कांग्रेस नेता धस्माना का खुलासाः मौत से 14 दिन पूर्व सत्येंद्र साहनी ने पुलिस से की थी गुप्ता बंधुओं की शिकायत, देखें शिकायत, हो सीबीआई जांच
देहरादून को दहला देने वाले बिल्डर सत्येंद्र साहनी आत्महत्या मामले में उत्तराखंड कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि आत्महत्या के मामले में तथ्य सामने आ रहे हैं, वो बेहद चौंकाने वाले हैं। साथ ही कहीं ना कहीं यह इशारा कर रहे हैं कि अंतराष्ट्रीय पुलिस व इंटरपोल में वांछित गुप्ता बंधुओं को उत्तराखंड व उत्तरप्रदेश में राजनैतिक व प्रशासनिक अधिकारियों का संरक्षण प्राप्त है। इसलिए अब यह आवश्यक है कि इस पूरे प्रकरण की जांच सीबीआई से करवाई जानी चाहिए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अपने कैंप कार्यालय में पत्रकार वार्ता में उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने साहनी की ओर से बीती दस मई को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून को दिए गए शिकायती प्रार्थना पत्र को जारी किया। उन्होंने कहा कि स्वर्गीय सत्येंद्र साहनी का प्रार्थना पत्र में जो विवरण है, वो हैरान कर देने वाला है। उस विस्तृत प्रार्थना पत्र में जिस प्रकार से गुप्ता बंधुओं को ब्लैक कैट व वर्दीधारी हथियारबंद लोग घेर के रखते थे, उससे उसके रुतबे व उसकी पहुंच को वह साहनी को डराने में कर रहा था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
धस्माना ने कहा कि सतेंद्र साहनी ने स्पष्ट रूप से अपने प्रार्थना पत्र में इस बात का जिक्र किया कि उसको व उसके परिवार को समाप्त कर देने की धमकी गुप्ता बंधुओं ने दी थी। पत्र में हवाला और मनी लाउंड्रिंग का भी जिक्र है। ऐसे में यह बड़े आश्चर्य की बात है कि साहनी जैसे प्रतिष्ठित व्यापारी की इतनी गंभीर शिकायत पर पुलिस ने कोई कार्रवाई क्यों नहीं की। आय कर विभाग और ईडी जैसे विभागों को इस प्रकरण की सूचना क्यों नहीं दी गई। यह गहन जांच का विषय है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि यह संभव है कि पुलिस व प्रशासन की उनकी शिकायत पर उदासीनता के चलते साहनी गुप्ता बंधुओं की किसी संभावित कार्रवाई से घबरा कर भी वे आत्महत्या के लिए मजबूर हो गए हों। धस्माना ने कहा कि यह एक बड़ी अपराधिक घटना के अलावा मनी लाउंड्रिंग, हवाला व राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मामला भी है। इसलिए तत्काल इस मामले की इन सभी तथ्यों से जुड़े विभागों को स्वातः संज्ञान ले कर कार्रवाई करनी चाहिए। साथ ही उत्तराखंड सरकार को इस पूरे प्रकरण की सीबीआई जांच के आदेश के लिए केंद्र सरकार को संस्तुति कर आग्रह करना चाहिए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
देखें सत्येंद्र साहनी का लिखा शिकायती पत्र
ये है प्रकरण
गौरतलब है कि कारोबार में पार्टनरशिप के विवाद में शहर के नामी बिल्डर सतेंद्र सिंह साहनी उर्फ बाबा साहनी ने शुक्रवार 24 मई को अपनी विवाहित बेटी के सहस्रधारा रोड पर पैसेफिक गोल्फ अपार्टमेंट में आठवीं मंजिल पर स्थित फ्लैट की बालकनी से कूदकर आत्महत्या कर ली थी। नीचे गिरकर लहूलुहान हुए साहनी को गंभीर स्थिति में मैक्स अस्पताल ले जाया गया, लेकिन चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बिल्डर के पास एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें उसने अपनी आत्महत्या के लिए साउथ अफ्रीका के बड़े बिजनेसमैन गुप्ता बंधुओं को जिम्मेदार ठहराया। उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सतेंद्र सिंह साहनी देहरादून के नामी बिल्डर थे। साहनी बिल्डर्स के नाम से उनकी कंपनी ने विभिन्न प्रोजेक्ट्स पर काम किया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
सतेंद्र सिंह साहनी ने अपने सुसाइड नोट में गुप्ता बंधुओं पर निर्माणाधीन परियोजना में भागीदार के एग्रीमेंट के खिलाफ हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया है। इसके अलावा सतेंद्र सिंह साहनी ने सुसाइड नोट में एक नेता का नाम भी लिखा है। घटना को लेकर मृतक के पुत्र रणवीर सिंह साहनी ने थाना राजपुर में लिखित तहरीर व मृतक द्वारा लिखा गया सुसाइड नोट दिया है। रणवीर साहनी ने तहरीर में बताया है कि अजय कुमार गुप्ता (पुत्र शिव गुप्ता, निवासी सहारनपुर, उत्तर प्रदेश) व अनिल कुमार गुप्ता (पुत्र श्याम लाल गुप्ता, निवासी देहरादून) उनके पिता सतेंद्र सिंह साहनी को डरा-धमका व ब्लैकमेल कर रहे थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस संबंध में उनके पिता ने एक शिकायती प्रार्थना पत्र पुलिस को पहले दिया था। इसके अलावा अजय कुमार गुप्ता व अनिल कुमार गुप्ता ने सहारनपुर पुलिस को उनके पिता के खिलाफ झूठी शिकायत दी थी। गुप्ता बंधु उनकी दोनों कंपनियां उनके नाम पर करने या उन्हें व उनके दामाद को झूठे केस में जेल भेजने की लगातार धमकी दे रहे थे।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।