्छा, शक्ति और यहां तक कि ऊर्जा के स्तर को भी प्रभावित करता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दिल के लिए बेहतर है प्याज
गर्मी के दिनों में कच्ची प्याज का सेवन दिल की सेहत के लिए काफी अच्छा माना जाता है। प्याज में मौजूद गुण दिल को दुरुस्त रखने में मददगार हैं। प्याज में प्रोटीन, कार्ब्स, शुगर, फाइबर, फैट, पोटेशियम, विटामिन C समेत पोषक तत्वों का भंडार होता है। इससे हमारा इम्यून सिस्टम मजबूत हो सकता है। विटामिन सी आयरन अब्जॉर्प्शन को बेहतर बनाता है, जिससे खून की कमी नहीं होती है। प्याज में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेट खतरनाक फ्री रेडिकल्स से बचाने में सक्षम होते हैं। मेटाबॉलिज्म और नर्व सिस्टम के लिए भी प्याज का सेवन करना फायदेमंद हो सकता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है प्याज
कुछ साल पहले सामने आई एक रिसर्च में पता चला था कि प्याज के अर्क का सेवन करने से ब्लड शुगर को 50 प्रतिशत तक कम करने में मदद मिल सकती है। रिसर्च करने वाले वैज्ञानिकों ने इसे डायबिटीज कंट्रोल करने का सबसे सस्ता और आसान तरीका बताया था। प्याज में पाया जाने वाला क्रोमियम खून में शुगर की मात्रा को कंट्रोल करने में मदद करता है। प्याज पेशाब बनने की प्रक्रिया को बढ़ाता है, जिससे शरीर आसानी से खराब पदार्थों को बाहर निकाल सकता है। साथ ही, ये जलोदर (शरीर में अतिरिक्त तरल पदार्थ जमा होना) की समस्या को भी कम करता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कैंसर के खतरे को करता है कम
प्याज और लहसुन जैसी सब्जियां पेट और कोलोरेक्टल कैंसर सहित कुछ प्रकार के कैंसर के खतरे को कम कर सकती हैं। प्याज में एंटी-कैंसर प्रॉपर्टी होती है। 2014 में कुल 13,333 लोगों पर किए गए 16 अध्ययनों की समीक्षा में शोधकर्ताओं ने सुझाव दिया कि सबसे अधिक प्याज का सेवन करने वाले लोगों में सबसे कम सेवन करने वाले लोगों की तुलना में कोलोरेक्टल कैंसर का खतरा 15% कम था। प्याज में फिसेटिन और क्वेरसेटिन भी होते हैं, जो फ्लेवोनोइड एंटीऑक्सिडेंट हैं और ये ट्यूमर के विकास को रोक सकते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
हड्डियां होंगी मजबूत
हड्डियों को मजबूत करने के लिए दूध-दही, पनीर और अन्य डेयरी प्रोडक्ट को बढ़िया माना जाता है, लेकिन प्याज भी हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद कर सकता है। एक अध्ययन में पाया गया कि जो लोग प्रति दिन कम से कम एक बार प्याज खाते हैं, उनकी हड्डियों का घनत्व उन लोगों की तुलना में 5% अधिक था, जो प्रति माह एक बार या उससे कम बार प्याज खाते थे। प्याज ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने, एंटीऑक्सीडेंट के स्तर को बढ़ाने और हड्डियों के नुकसान को कम करने में मदद कर सकता है। इससे ऑस्टियोपोरोसिस को रोकने और हड्डियों के घनत्व में सुधार करने में मदद मिल सकती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इन बीमारियों को कम करने में सहायक
2010 की एक टेस्ट-ट्यूब स्टडी से पता चलता है कि प्याज का अर्क विब्रियो कॉलेरी के विकास को रोक सकता है। विब्रियो कॉलेरी एक प्रकार का बैक्टीरिया जो दुनिया के कुछ हिस्सों में बीमारियां फैलने की वजह है। प्याज से निकाला गया क्वेरसेटिन इस खतरनाक बैक्टीरिया के विकास को भी कम कर सकता है। ये बैक्टीरिया पेट के अल्सर, पाचन तंत्र में परेशानी और कुछ प्रकार के कैंसर की वजह बन सकता है। प्याज में भरपूर एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
आंतों की हेल्थ हो सकती है बेहतर
प्याज फाइबर और प्रीबायोटिक्स का अच्छा सोर्स है। इससे आंतों की हेल्थ बेहतर हो सकती है। प्रीबायोटिक खाद्य पदार्थों का सेवन लैक्टोबैसिलस और बिफीडोबैक्टीरियम स्ट्रेन जैसे प्रोबायोटिक्स को बढ़ाने में भी मदद कर सकता है। जो पाचन स्वास्थ्य को सुधारते हैं। प्याज प्रीबायोटिक्स इनुलिन और फ्रुक्टुलिगोसैकेराइड्स से भरपूर होता है, जो आपके आंत में अनुकूल बैक्टीरिया की संख्या बढ़ाने और इम्यून सिस्टम सुधारने में मदद कर सकते हैं। प्याज को डाइजेस्टिव सिस्टम को दुरुस्त करने में असरदार माना जा सकता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
प्याज खाने का सही तरीका, सलाद में कच्चा प्याज
कच्चे प्याज में विटामिन, मिनरल और एंटीऑक्सीडेंट सहित सभी पोषक तत्व बचे रहते हैं। ये शरीर को ठंडा रखने में मदद करते हैं और लू लगने से बचा सकते हैं। कच्चे प्याज में नींबू का रस, पुदीने की पत्तियां, नमक और काली मिर्च डालकर मिलाएं। इसका सेवन सीमित मात्रा में ही किया जाना चाहिए।
प्याज का रायता
दही से बना प्याज का रायता ठंडा और हाइड्रेटिंग होता है, जो शरीर के तापमान को कम करने में मदद करता है। बारीक कटे प्याज को दही के साथ मिलाएं, चुटकी भर नमक, जीरा पाउडर और कटी हुई धनिया पत्ती डालें। ठंडा करके सर्व करें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
प्याज का जूस
प्याज का रस गर्म मौसम में शरीर को ठंडा और हाइड्रेटेड रखने का एक कारगर उपाय हो सकता है। कुछ प्याज का रस निकालें और इसे बराबर मात्रा में नींबू के रस के साथ मिलाएं। स्वाद के लिए पानी में घोलें और चुटकी भर नमक डालें।
कच्चा या पकाए प्याज के सेवन में अंतर
वैसे तो ये पूरी तरह से आपकी पसंद और नपंसद पर निर्भर करता है कि आप कैसा प्याज खाना चाहते हैं। अगर बात करें कच्चे प्याज की तो इसमें उच्च मात्रा में ऑर्गेनिक सल्फर शामिल होता है, जिसके बहुत से फायदे हैं, अगर सीमित मात्रा में इसका सेवन किया जाए। एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इनफार्मेशन) की साइट पर पब्लिश पबमेड सेंट्रल (PubMed Central) की रिसर्च के मुताबिक, प्याज की बाहरी परत में अधिक फ्लेवोनोइड होता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। इसलिए, प्याज को काटते वक़्त आप इस परत को कम से कम ही हटाएं। वहीं प्याज को पकाने से उसमें शामिल पोषक तत्व काफी कम हो जाते हैं, और इससे गैस की परेशानी भी नहीं होती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कच्चा प्याज खाने से गैस की समस्या
चिकित्सकों की राय के मुताबिक, अधिक कच्चा प्याज खाने से पेट में गैस, सीने में जलन, उल्टी, ब्लोटिंग जैसी परेशानी होने लगती हैं। इसलिए प्याज को पकाकर खाने की सलाह दी जाती है।
तेज गंध
यदि आप सलाद में या किसी अन्य खाद्य पदार्थ में कच्चे प्याज का करते हैं, तो उसके बाद आपके मुंह से दुर्गंध आने लगती है।
ब्लड शुगर में कमी
कच्चा प्याज ब्लड में शुगर की लेवल को बहुत कम कर सकता है। इसलिए, जिन लोगों को शुगर की समस्या रहती है उन्हें कच्चे प्याज का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूरी लेनी चाहिए।
त्वचा पर रैशेज
कुछ लोगों को स्किन पर प्याज का रस लगाने से खुजली, जलन और रैशेज की परेशानी होने लगती है। तो ऐसे में प्याज के रस का इस्तेमाल करने से पहले पैच टेस्ट कर लेना चाहिए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
प्रेग्नेंसी
गर्भवती महिलाओं को अक्सर सीने में जलन, उलटी और मतली की परेशानी होती है। ऐसे में कच्चे प्याज का सेवन उनके लिए नुकसानदायक हो सकता है।
लिथियम
कच्चे प्याज खाने से शरीर में लिथियम की मात्रा काफी बढ़ सकती है। इसलिए, तनाव में लिथियम की दवा लेने से पहले कच्चे प्याज का सेवन करने के बारे में डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें।
ब्लड प्रेशर
प्याज के सेवन से सिस्टोलिक व डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर का लेवल घट सकता है। इसलिए, ब्लड प्रेशर की दवा का सेवन करने वाले मरीजों को प्याज खाने के मामले में डॉक्टरी सलाह लेनी चाहिए।
पेट फूलना और जलन
कच्चे प्याज में पाए जाने वाले घुलनशील फाइबर फ्रुक्टेन की वजह से पेट फूलना और जलन की समस्या भी हो सकती है। इसलिए इसे कम खाने की सलाह दी जाती है।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो।