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August 2, 2025

मतदान के दिन कांग्रेस ने मनाया जश्न, मतगणना के बाद पसरा सन्नाटा, लोक गायिका का फूटा गुस्सा, प्रदेश प्रभारी पर लगाए आरोप

उत्तराखंड में बीजेपी 49 सीटों पर जीती तो कांग्रेस को 19 सीटें मिली। हालांकि, पिछली बार से कांग्रेस ने आठ सीटों पर बढ़त हासिल की, लेकिन सरकार बनाने के सपने ध्वस्त हो गए। इसके साथ ही पार्टी में आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है।

इस बार के चुनाव में उत्तराखंड कांग्रेस ने काफी उतावला रुख अपनाया। सोशल मीडिया की वार में कांग्रेस नेता भाजपा का मुकाबला तक नहीं कर पाए। कई प्रत्याशी तो ऐसे रहे जो शायद ही कभी फेसबुक और ट्विटर पर एक्टिव रहे होंगे। यही नहीं, कई तो अपने व्हाट्एप में आए संदेश को देखना तक नहीं जानते। वहीं, हर पांच साल में सरकार बदलने की मिथक के भरोसे चुनाव प्रचार में जुटे रहे। अब उनका उतावलापन तो देखिए। मतदान की शाम को कांग्रेसियों ने देहरादून स्थित कांग्रेस मुख्यालय में ढोल बजाए गए। कार्यकर्ता ऐसे नाच रहे थे कि जैसे कांग्रेस की प्रदेश में सरकार बन गई। कांग्रेस इसी मुगालते में रही कि पांच साल बाद सरकार बदलती रहती है और उनकी सरकार बन रही है। वहीं, पूर्व सीएम हरीश रावत खुद को सीएम के रूप में देखने के लिए अपने पक्ष में माहौल बनाते नजर आए। जैसे ही मतगणना पूरी हुई तो सच्चाई सबके सामने आ गई। जहां बीजेपी 49 सीटों पर जीती तो कांग्रेस को 19 सीटें मिली। हालांकि, पिछली बार से कांग्रेस ने आठ सीटों पर बढ़त हासिल की, लेकिन सरकार बनाने के सपने ध्वस्त हो गए। इसके साथ ही पार्टी में आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। साथ ही कांग्रेस मुख्यालय में सन्नाटा पसरने लगा।
जनवरी माह में बीजेपी को छोड़कर उत्तराखंड की लोक गायिका सोनिया आनंद रावत कांग्रेस में शामिल हुई थी। सोनिया आनंद रावत खुद के लिए मसूरी विधानसभा सीट से टिकट की दावेदारी कर रही थी, लेकिन पार्टी ने पिछली बार का चुनाव हार चुकी गोदावरी थापली पर ही दाव लगाया। वह इस बार भी बुरी तरह हारी। उन्हें पूर्व कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने 15325 मतों के अंतर से हराया। इसके साथ ही गणेश जोशी सर्वाधिक मत अंतर से हराने वालों की टान टेन की सूची में दसवें नंबर पर काबिज हो गए। अब कांग्रेस की हार के बाद सोनिया आनंद रावत ने फेसबुक पोस्ट के जरिये कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव पर भड़ास निकाली।
सोनिया आनंद ने सोशल मीडिया में एक लंबी पोस्ट में प्रभारी देवेंद्र यादव पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होने लिखा है कि देवेंद्र यादव, हो तो आप हारे हुए विधायक, लेकिन घमंड आपका प्रधानमंत्री जी से भी ऊपर दर्जे का है। आपको मुंह की खानी पड़ी। आपने उत्तराखंड की राजनीति मैं कांग्रेस का बेड़ागर्क करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। मुझे यह लिखने में जरा सी भी हिचक नहीं हो रही कि आप महा झूठे इंसान हैं। क्या आपने मुझे कांग्रेस जॉइन करने का ऑफर किया। अन्यथा सोनिया आनंद अपने में सक्षम थी है और रहेगी। आप जैसे नेताओं के पीछे घूमने की आवश्यकता मुझे कभी नहीं थी। और जनता बहुत समझदार है। जनता ने आप का बोरिया बिस्तर बांध ही दिया।
उन्होंने आगे लिखा कि आपने मुझे कांग्रेस ज्वाइन कराई, लेकिन आज तक मुझे कांग्रेस का ज्वाइनिंग लेटर तक नहीं मिला। आपने मुझसे गीत बनवाया, जिस गीत को बनाने में मेरा काफी खर्च हुआ। उसके बाद आपने उस गीत को रिलीज तक नहीं होने दिया। केवल इसलिए कि मैं आपकी जी हुजूरी करूं। माफ कीजिए यादव जी, मैं कलाकार हूं और आप जैसे लोगों की लाइन मेरे पीछे बहुत लंबी लगती है। मुझे प्रियंका जी से मिलना होगा या मोदी जी से मिलना होगा, तो मुझे आप जैसे लोगों की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।

सोनिया आनंद ने आगे भड़ास निकालते हुए लिखा कि-दुर्भाग्य है उत्तराखंड का कि आप जैसे लोग दिल्ली से आकर के उत्तराखंड को लूट कर निकल जाते हैं और सुना है आपकी अपनी दुकान तो अच्छी चल गई, लेकिन उत्तराखंड मैं कांग्रेस पार्टी का बेड़ागर्क करने में आपकी सहभागिता को भुलाया नहीं जा सकेगा। सोनिया आनंद रावत के इस पोस्ट के बाद पार्टी में हड़कंप मचा है। सोनिया आनंद पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत की करीबी मानी जाती हैं। हरक सिंह रावत भी चुनावों से ऐन पहले कांग्रेस में शामिल हुए थे। वह अपनी पुत्रवधु को लैंसडौन सीट से टिकट दिलाने में तो कामयाब रहे थे, लेकिन चुनाव जिताने में सफल नहीं हो सके।

Bhanu Bangwal

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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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