विवादित बयान पर बीजेपी प्रदेश प्रभारी को कांग्रेस नेताओं ने लिया आड़े हाथ, असल मुद्दों से ध्यान भटकाने का आरोप

उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन देहरादून में उत्तराखंड कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी और उत्तराखंड प्रोफेशनल कांग्रेस की उपाध्यक्ष एवं मीडिया पैनलिस्ट सुजाता पॉल ने संयुक्त रूप से प्रेस वार्ता में भाजपा के प्रदेश प्रभारी व दुष्यंत गौतम के कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव और भारत जोड़ो यात्रा से संबंधित सवाल के उत्तर में विवादित बयान देने पर आड़े हाथों लिया एवं कड़ी आपत्ति जताई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दसोनी ने कहा कि यह पहली बार नहीं है कि दुष्यंत गौतम ने कांग्रेस के प्रति निकृष्ट स्तर की टिप्पणी की हो। दुष्यंत गौतम ने पिछले साल सितंबर 2021 में भी कांग्रेस के नेताओं के लिए अभद्र टिप्पणी की थी। इसकी शिकायत कांग्रेस जनों ने देहरादून कोतवाली पलटन बाजार में की थी। दसौनी ने कहा कि कांग्रेस के ऊपर टिप्पणी करने से बेहतर होता, यदि दुष्यंत गौतम आपके गिरेबान में झांकने का काम करते। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
गरिमा ने कहा कि भाजपाइयों ने उत्तराखंड को एक बार नहीं, कई बार शर्मसार किया है। पूर्व संगठन मंत्री संजय कुमार, पूर्व विधायक महेश नेगी व विधायक सुरेश राठोर पर लगातार उन्ही के दलों की महिलाओं के साथ दुराचार के आरोप लगाए हैं। अब वर्तमान में अंकिता हत्याकांड ने तो जैसे भारतीय जनता पार्टी और संघ को पूरी तरह से निर्वस्त्र कर दिया है। दसौनी ने कहा कि दुष्यंत गौतम का यह बयान उनकी बौखलाहट बताता है। कहीं ना कहीं यह एक सुनियोजित षड्यंत्र प्रतीत हो रहा है। क्योंकि भर्ती परीक्षाओं में भ्रष्टाचार, ध्वस्त कानून व्यवस्था, बेरोजगारी इत्यादि से चौतरफा घिरी हुई उत्तराखंड सरकार से जनता एवं विपक्ष का ध्यान भटकाने के लिए पहले बंशीधर भगत और अब दुष्यंत गौतम ने एक सोची-समझी रणनीति के तहत विवादास्पद बयान दिया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उत्तराखंड कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी ने कहा कि एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी की कुत्सित और विकृत मानसिकता दुष्यंत गौतम के बयान से उजागर हुई है। भारतीय जनता पार्टी के उत्तराखंड प्रभारी दुष्यंत गौतम ने जिस प्रकार से बड़बोलापन और बदजुबानी दिखाते हुए एक बयान में यह कहा है कि कांग्रेसी मंदिर में लड़कियां छेड़ने जाते हैं, यह उनके मानसिक दिवालियापन को उजागर करता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दसौनी ने कहा दुष्यंत गौतम के इस बयान से कांग्रेसियों का ही नहीं समस्त मातृशक्ति का अपमान हुआ है। भाजपा हाईकमान को चाहिए कि शीघ्र अति शीघ्र इस बयान का संज्ञान लेते हुए दुष्यंत गौतम से उत्तराखंड देव भूमि का प्रभार छीन लिया जाना चाहिए एवं दुष्यंत गौतम को सार्वजनिक रूप से कांग्रेस जनों से क्षमा याचना करनी चाहिए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दसोनी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी दुष्यंत गौतम के बयान की कड़े शब्दों में निंदा करती है और उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष करण मेहरा के निर्देश पर समस्त जिला अध्यक्षों को निर्देशित किया है कि वह दुष्यंत गौतम का हर जिला मुख्यालय में पुतला दहन करने के साथ-साथ उनके खिलाफ एफ आई आर दर्ज कराने का काम करें। दसोनी ने यह भी कहा कि जब सचिवालय के चतुर्थ स्थल पर वर्दीधारी मुख्यमंत्री का मीडिया मैनेज करेंगे तो प्रदेश में कानून-व्यवस्था का बंटाधार होना तो लाजिमी ही है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री सुजाता पॉल ने कहा कि भाजपा का चरित्र मुंह में राम बगल में छुरी वाला है। न केवल उत्तराखंड में, परंतु पूरे देश में भाजपा संघियों ने महिलाओं को बार-बार अपमानित किया है। पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष तीरथ सिंह रावत ने महिला की फटी जींस से महिला के चरित्र का आंकलन करते हुए अपनी मानसिकता दर्शाई थी। विधायक और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने स्वर्गीय इंदिरा हृदेश जी के लिए कहा था कि बुढ़िया होने के कारण उनके संपर्क में कौन होगा और अपनी घटिया मानसिकता दिखा दी थी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि भाजपा के उत्तर प्रदेश के पूर्व भाजपा उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह ने बसपा सुप्रीमो मायावती जी को वैश्या तक कह डाला था। मनोहर लाल खट्टर ने बढ़ते रेप की घटनाओं के लिए लड़कियों को ठीक से तैयार होने की नसीहत दे डाली थी। 2014 में मध्य प्रदेश के गृहमंत्री बाबूलाल गौर ने बलात्कार को कभी सही और कभी गलत बताया था। कैलाश विजयवर्गीय ने महिलाओं के कपड़ों द्वारा पुरुषों को उकसाने की बात कह डाली थी। महाराष्ट भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील ने मई 2022 में घर जाकर खाना पकाने की नसीहत दी थी। बांगरमऊ, उन्नाव के विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर नाबालिग के अपहरण और बलात्कार का आरोप सिद्ध हुआ और दिसंबर 2019 में माननीय न्यायालय द्वारा सजा दी गई। परंतु भाजपा ने उन्हें अगस्त 2019 तक पार्टी से निष्कासित नही किया गया, बल्कि उनका संरक्षण किया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि उत्तरप्रदेश भाजपा के विधायक चिन्मयानंद पर एक युवती द्वारा शोषण का आरोप लगा और मालिश करवाते चिन्मयानंद के तमाम वीडियो वायरल हुआ। वहीं, चिन्मयानंद का संरक्षण किया गया और लड़की पर इतना दबाव डाला गया कि उसने अपना केस वापस ले लिया। जब भी चुनाव आते हैं तो अपराधियों को बेल और परोल दे दी जाती है। देश के गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र को उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले बेल मिल गई। जिस पर किसानों को लखीमपुर खीरी में कुचलने का आरोप है। वहीं राम रहीम को पंजाब चुनाव के पहले और अब हिमाचल प्रदेश के चुनावों को देखते हुए परोल पर छोड़ दिया गया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि गुजरात में चुनाव है, इसलिए बिल्किस बानो का गैंग रेप करने वाले 11 सजा पाए हुए बलात्कारी, हत्यारों को छोड़ दिया गया है। गुजरात सरकार द्वारा माननीय उच्चतम न्यायालय में दाखिल शपथ पत्र ने यह स्पष्ट कर दिया कि भाजपा की राजनीति लोगों के ध्रुवीकरण में महिलाओं पर प्रहार करने में भी बाज नही आएगी। मार्च 2021 में सीबीआई, पुलिस अधीक्षक क्राइम ब्यूरो मुंबई और स्पेशल जज सीबीआई ने इन 11 सजा काट रहे अपराधियों की रिहाई का विरोध किया था, परंतु 7 मार्च 2022 के बाद एसपी दाहोद कलेक्टर, जिलाधिकारी दाहोद जेल सुपरिंटेंडेंट गोधरा सब-जेल, जेल एडवाइजरी कमिटी इस बात पर एकमत हो गए थे की इन 11 को छोड़ने में उनको कोई आपत्ति नहीं है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
गुजरात सरकार ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर अनुमति मांगी, जो उन्हें 10 अगस्त 2022 को मिल गई। यानी गृह मंत्री अमित शाह ने ये अनुमति दी। एक तरफ देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नरेंद्र मोदी 15 अगस्त 2022 को लाल किले से महिलाओं के सम्मान को देश के विकास से जोड़कर बता रहे थे और दूसरी तरफ बिलकिस बानो के बलात्कारियों को छोड़ा जा रहा था। यही मानसिकता आम आदमी पार्टी की भी है जो भाजपा का छोटा रिचार्ज बनकर काम कर रही है। बिल्किस बानो के मुद्दे पर और दुष्यंत गौतम के बयान पर एक शब्द नही बोल पा रही है। यही मानसिकता लेकर दुष्यंत गौतम उत्तराखंड आए हैं और मातृशक्ति के बलिदानों से बने उत्तराखंड को शर्मसार और अपमानित कर रहे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व काबीना मंत्री हीरा सिंह बिष्ट ने कहा कि ऐसी भाषा की जितनी भर्त्सना की जाए वह कम है। भाजपा को अपनी चिंता करनी चाहिए न की कांग्रेस की। ऐसे लोगों को उत्तराखंड से तुरंत हटाया जाए और इस तरह की भाषा बोलने वालों को सजा दी जाए। हीरा सिंह बिष्ट ने कड़े शब्दों में दुष्यंत गौतम के बयान की निंदा करते हुए कहा कि अच्छा होगा यदि भाजपा के प्रभारी प्रदेश में चल रही भाजपा की सरकार की विकास योजनाओं की समीक्षा करेंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
गरिमा और सुजाता ने मांग की कि दुष्यंत गौतम सभी महिलाओं से माफी मांगे और जेपी नड्डा तत्काल प्रभाव से उन्हे उत्तराखंड के भाजपा प्रभारी पद से हटाए। उन्होंने भाजपा की महिला नेत्रियों की चुप्पी पर भी सवाल उठाते हुए पूछा की क्या वे इस तरह के बयानों और कृत्यों से सहमत है। प्रेस वार्ता के दौरान शीशपाल बिष्ट राजेश चमोली एवं प्रिया थापा भी उपस्थित थे।

Bhanu Prakash
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भानु बंगवाल
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।