कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर बोला हमला, कहा- मेरे फोन में पेगासस था, खुफिया अधिकारियों ने किया था सतर्क
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ब्रिटेन के दौरे पर हैं। राहुल गांधी ने कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के बिजनेस स्कूल में छात्रों को संबोधित किया। इस दौरान राहुल गांधी ने एक बार फिर से केंद्र सरकार पर हमला बोला। ये हमला कैंब्रिज विश्वविद्यालय में एक व्याख्यान के दौरान बोला गया। राहुल गांधी ने आरोप लगाया गया कि भारतीय लोकतंत्र की बुनियादी संरचना पर हमला किया गया है। कहा कि इजरायली स्पाईवेयर पेगासस का इस्तेमाल उनके फोन में जासूसी करने के लिए किया जा रहा था। राहुल गांधी ने दावा किया कि उन्हें खुफिया अधिकारियों ने फोन पर बात करते समय “सावधान” रहने की चेतावनी दी थी। क्योंकि उनकी कॉल रिकॉर्ड की जा रही थी। राहुल गांधी कैंब्रिज विश्वविद्यालय में व्याख्यान देने गए, तो उनका लुक बदला हुआ था, वो भी चर्चा का विषय रहा। उन्होंने अपनी दाढ़ी ट्रिम करा ली है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कांग्रेस नेता और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के पूर्व सलाहकार सैम पित्रोदा ने कैंब्रिज बिजनेस स्कूल में एमबीए छात्रों को राहुल गांधी के ‘लर्निंग टू लिसन इन द 21 सेंचुरी’ विषय पर संबोधन का यूट्यूब लिंक ट्विटर पर साझा किया। इसमें राहुल गांधी कह रहे हैं कि मेरे खुद के फोन में पेगासस था। बड़ी संख्या में राजनेताओं के फोन में पेगासस था। मुझे खुफिया अधिकारियों ने फोन किया था। उन्होंने मुझसे कहा था कि-कृपया इस बात से सावधान रहें कि आप फोन पर क्या कह रहे हैं, क्योंकि आपका फोन रिकॉर्ड किया जा रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि विपक्ष में रहने पर ये वो निरंतर दबाव है जो हम महसूस करते हैं। मेरे ऊपर कई आपराधिक मामले हैं, जो किसी भी परिस्थिति में आपराधिक दायित्व वाले मामले नहीं होने चाहिए। इसी का हम बचाव करने की कोशिश कर रहे हैं। राहुल गांधी ने यह भी आरोप लगाया कि देश में संसद, प्रेस और न्यायपालिका पर दबाव डाला जा रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि हर कोई जानता है और इसे लेकर कई खबरें भी हैं कि भारतीय लोकतंत्र दबाव में है। इस पर कई हमले हो रहे हैं। मैं भारत में एक विपक्षी नेता हूं, हम उस (विपक्षी) स्थान को नेविगेट कर रहे हैं। संस्थागत ढांचा जो लोकतंत्र के लिए आवश्यक है- संसद स्वतंत्र प्रेस, न्यायपालिका, सिर्फ लामबंदी का विचार, इधर-उधर घूमना, सब पर असर पड़ रहा है। इसलिए, हम भारतीय लोकतंत्र के मूल ढांचे पर हमले का सामना कर रहे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
गौरतलब है कि पिछले साल अगस्त में, सर्वोच्च न्यायालय द्वारा नियुक्त समिति, सरकार द्वारा जासूसी के लिए कथित तौर पर पेगासस का उपयोग करने के आरोपों की जांच करने के लिए गठित की गई थी। इस समिति ने निष्कर्ष निकाला था कि उसके द्वारा जांचे गए 29 मोबाइल फोन में स्पाइवेयर नहीं पाया गया था, लेकिन पांच मोबाइल फोन में मैलवेयर पाया गया था। पीठ ने समिति की रिपोर्ट को पढ़ते हुए कहा था कि हम तकनीकी समिति की रिपोर्ट के बारे में चिंतित हैं। 29 फोन दिए गए और पांच फोन में कुछ मैलवेयर पाए गए, लेकिन तकनीकी समिति का कहना है कि इसे पेगासस नहीं कहा जा सकता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पीएम मोदी की नीतियों पर दिया ये जवाब
राहुल से जब मोदी सरकार की अच्छी नीतियों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने उज्जवला योजना और जन धन योजना का जिक्र किया। कैंब्रिज में कार्यक्रम के दौरान राहुल गांधी से ये सवाल किया गया कि क्या नरेंद्र मोदी सरकार की उन नीतियों के बारे में बता सकते हैं जो भारत के हित में हैं। राहुल गांधी ने कहा कि शायद महिलाओं को गैस सिलिंडर देना और लोगों के बैंक अकाउंट खुलवाना अच्छा कदम है, लेकिन मेरे विचार में मोदी भारत की बनावट को बर्बाद कर रहे हैं। वो भारत पर एक ऐसा विचार थोप रहे हैं, जिसे भारत स्वीकार नहीं कर सकता। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि भारत राज्यों का संघ है। अगर कोई एक विचार थोपा जाएगा तो प्रतिक्रिया होगी. भारत में धार्मिक विविधता है। भारत में सिख, मुस्लिम, ईसाई सभी हैं लेकिन मोदी इन्हें दूसरे दर्जे का नागरिक समझते हैं। मैं इससे सहमत नहीं हूं। जब बुनियादी स्तर पर असहमति हो तो फर्क नहीं पड़ता कि आप किन दो–तीन नीतियों से सहमत हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
नई सोच की जरूरत
राहुल गांधी कैंब्रिज के बिजनेस स्कूल में ’21वीं सदी में सुनना सीखने की कला’ विषय पर बोल रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा, दुनिया में लोकतांत्रिक मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए नई सोच की जरूरत की बात कही। साथ ही ये भी कहा कि इसे किसी पर थोपा न जाए। हम ऐसी दुनिया बनते हुए नहीं देख सकते जो लोकतांत्रिक मूल्यों से जुड़ी हुई न हो। कांग्रेस सांसद ने कहा कि भारत और अमेरिका जैसे लोकतांत्रिक देशों में निर्माण क्षेत्र में गिरावट के चलते बड़े पैमाने पर असमानता और आक्रोश पैदा हुआ है। इस बदलाव पर तत्काल ध्यान देने और संवाद की जरूरत है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कश्मीर में उग्रवादियों से सामने का किया जिक्र
राहुल गांधी के संबोधन का एक हिस्सा भारत जोड़ो यात्रा के बारे में रहा। कश्मीर के बारे में बताते हुए राहुल ने कहा, कश्मीर में कई सालों से हिंसाग्रस्त है। सुरक्षा अधिकारियों ने सुरक्षा को लेकर आगाह किया, लेकिन जब हम आगे बढ़े तो हजारों लोग तिरंगा लेकर आगे आए। एक व्यक्ति करीब आया उसने कुछ लड़कों की तरफ दिखा कर बताया कि वो उग्रवादी हैं। उन लड़कों ने मुझे घूर कर देखा, लेकिन कुछ कर नहीं पाए। राहुल गांधी ने कहा कि यह लोगों की बात सुनने और अहिंसा की ताकत है।