चुनाव प्रचार के अंतिम दिन कांग्रेस ने झोंकी पूरी ताकत, गुनसोला के पक्ष में किया जनसंपर्क, बांटी घोषणापत्र की प्रतिलिपी

उत्तराखंड में 19 अप्रैल को लोकसभा चुनाव के लिए मतदान होना है। ऐसे में आज चुनाव प्रचार का अंतिम दिन था। टिहरी लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी जोत सिंह गुनसोला के पक्ष में आज कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने विभिन्न स्थानों पर जनसंपर्क किया। इस दौरान कांग्रेस का घोषणापत्र रास्ते में मिलने वाले हर व्यक्ति के हाथ तक पहुंचाने का प्रयास किया गया। साथ ही कई नुक्कड़ जनसभाओं के जरिये बीजेपी की नीतियों की जमकर आलोचना की गई। साथ ही कहा कि बीजेपी के घोषणापत्र में महिलाओं, रोजगार, गरीबी, महंगाई आदि के सवाल गायब हैं। ऐसे में अब जनता को दिल पर हाथ रखकर तय करना होगा कि इस बार के चुनाव में वे किसके पक्ष में मतदान करेंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
प्रचार अभियान के तहत इन स्थानों पर किया जनसंपर्क
देहरादून की हृदयस्थली घंटाघर में कांग्रेस के जत्थे ने बाबा भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए। इसके साथ ही पल्टन बाजार स्थित शिव मंदिर में मत्था टेका, अरदास गुरुद्वारा, भवन श्री कालिका मंदिर में भी पूजा अर्चना कर आशीर्वाद लिया गया। इसके साथ ही पल्टन बाजार, धामावाला, घोसी गली, सरनिमल बाजार, मोती बाजार, अंसारी मार्ग के साथ ही प्रमुख बाजारों में भ्रमण करते हुए कांग्रेस के नेताओं ने लोगों को पार्टी का घोषणापत्र की प्रतियां बांटी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बताई बीजेपी की हड़बड़ाहट
इस मौके पर कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, पूर्व विधायक राजकुमार ने कहा कि अबकी बार उत्तराखंड की पांचों लोकसभा सीटों पर हारने जा रही है। इसका प्रमाण खुद बीजेपी ने दे दिया है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट पौड़ी सीट से अपने प्रत्याशी के प्रचार में फूट फूट कर रोने लगे। अब जब काम गिनाने के लिए कुछ नहीं बचा तो रोकर ही अपनी गलतियों को छिपाने और लोगों की भावनाओं से खेलने का उन्होंने प्रयास किया। उन्हें पता लग गया कि अब बीजेपी से लोग सवाल पूछने लगे हैं। कितनों को रोजगार दिया। शपथ लेते ही सीएम धामी ने 22 हजार रिक्त पदों को छह माह तक भरने का ऐलान किया था। साथ ही हर छह माह में इतनी ही भर्ती की बात कही थी। अब देख लो कि भर्ती घोटाले में बीजेपी के लोग ही जेल में गए। देखना ये है कि अब तक कितने पद भरे गए। जनता को जवाब देने के लिए इनके पास शब्द तक नहीं बचे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
घोषणापत्र पर कही ये बात
इस मौके पर कांग्रेस नेताओं ने कहा कि कांग्रेस का घोषणापत्र जहां देश के विकास की बात करता है। इसमें गरीबी, महंगाई, रोजगार और महिलाओं के उत्थान के सवालों का जिक्र है। वहीं, बीजेपी के घोषणा पत्र में जनता से जुड़े मुद्दे नदारद हैं। बीजेपी के पास कुछ भी गिनाने के लिए नहीं है। ना ही उनके पास भविष्य के लिए कोई नीति है। इलेक्टोरल बांड को सुप्रीम कोर्ट असंवैधानिक करार दे चुका है। ईडी और सीबीआई के छापे और जांच से बचने के लिए कई कंपनियों ने बीजेपी को चंदा दिया। जेल जाने के बाद चंदा दिया और जेल से बाहर निकल गए। ऐसे में घर घर तक इस घोटाले की जानकारी पहुंच चुकी है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बताए घोषणापत्र के बिंदु
इस मौके पर आयोजित की गई नुक्कड़ सभाओं में पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, कांग्रेस के टिहरी लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी जोत सिंह गुनसोला, पूर्व विधायक राजकुमार, पूर्व महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा ने कांग्रेस के घोषणापत्र के बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि बीजेपी के पास कोई दिशा और दशा नहीं है। ऐसे में आधा चुनाव तो बीजेपी घोषणापत्र में हार गई है। क्योंकि कांग्रेस का घोषणापत्र युवाओं, महिलाओं, किसान, गरीबी, रोजगार की बात करता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
हाथ बदलेगा हालत
इस मौके पर कांग्रेस के देहरादून महानगर के पूर्व अध्यक्ष लालचंद शर्मा ने कहा कि घोषणापत्र में युवा न्याय के तहत पहली पक्की नौकरी के तहत शिक्षित युवाओं को एक लाख रुपये की अप्रेंटिसशिव का अधिकार, तीस लाख सरकारी रिक्त पदों को भरना, पेपर लीक से मुक्ति, युवाओं को पांच हजार करोड़ का नया स्टार्टअप फंड की व्यवस्था है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इसी तरह हर गरीब परिवार में एक बुजुर्ग महिलाओं को हर साल एक लाख रुपये की सहायता, सरकारी नौकरी में महिलाओं के लिए 50 फीसद आरक्षण, आशा, मिड डे मेल से जुड़ी भोजन माताओं और आंगनवाड़ी के मानदेय में दोगुनी वृद्धि, सबको स्वास्थ्य का अधिकार, शहरी रोजगार गारंटी, आरक्षण का हक आदि जैसे मुद्दे कांग्रेस के घोषणापत्र में शामिल हैं। ये ऐसे मुद्दे हैं, जो वास्तव में देश में बदलाव लाएंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ये भी रहे शामिल
इस दौरान पार्षद अर्जुन सोनकर, निखिल कुमार, प्रकाश नेगी, सोमप्रकाश, पूर्व पार्षद नीनू सहगल, सोमप्रकाश वाल्मीकि, वीरेंद्र बिष्ट, मीना बिष्ट, डॉ. प्रदीप जोशी, सुनील बग्गा, अवधेश पंत, अनिल थापा, आशू रतूड़ी, कैलाश अग्रवाल, मोहन काला, मनीष वर्मा, मनोज सोनकर, गुलशन, नितिन चंचल, तरूण मालवा, विरेंद्र पोखरियाल, जगदीश धीमान आदि जनसंपर्क अभियान में शामिल रहे।
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Bhanu Prakash
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।