दून में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने फूंका पूर्व सीएम त्रिवेंद्र का पुतला, गोडसे को बताया था देशभक्त
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के नाथू राम गोडसे को देशभक्त बताने संबंधी बयान को लेकर कांग्रेस में उबाल है। आज देहरादून में महानगर कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ. जसविंदर सिंह गोगी के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन करते हुए एस्लेहाल चौक पर पूर्व सीएम का पुतला जलाया। साथ ही बीजेपी के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की गई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस मौके पर गोगी ने कहा कि राष्ट्रपिता का अपमान गाहे बगाहे भाजपा नेता करते रहें हैं, लेकिन एक वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री का ऐसा बयान हतप्रभ करने वाला है। मुख्यमंत्री धामी और भाजपा का राष्ट्रीय नेतृत्व इस वक्तव्य पर त्रिवेन्द्र के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करते हुए स्पष्टीकरण दे। एक तरफ भाजपा नेता राष्ट्रपिता के हत्यारों का महिमामंडन करते हैं, दूसरी तरफ इनके शीर्ष नेता गांधी जी का नाम देश विदेश में लेकर गांधीवादी होने का ढोंग रचते हैं। ताकि देश दुनिया को यह लगे कि भाजपा लोकतांत्रिक, उदारवादी तथा अहिंसा में विश्वास रखने वाली पार्टी है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि अंकिता भंडारी प्रकरण में भाजपा नेताओं का शामिल होना और मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल द्वारा पिटाई के मामले से यह तो स्पष्ट था कि भाजपा हिंसा में विश्वास रखती है। अब सारी हदें त्रिवेन्द्र रावत ने पार कर दी हैं। राष्ट्रपिता के हत्यारे का महिमामंडन भारत राष्ट्र के विचार और संविधान पर कुठाराघात है। यह निश्चित रूप से देशद्रोही कृत्य है। मुख्यमंत्री धामी कार्रवाई करें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि इस देश मे जिन लोगों ने लोकतंत्र और राष्ट्रीय एकता की नींव रखी। सबसे बड़ी बात अपने प्राणों का बलिदान देकर उस नींव और राष्ट्रीय एकता को सुदृढ़ किया, उन राष्ट्रनिर्माताओं के हत्यारों की प्रशंसा करना इस देश की नींव को खोदने जैसा काम है। गांधी, नेहरू और पटेल जैसी विभूतियों ने तिनका तिनका जोड़कर, जाति, धर्म, क्षेत्र, विचारधारा पर आधारित वैमनस्य का खात्मा कर भारत राष्ट्र को वर्तमान स्वरूप में स्थापित किया है। इन नेताओं मेहनत और दूरदर्शिता के कारण भारत का मान दुनिया भर में है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि भाजपा नेता विदेशों में तो गाँधी और लोकतंत्र की बात करते हैं और यहां गांधी जी के हत्यारों की प्रशंसा तथा तमाम तानाशाही के कार्य। ये पाखंड अब नहीं चलेगा। प्रदर्शन करने वाले कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कहा कि हमारी एक ही मांग है कि मुख्यमंत्री धामी अपने वरिष्ठ नेता त्रिवेन्द्र के बयान पर स्पष्टीकरण दें तथा त्रिवेन्द्र पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस मौके पर प्रदर्शन करने वालों में मुख्य रूप से प्रदेश महामंत्री गोदावरी थापली, ललित बद्री, ब्लॉक अध्यक्ष जितेंद्र तनेजा, विक्रांत राटी, पार्षद मनीष कुमार, अनूप कपूर, पूनम कंडारी, संजय शर्मा, राजेश पुंढीर, डॉ अरुण रतूड़ी, अर्जुन पासी, मेहताब, सजाद अंसारी, फारूक, आलोक मेहता, जे पी भट्टराई, लकी राणा, नरेश प्रसाद बंगवाल, प्रेम सिंह, संजय भारती, कुलदीप नरूला, राहुल तलवार, आदर्श सूद, सूरज छेत्री, वीरेंद्र पंवार, रोहित शर्मा, उत्वीर सिंह, जगपाल शर्मा, अमनदीप सिंह, अभिषेक तिवारी, अरुण बलोनी, शमीम मंसूरी, मदन लाल, अरुण, इस्लाम, आरिफ, मितलेश, मनीष गर्ग, राजा, आरिफ, अनुभव गुप्ता, आजाद, अर्जुन, दीपांशु, आदि शामिल थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ये है मामला
गौरतलब है कि त्रिवेंद्र सिंह रावत ने यूपी के बलिया में बयान दिया था कि नाथूराम गोडसे देशभक्त थे, उनकी देशभक्ति पर संदेह नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि गांधी जी को मारा वो एक अलग मुद्दा है। जहां तक मैंने गोडसे को जाना और पढ़ा है, वह भी एक देशभक्त थे। गांधी जी की जो हत्या हुई, उससे हम सहमत नहीं हैं।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।