उपनल कर्मचारियों की मांगों के समर्थन में तीन घंटे उपवास और धरने में बैठे कांग्रेस उपाध्यक्ष धस्माना
पिछले 23 दिनों से अपनी जायज मांगों को लेकर धरना दे रहे आंदोलनरत उपनल कर्मचारियों के समर्थन में आज उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना एकता विहार पहुंचे। यहां धरना स्थल पर प्रातः 11 बजे से अपराहन 2 बजे तक उपवास रख वह धरने पर बैठे। इस अवसर पर आंदोलनकारी उपनल कर्मचारियों को संबोधित करते हुए धस्माना ने कहा कि बीते चार वर्षों में राज्य की भाजापा सरकार ने उपनल में कार्यरत 22000 कर्मचारियों की सुध नहीं ली।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2018 नवंबर में उच्च न्यायालय नैनीताल ने राज्य सरकार को निर्देशित करते हुए समान काम के लिए समान वेतन, चरणबद्ध तरीके से उपनल कर्मचारियों का समायोजन व जीएसटी व सर्विस टैक्स न काटे जाने के आदेश दिए थे। इनको मानने की बजाय राज्य की बीजीपी सरकार सुप्रीम कोर्ट चली गयी व माननीय उच्च न्यायालय के आदेशों के खिलाफ एसएलपी दायर कर दी।
धस्माना ने कहा कि राज्य में युवाओं के बल पर प्रचंड बहुमत में आई सरकार ने पिछले चार वर्षों में सबसे ज्यादा उपेक्षा अगर किसी की की है तो वो युवाओं की की है। इसके कारण आज राज्य 26 प्रतिशत बेरोजगारी दर पर पहुंच कर पूरे देश में पहले पायदान पर पहुंच गया है। धस्माना ने कहा कि नए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत अगर अपनी पिछले मुख्यमंत्री की सरकार के किये पापों का पश्चताताप करना चाहते हैं तो सबसे पहले सुप्रीम कोर्ट में राज्य सरकार की एसएलपी वापस ले कर माननीय उच्च न्यायालय नैनीताल के आदेशों का पालन करें।
धस्माना ने कहा कि अगर राज्य की भाजापा सरकार ने उपनल कर्मियों के साथ न्याय नहीं किया तो 2022 में कांग्रेस की सरकार बनने पर कांग्रेस न्याय करेगी। धस्माना के साथ अनशन पर कांग्रेस नेता श्री ललित भद्री व श्री महेश जोशी भी बैठे। इससे पूर्व आज प्रातः धरना स्थल पहुंचने पर धस्माना का उपनल कर्मचारी महासंघ के संयोजक महेश भट्ट महामंत्री हेमंत रावत, विद्यासागर धस्माना गोदियाल ने फूलमालाएं पहना कर जोरदार स्वागत किया।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।