देहरादून मेयर पद के लिए कांग्रेस ने उतारा दमदार प्रत्याशी वीरेंद्र पोखरियाल, अब दो पूर्व छात्रसंघ अध्यक्षों में होगी टक्कर

उत्तराखंड में नगर निगम देहरादून के मेयर पद लिए कांग्रेस ने दमदार प्रत्याशी के रूप में वीरेंद्र पोखरियाल को तव्वजो दी है। वीरेंद्र पोखरियाल छात्र राजनीति से उभरकर सामने आए हैं और राज्य आंदोलनकारी भी रह चुके हैं। वह डीएवी पीजी कॉलेज के छात्र संघ अध्यक्ष रहे हैं। वह पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के करीबी भी हैं। अंतिम समय तक टिकट की रेस में शामिल रहे अभिनव थापर सहित अन्य लोगों की दावेदारी पर विराम लग गया। इसके साथ ही कोटद्वार नगर निगम में अधिकृत प्रत्याशी के तौर पर रंजना रावत के नाम पर सहमति बनी है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पिछले कई दिनों से कांग्रेस में देहरादून मेयर प्रत्याशी को लेकर जद्दोजहद चल रही थी। वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री हीरा सिंह बिष्ट, कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना, प्रांतीय महासचिव नवीन जोशी, प्रवक्ता अभिनव थापर, उत्तराखंड कांग्रेस के मीडिया प्रभारी एवं मुख्य मीडिया समन्वयक राजीव महर्षि सहित कई नेताओं का नाम चल रहा था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अभिनव थापर, नवीन जोशी और सूर्यकांत धस्माना तो काफी पहले से वार्ड वार्ड में जाकर अपने पक्ष में माहौल बनाने में लगे थे। बाद में धस्माना ने दावेदारी से अपने पैर खींच लिए इसके बाद विरेंद्र पोखरियाल और नवीन जोशी, राजीव महर्षि, और अभिनव थापर आदि के बीच टिकट को लेकर पार्टी के नेताओं के बीच मंथन चल रहा था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
आखिरकार सात सदस्यीय समिति की रायशुमारी के बाद विरेंद्र पोखरियाल को प्रत्याशी घोषित किया है। वहीं, बीजेपी में भी सौरभ थपलियाल को मेयर पद का प्रत्याशी बनाया है। वह भी वीरेंद्र पोखरियाल की तरह छात्र राजनीति से उभरकर मेयर पद के प्रत्याशी बनने तक पहुंचे हैं। अब दोनों में मुकाबला दिलचस्प होने जा रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
गौरतलब है कि राज्य आंदोलन के दौरान वीरेंद्र पोखरियाल ने युवाओं की आवाज बुलंद करके राज्य आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई। छात्र राजनीति के समय से ही कांग्रेस का झंडा उठाकर चलने वाले पोखरियाल ने युवा कांग्रेस, किसान कांग्रेस और सहकारिता में अपनी एक अलग जगह बनाई। वह साल 1993 से 1996 तक डीएवी महाविद्यालय देहरादून के छात्र संघ अध्यक्ष रहे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
साल 1994 में राज्य आंदोलन के दौरान वो जेल में भी बंद रहे। साल 2000 में उत्तराखंड राज्य का गठन होने के बाद वह प्रदेश युवा कांग्रेस के गढ़वाल मंडल अध्यक्ष नियुक्त किए गए। साल 2004 से अब तक लगातार सहकारी बाजार देहरादून के अध्यक्ष पद पर बन रहे। इसके अलावा साल 2007 में उत्तराखंड किसान कांग्रेस में जिला अध्यक्ष का दायित्व भी उन्हें सौंपा गया। साल 2013 में उत्तराखंड राज्य आवास संघ लिमिटेड में निदेशक बनाए गए। वर्तमान में वीरेंद्र पोखरियाल कांग्रेस पार्टी में प्रदेश महामंत्री की जिम्मेदारी भी निभा रहे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
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राज्य में 11 नगर निगमों, 43 नगर पालिका परिषदों और 46 नगर पंचायतों सहित 100 नगर निकायों के लिए चुनाव 23 जनवरी को होने वाले हैं। मतदान मतपत्रों से होगा और नतीजे 25 जनवरी को घोषित किए जाएंगे। फिलहाल उत्तराखंड के नगर निकायों में बीजेपी प्रमुख पार्टी है। राज्य में कुल 30,83,500 मतदाता हैं, जिनमें से 14,93,519 महिलाएं, 15,89,467 पुरुष और 514 अन्य हैं।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।