केदारनाथ में मोदी मोदी के नारे लगने पर कांग्रेस को मिला मौका, प्रदेश अध्यक्ष सहित कई पदाधिकारियों ने नाप दिया बीजेपी को
केदारनाथ धाम में राहुल गांधी के दर्शन के दौरान मोदी मोदी के नारे लगने पर उत्तराखंड कांग्रेस को बीजेपी पर हमला करने का मौका मिल गया। इस बहाने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सहित कई पदाधिकारियों ने बीजेपी को नाप दिया। उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के केदारनाथ धाम में दर्शन के दौरान सुनियोजित ढंग से नारेबाजी को भाजपा की कुत्सित एवं विकृत मानसिकता का परिचायक बताया। उन्होंने इस हरकत की कडे़ शब्दों में निंदा की है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि अपनी निजी धार्मिक यात्रा पर उत्तराखंड पहुंचे राहुल गांधी के केदारनाथ दर्शन के दौरान सुनियोजित ढंग से जिस प्रकार नारेबाजी करवाई गई, वह सनातन धर्म में किसी भी स्थिति में उचित नहीं ठहराई जा सकती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
गौरतलब है कि राहुल गांधी रविवार को तीन दिन के लिए केदारनाथ पहुंचे। कल उन्होंने केदारनाथ में दर्शन के बाद श्रद्धालुओं को चाय पिलाई। आज सुबह चाय पिलाने के बाद राहुल ने दोपहर को भंडारा लगाकर श्रद्धालुओं को अपने हाथ से भोजन परोसा। इस दौरान कई बार ऐसे मौके भी आ रहे हैं, जब राहुल गांधी के सामने मोदी भक्त मोदी मोदी के नारे लगाते नजर आ रहे हैं। भोले के दरबार में जय केदार या भोले की जय के नारे लगते हैं। ऐसे में मोदी भक्तों के नारों पर कांग्रेस ने आज तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि यह वही राहुल गांधी जी हैं, जिन्होंने केदारनाथ आपदा के बाद पैदल यात्रा कर पूरे विश्व को संदेश देने का काम किया था कि केदारनाथ सहित चारों धामों की यात्रा पूरी तरह सुरक्षित है। उस समय भाजपा के झंडावरदार दुनियांभर में गाते फिर रहे थे कि चारधाम यात्रा सुरक्षित नहीं है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने यह भी कहा कि भाजपा तथा नरेन्द्र मोदी आज अपने आप को भगवान केदारनाथ एवं बदरीनाथ से बड़ा बताने की चेष्टा कर रहे हैं, जो उनकी तुच्छ, निकृष्ठ एवं कुत्सित मानसिकता का परिचायक है। उन्होंने कहा कि चारों धामों में सदियों से चली आ रही परंपराओं का जिस प्रकार भाजपा नेता क्षरण कर रहे हैं, उसे सनातन धर्म में कतई उचित नहीं ठहराया जा सकता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि जिस प्रकार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं उत्तराखंड पहुंचे स्वयंभू बागेश्वर बाबा उर्फ धीरेंद्र शास्त्री ने श्रीकेदारनाथ लिंग के गृभ ग्रह में फोटो सूट करवाया, उससे उन्होंने हिन्दू धर्म एवं हिन्दुओं की आस्था के साथ न केवल खिलवाड किया है, अपितु सदियों से चली आ रही परम्पराओं एवं मन्दिर समिति के नियमों का भी खुला उलंघन किया है। इसके लिए बाबा केदारनाथ उन्हें कभी क्षमा नहीं करेंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
एक अन्य बयान में करन माहरा ने कहा कि धीरेन्द्र शास्त्री उर्फ बागेश्वर बाबा के देहरादून में लगाए गए दरबार में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की मौजूदगी में सनातनियों से सिर पर कफन बांधकर निकलने वाले भडकाऊ बयान के बाद विवाद शांत भी नहीं हुआ था कि अपने तमाम अनुयाइयों के साथ बाबा केदार के दर्शन करने पहुंचे धीरेंद्र शास्त्री के कई फोटो केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह में फोटो खिंचवाई। साथ ही एक और विवाद ने जन्म लिया है कि क्या नियम कानून सिर्फ आम लोगों के लिए हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि भाजपा के नेताओं और सरकार के चहेते लोगों के लिए क्या धर्म के भी अलग नियम है। क्या नरेन्द्र मोदी और धीरेन्द्र शास्त्री बाबा केदार से बड़े हो गये हैं, जो उन पर नियम लागू नहीं होते हैं। राज्य की धामी सरकार को इसका जवाब देश और प्रदेश की जनता को देना चाहिए। उन्होंने कहा कि पहले नरेन्द्र मोदी और अब धीरेन्द्र शास्त्री के गृभगृह वाले फोटो से दुनियाभर के हिन्दुओं की आस्था को भी गहरी चोट पहुंची है। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और धीरेन्द्र शास्त्री को देश के हिन्दुओं से सार्वजनिक रूप से मॉफी मांगनी चाहिए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
करन माहरा ने कहा कि दरसल भाजपा के शीर्ष नेता समय-समय पर हिन्दुओं की आस्था से खिलवाड़ कर हिन्दू धर्म का जानबूझ कर अपमान करते आये हैं। लोगों की धार्मिक भावनायें भड़का कर अपना राजनैतिक उल्लू सीधा करने का काम करते रहे हैं। जहां एक ओर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बार-बार उत्तराखंड के धार्मिक स्थलों पर आकर ढोंग के सिवा कुछ नहीं किया है, वहीं भाजपा की राज्य सरकार की नाक के नीचे उसके नेताओं ने बाबा केदार के मन्दिर से सोने की चोरी कर साबित कर दिया है कि उन्हें हिन्दुओं या हिन्दू धर्म से कोई सरोकार नहीं है। वे केवल हिन्दू धर्म का वोट बैंक के रूप में उपयोग करते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि प्रदेश की धामी सरकार प्रदेश और देश की जनता को यह नहीं बता पाई है कि आखिर मन्दिर से कितने सोने की चोरी हुई और सोने की चोरी करने वालों के खिलाफ सरकार ने क्या कार्रवाई की। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष संगठन मथुरादत्त जोशी ने भी राहुल गांधी जी के केदारनाथ दर्शन के दौरान की गई नारेबाजी की कडे शब्दों में निन्दा करते हुए कहा कि केदारनाथ जैसे पवित्र धार्मिक स्थल पर इस प्रकार की कुत्सित और घृणित मानसिकता का परिचय देना उत्तराखंड और देवभूमि की संस्कृति के खिलाफ है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि मंदिर के गृभग्रह में फोटो सूट पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और धीरेन्द्र शास्त्री को हिन्दू धर्मावलम्बियों और देवभूमि की जनता से मॉफी मांगनी चाहिए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
राहुल गांधी की केदारनाथ यात्रा से भाजपा नेता तिलमिलाएः धस्माना
उत्तराखंड कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सांसद राहुल गांधी की तीन दिवसीय श्री केदारनाथ धाम यात्रा नितांत निजी आध्यात्मिक यात्रा है। इसे लेकर भाजपा में बौखलाहट व तिलमिलाहट औचित्यहीन है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने पिछले दो दिनों में श्री केदारनाथ धाम की यात्रा में जिस प्रकार का मर्यादित आचरण किया है, उससे भाजपा के नीचे से लेकर शीर्ष नेतृत्व को सीख लेनी चाहिए कि किस तरह से धार्मिक स्थलों में आचरण करना चाहिए। उन्होंने कहा कि गर्भ गृह की पवित्रता केदार धाम की धार्मिक महत्ता बड़े से बड़े नेता से करोड़ों गुणा ज्यादा है। इसलिए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने उस मर्यादा का पालन करते हुए अभी तक कोई टिप्पणी नहीं की। चाहे वो केंद्र का मामला हो, या पांच राज्यों के चुनावों के बारे में एक शब्द भी नहीं बोला। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने गर्भ गृह में जलाभिषेक करते हुए या मंदिर के भीतर आरती करते हुए कोई फोटोग्राफी नहीं करवाई। यह एक सच्चे श्रद्धालु के लक्षण हैं। जो उन ओछे नेताओं के लिए अनुकरणीय हैं, जो हर जगह कैमरामैन साथ ले कर चलते हैं। धस्माना ने कहा कि भाजपा के नाम सनातन धर्म का टेंडर नहीं खुला हुआ है कि उनके अलावा कोई धामों व मंदिरों के दर्शन नहीं कर सकता। उन्होंने भाजपा नेताओं से धैर्य का परिचय देने व विवेकपूर्ण बयान देने का आग्रह करते हुए भगवान बद्री केदार से भाजपा नेताओं को सद्बुद्धि प्रदान करने की प्रार्थना की। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
राहुल गांधी के केदार दौरे से भाजपाइयों के पेट में मरोड़ः गरिमा मेहरा दसौनी
उत्तराखंड कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी ने कहा कि राहुल गांधी का यह दौरा विशुद्ध रूप से व्यक्तिगत दौरा है। इस दौरे के दौरान राहुल गांधी सिर्फ शिव भक्ति में लीन रहेंगे, ना ही कोई प्रेस वार्ता, ना ही कार्यकर्ता संवाद और ना ही कोई राजनीतिक बयानबाजी करेंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दसौनी ने कहा की बाबा केदार से राहुल गांधी को शक्ति और ऊर्जा प्राप्त होती है। अपने राजनीतिक जीवन में राहुल गांधी की दिनचर्या व्यस्ततम होने के कारण वह एकांतवास से वंचित हो जाते हैं। ऐसे में कभी अमृतसर तो कभी केदार बाबा की शरण में वह अपने आध्यात्मिक और धार्मिक पूर्ति के लिए समय-समय पर दर्शन करने पहुंचते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दसौनी ने कहा कि आज देश जिस चुनौती पूर्ण समय से गुजर रहा है। ऐसे में राष्ट्र को राहुल गांधी की बहुत जरूरत है। समाज को बांटने, सौहार्द बिगाड़ने वालों और समाज में नफरत फैलाने वाले लोगों का सामना करने के लिए जिस ऊर्जा और शक्ति की जरूरत है। वह राहुल गांधी को शिव के भक्ति भाव से ही प्राप्त होती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दसौनी ने भाजपा नेताओं की ओर से राहुल गांधी के दौरे पर तंज कसे जाने पर भी पलटवार किया है। दसौनी ने कहा कि 2013 की दैवीय आपदा में जब उत्तराखंड का 60 फीसद हिस्सा क्षतविक्षत हो चुका था, उत्तराखंड की जनता अपना आत्मविश्वास खो चुकी थी, ऐसे में समूचे देश में राहुल गांधी एकमात्र ऐसे नेता थे, जिन्होंने उत्तराखंडवासियों का मनोबल बढ़ाने के लिए 19 किलोमीटर से भी ज्यादा की केदारनाथ धाम की पैदल यात्रा की। साथ ही देश और दुनिया को सुरक्षित उत्तराखंड का पैगाम दिया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दसौनी ने कहा कि इस तरह की बयानबाजी राहुल गांधी के दौरे पर तंज कसने वालो की तुच्छ और छोटी मानसिकता का परिचायक है। देवभूमि की संस्कृति अतिथि देवो भव की है। ऐसे में देश की सबसे पुरानी पार्टी के नेता यदि उत्तराखंड देवभूमि आते हैं, तो उससे उत्तराखंड कई तरह से लाभान्वित होता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ऐसे में सत्ता रूढ़ दल के नेताओं को चाहिए था कि वह बड़ा दिल दिखाते हुए राहुल गांधी का देवभूमि में स्वागत करते, परंतु भाजपा के प्रवक्ताओं और नेताओं को तो जैसे राहुल गांधी फोबिया हो चुका है। राहुल गांधी उत्तराखंड आए और उनके पेट में मरोड़ हो गया। बीजेपी नेताओं को हर चीज में राजनीति दिखाई पड़ती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दसौनी ने कहा कि भाजपा नेताओं और राहुल गांधी के केदार धाम के दौर में बड़ा अंतर देखा जा सकता है। जिस सादगी के साथ भक्ति भाव से सारे नियमों का पालन करते हुए राहुल गांधी शिव उपासना में समर्पित दिखाई पड़ते हैं, वहीं दूसरी ओर भाजपा के नेता धार्मिक स्थलों के अपने दर्शनों को भी इवेंट के रूप में जनता के बीच परोसते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
गरिमा ने कहा की नमामि शंकर ऐसे कुत्सित मानसिकता के लोगों को सद्बुद्धि दे। ताकि वह धर्म का राजनीतिकरण करने से बाज आएं। राहुल गांधी और उनके दौरे में खोट निकलने की बजाय जिस बात के लिए जनता ने उन्हें चुना है, जनता की उन समस्याओं का निराकरण करें।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।
भाजपाई भस्मासुर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अनुयाई हैं। भारतीय संस्कृति और धार्मिक परंपराओं को नीचा दिखाने के लिए बाबा जी के दरबार में भोलेनाथ के बजाय मोदी के नाम का जयकारा लगाते हैं।थू थू थू थू।