राजभवन कूच करने के लिए कांग्रेसी तैयार, बैठकों का कर रहे आयोजन

मोदी सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ 15 जनवरी को राजभवन कूच के लिए कांग्रेसी तैयार हैं। कार्यक्रम की सफलता को लेकर कांग्रेसियों ने बैठकों का आयोजन तेज कर दिया है। इस कड़ी में कैंट विधानसभा के अंतर्गत कालिंदी एंक्लेव में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना की अध्यक्षता में बैठक में भी कार्यक्रम को सफल बनाने की रणनीति बनाई गई।
इस मौके पर उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने बताया कि कांग्रेस शुरू से ही मोदी सरकार द्वारा किसानों के हितों को प्रतिकूल रूप से प्रभावित करने वाले तीनों काले कानूनों का विरोध कर रही है। उन्होंने कहा कि पार्टी का शुरू से यह स्टैंड रहा है कि ये तीनों काले कानून किसान की किसानी व उसके खेत को बर्बाद करने की एक सोची समझी साजिश है। इससे मोदी सरकार किसान और उसकी उपज को देश के चंद पूंजीपतियों के हाथों गिरवी रखना चाहती है।
धस्माना ने कहा कि केंद्र की सरकार किसानों की बात मान कर कानून रद्द करने की बजाय उल्टा किसानों पर आतंकवादी होने व पाकिस्तान तथा चीन से प्रायोजित होने जैसे घटिया आरोप लगा रही है। धस्माना ने कहा कि पिछले 48 दिनों से चल रहे आंदोलन ने आजाद भारत में एक गांधीवादी अहिंसक व अनुशाषित आंदोलन की मिसाल कायम की है। इसमें 65 से ज्यादा किसान शहीद हो चुके हैं, किंतु एक भी सरकारी संपत्ति को या सरकारी कर्मचारी या पुलिस कर्मी को नुकसान या चोट नहीं पहुंची है।
धस्माना ने कहा कि आगामी 15 जनवरी को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में प्रातः साढ़े दस बजे कांग्रेस कार्यकर्ता एकत्रित होंगे व तत्पश्चात प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में राजभवन घिराव के लिए कूच करेंगे। बैठक में प्रदेश सचिव व कैंट विधानसभा प्रभारी जगदीश धीमान, पूर्व पार्षद राजेश शर्मा, कांवली के ब्लॉक अध्यक्ष अल्ताफ, सराफत, सुरेन्द्र सूरी, सुशीला, सुमन जखमोला, कुलदीप जखमोला, जसविंदर सिंह मोटी, संजय भारती, गगन, रामकुमार थपलियाल आदि उपस्थित थे ।