टनल हादसे के बाद श्रमिकों के रेस्क्यू से कांग्रेस असहज, एजेंसियों का उपहास: मनवीर सिंह चौहान

उत्तराखंड भाजपा ने सिलक्यारा हादसे मे रेस्क्यू एजेंसियों की कड़ी मेहनत पर प्रशंसा के बजाय स्टंट करार देने के कांग्रेस अध्यक्ष के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण और अपमान जनक बताया। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस का रवैया शुरू से ही असंवेदंशील रहा है। जब रेस्क्यू चल रहा था तो कांग्रेस रेस्क्यू के बजाय जाँच की मांग कर रही थी। जब रेस्क्यू पूरा हो गया तो इसे कांग्रेसी स्टंट बता रहे हैं। जब पूरा देश श्रमिकों के सुरक्षित निकलने पर खुशी मना रहा है तो कांग्रेस असहज क्यों है? (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मनवीर सिंह चौहान ने 17 दिन उपरांत सिलक्यारा सुरंग हादसे में सभी 41 श्रमिकों की सुरक्षित निकासी पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा और उनके साथी नेताओं की बयानबाजियों को गैरजिम्मेदाराना और असंवेदनशील बताया। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी यह सोच स्पष्ट करती है कि कांग्रेस शुरुआत से ही क्यों नकारात्मक और हतोत्साहित करने वाली बाते कर रही थी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि एक ओर देश सभी मजदूर भाइयों के सुरक्षित बाहर आने की प्रार्थना कर रहा था तो दूसरी ओर कांग्रेस बचाव कार्यों में आ रही बाधाओं को बढ़ा चढ़ा कर सबका मनोबल तोड़ने का काम कर रही थी। एक तरफ प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के प्रयासों से दुनिया भर के शीर्ष विशेषज्ञ और आपदा प्रबंधन टीम टनल में बंद जीवन को बचाने में रात दिन एक किए थी वही दूसरी तरफ कांग्रेस नेता इस युद्धस्तर की कयावद को सरकार और पीएम का इवेंट बता रही है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि प्रदेश मे अब तक जितनी अपदायें आई उन सब मे विशेषज्ञों के स्तर से जांच और कार्यवाही की गयी। जिस विद्युत करेंट हादसे की बात कर रहे है उसमे जाँच और कार्यवाही भी हो चुकी है। कांग्रेस महज भ्रम फैलाने की बात कर रही है। कांग्रेस आपदा के अवसरों पर राजनीति करती रही है। सिलक्यारा टनल मे सीएम जब मातली मे कैंप कार्यालय से कार्य कर रहे थे तो कांग्रेस मुख्यमंत्री गायब रहने के पोस्टर चस्पा की बात कर रही थी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि अब कांग्रेस अध्यक्ष कह रहे है कि सीएम मौके पर क्यों नही थे। उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस का दोहरा चरित्र है। सीएम पूरे अभियान को मॉनिटरिंग कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को स्पष्ट करना चाहिए कि वह रेस्क्यू दलों के प्रयास पर सवाल उठा रही है या उसे सरकार की कोशिशों से दिक्कत है। कांग्रेस को सकारात्मक रूप से आगे बढ़ना चाहिए और रेस्क्यू दलों के प्रयास और श्रमिकों की सुरक्षित निकासी के बाद देश भर मे छाए उल्लास मे सहभागिता करनी चाहिए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
चौहान ने कहा कि आपदा के अवसरों पर सामूहिक रूप से सामना कर पीड़ितों को राहत पहुंचाने की कोशिश होनी चाहिए, न कि उसमे राजनीतिक अवसर तलाशे जाए। हालांकि अब तक आई हर आपदा मे कांग्रेस ऐसा व्यवहार करती रही है जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ये है घटनाक्रम
गौरतलब है कि जनपद उत्तरकाशी के यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर धरासू एवं बड़कोट के मध्य सिल्क्यारा के समीप लगभग 4531 मीटर लम्बी सुरंग का निर्माण हो रहा है। इसमें सिल्क्यारा की तरफ से 2340 मीटर तथा बड़कोट की तरफ से 1600 मीटर निर्माण हो चुका है। इसमें 12 नवम्बर 2023 की सुबह सिल्क्यारा की तरफ से लगभग 270 मीटर अन्दर लगभग 30 मीटर क्षेत्र में ऊपर से मलबा सुरंग में गिर गया था। इसमें 41 व्यक्ति फँस गए। उसी दिन से श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू अभियान शुरु किया गया। टनल के अंदर फंसने वाले मजदूर बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के थे। चारधाम रोड प्रोजेक्ट के तहत ये टनल बनाई जा रही है। मंगलवार 28 नवंबर की रात रेस्क्यू के 17वें दिन श्रमिकों को बाहर निकाल लिया गया।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो।

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।