यूपी में कांग्रेस का नया प्रयोग, साधा जातीय समीकरण, छह प्रांतों में बांटकर बनाए अध्यक्ष, प्रदेश की कमान बृजलाल खाबरी को
2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारी में हर राजनीतिक दल की तरह कांग्रेस ने भी कोशिशें शुरू कर दी हैं। संगठन को एक बार फिर से मजबूत करने की योजनाएं बनाई जा रही हैं। पूरे यूपी को इन जिन 6 प्रांतों के आधार पर बांटा गया है। इनमें पूर्वांचल, अवध, प्रयाग, बुंदेलखंड, ब्रज और पश्चिम ज़ोन है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पार्टी कार्यकारी अध्यक्षों के जरिये ना सिर्फ संगठन को मजबूत करेगी, बल्कि जातीय समीकरण को भी साधेगी। सूत्रों की मानें तो पार्टी हाईकमान जातीय और सांगठनिक अनुभव के आधार पर ही कार्य क्षेत्र का बंटवारा किया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इसी के तहत यूपी कांग्रेस की कमान अब बृजलाल खाबरी संभालेंगे। ऐसा माना जा रहा है कि पार्टी खाबरी की नियुक्ति से दलित समाज को पार्टी से जोड़ने की कवायत में लगी है। बृजलाल खाबरी प्रदेश में आक्रामक दलित नेता के बतौर जाने जाते हैं। बतौर अध्यक्ष उनके कंधों पर प्रदेश भर में दलित समाज को जोड़ने की बड़ी ज़िम्मेदारी होगी। पिछले विधानसभा चुनाव में पार्टी की करारी हार के साथ अजय कुमार लल्लू के इस्तीफे बाद से यह पद खाली चल रहा था। शनिवार को कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल ने नोटिस जारी कर पार्टी के नए प्रदेश अध्यक्ष और प्रांतीय अध्यक्षों के नामों का ऐलान किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इन्हें बनाया गया है प्रांतीय अध्यक्ष
बृजलाल खाबरी को प्रदेश अध्यक्ष के रूप में कमान सौंपने के साथ ही जिन छह नेताओं को प्रांतीय अध्यक्ष के तौर पर जिम्मेदारी मिली है, उनमें नसीमुद्दीन सिद्दीकी, अजय राय, वीरेंद्र चौधरी, नकुल दुबे, अनिल यादव (इटावा) और योगेश दीक्षित शामिल हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
प्रांतीय अध्यक्ष देखेंगे इन क्षेत्रों का काम
बात अगर प्रांतीय अध्यक्षों की करें तो ज़िला महराजगंज के फरेंदा विधायक विरेंद्र चौधरी को पूर्वांचल में पार्टी का काम देखना होगा। इनके ऊपर ख़ासतौर पर फ़ैज़ाबाद, अम्बेडकरनगर, बस्ती,महराजगंज, सिद्धार्थनगर, कुशीनगर में कुर्मी जाति को पार्टी से जोड़ने की जिम्मेदारी होगी। वहीं, प्रयाग ज़ोन में पूर्व मंत्री अजय राय को ज़िम्मेदारी मिलेगी। भूमिहार जाति से आने वाले अजय राय मज़बूत छवि के नेता रहे हैं। भूमिहार बिरादरी में अजय राय पूरब से पश्चिम तक सर्वमान्य नेता हैं। अवध और बुंदेलखंड ज़ोनों में प्रांतीय अध्यक्षों की ज़िम्मेदारी पूर्व मंत्री नकुल दुबे और योगेश दीक्षित की होगी। 2007 में मंत्री रहे नकुल दुबे का ब्राह्मण जाति में अच्छा ख़ासा प्रभाव रहा है। पश्चिम में प्रांतीय अध्यक्ष के बतौर नसीमुद्दीन सिद्दीक़ी को नियुक्त किया गया। वहीं ब्रज में यादव लैंड से आने वाले अनिल यादव(इटावा) को ज़िम्मेदारी दी गई। उत्तर प्रदेश की राजनीति के जानकार मानते हैं कि जातीय समीकरण के लिहाज़ से देखें तो यूपी में इस फ़ार्मूले के ज़रिए कांग्रेस ने एक मज़बूत चक्रव्यूह की रचना जरूर की है।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।