धराली आपदा पर कांग्रेस का वार, गणेश गोदयाल बोले-सरकार की लापरवाही उजागर, धस्माना बोले- बयान दे सरकार
उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदयाल ने कहा कि उत्तराखंड सरकार में आपदा प्रबंधन से जुड़ी जिम्मेदारी संभाल रहे दायित्वधारी कर्नल अजय कोठियाल के हालिया खुलासों ने धराली आपदा को लेकर धामी सरकार की कार्यशैली पर गंभीर प्रश्नचिह्न लगा दिया है। गोदियाल ने कहा कि कर्नल कोठियाल के बयान ने स्पष्ट किया है कि सरकार द्वारा पेश किए गए आंकड़े अधूरे और भ्रामक हैं। साथ ही धराली में राहत और पुनर्वास कार्यों में भारी लापरवाही बरती गई है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
गौरतलब है कि कर्नल अजय कोठियाल का सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें वह अगस्त को आई धराली आपदा में 147 लोगों के दबे होने का दावा कर रहे हैं। इस वीडियो के सामने आने के बाद कांग्रेस सरकार पर हमलावर है। इसी संदर्भ में उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गणेश गोदयाल ने यह निर्णय लिया है कि उत्तराखंड कांग्रेस का एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल आगामी चार दिसंबर, गुरुवार को उत्तरकाशी के धराली आपदाग्रस्त क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण करेगा। इस प्रतिनिधिमंडल में वह स्वयं भी शामिल रहेंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि प्रतिनिधिमंडल स्थानीय पीड़ित परिवारों से मिलकर वास्तविक स्थिति की जानकारी लेगा और प्रशासनिक स्तर पर हो रही अनदेखी का प्रत्यक्ष आंकलन करेगा। धराली से लौटकर एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर उस रिपोर्ट को इस उम्मीद के साथ राज्यपाल को सौंपा जाएगा कि राज्यपाल और केंद्र सरकार उत्तराखंड की सरकार पर दबाव बनाएं। ताकि स्थानीय लोगों की अपेक्षा अनुरूप आपदा ग्रस्त क्षेत्र में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाएं। पुनर्निर्माण और पुनर्वास के कार्य बिना विलंब के हो। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
गोदियाल ने यह भी कहा कि जब आपदा आई थी तो तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष करन महारा के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल धराली आपदाग्रस्त क्षेत्र में गया था और अब कर्नल कोठियाल के खुलासे के बाद पुनः उत्तराखंड कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल उस क्षेत्र में जाएगा और आकलन करेगा कि पिछले चार महीने में सरकार और शासन प्रशासन द्वारा किए जा रहे दावों की सच्चाई क्या है? गोदयाल ने यह भी कहा कि 2013 की दैवीय आपदा के बाद कांग्रेस हाई कमान ने इसी बात पर प्रदेश के कांग्रेस के मुख्यमंत्री को अपदस्थ कर दिया था, क्योंकि उन्होंने आपदा कार्यों में रुचि नहीं दिखाई और ईमानदारी से काम नहीं किया। वर्तमान की केंद्र सरकार आपदाओं और आपदाग्रस्त क्षेत्रों के प्रति गंभीर और संवेदनशील नहीं दिखाई पड़ती। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
गणेश गोदियाल ने कहा कि जब मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि ही धराली की स्थिति पर सरकार की पोल खोल रहे हैं, तो यह स्पष्ट है कि सरकार ने जनता से जानकारी छुपाई है। धराली के लोग आज भी राहत और न्याय की प्रतीक्षा में हैं, लेकिन सरकार आंकड़ों और बैठकों में उलझी है। कांग्रेस इस मानवीय त्रासदी को राजनीति का विषय नहीं, बल्कि संवेदना और जिम्मेदारी का विषय मानती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि कांग्रेस यह सुनिश्चित करेगी कि धराली के पीड़ितों की आवाज सरकार तक पहुंचे और उचित मुआवजा, पुनर्वास एवं खोज अभियान तुरंत शुरू हों। गोदियाल ने कहा कि कांग्रेस के प्रतिनिधित्व मंडल का यह धराली दौरा औपचारिकता मात्र नहीं है। यह सच को सामने लाने, पीड़ितों को न्याय दिलाने और सरकार की नाकामी को उजागर करने का संकल्प है, जो आपदा प्रभावित क्षेत्र की वास्तविक स्थिति को प्रदेश के सामने लाएगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अजय कोठियाल ने खोल दी राज्य सरकार की पोलः धस्माना
राज्य सरकार के दायित्वधारी कर्नल अजय कोठियाल के ताज़ा बयान ने धराली आपदा पर सरकार की लीपापोती व झूठ का पर्दाफाश कर दिया है। सरकार के मुखिया मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को कर्नल कोठियाल के पूरे वक्तव्य पर एक एक बिंदु का जवाब देना चाहिए। यह बात उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष संगठन सूर्यकांत धस्माना ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत में कही। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कर्नल कोठियाल के वायरल बयान पर मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए धस्माना ने कहा कि यह बात कांग्रेस पहले दिन से कह रह है कि सरकार धराली में जान मॉल के नुकसान पर प्रदेश की जनता को अवगत करवाए। आज आपदा की घटना के चार माह बाद भी धराली आपदा में लापता लोगों का आंकड़ा छुपा रही है। इसे कर्नल कोठियाल ने अपने वक्तव्य में स्पष्ट कर दिया है कि एक सौ सैंतालील लोग आज भी मलबे के नीचे दबे हुए हैं। उन्हें निकलने का कोई प्रयास नहीं किया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि आपदा के कारणों आपदा के बारे में वैज्ञानिक शोध भी हवा हवाई व फोटो खिंचवाने तक सीमित है। वास्तविकता में वहां कुछ हो ही नहीं रहा। यह बात जब केदारनाथ पुनर्निर्माण के जमीनी तबुर्जा बाले ही कह रहे हैं जो, सरकार के एक जिम्मेदार दायित्वधारी हैं, तो यह सरकार के लिए बड़े शर्म की बात है। धस्माना ने कहा कि इस विषय पर कांग्रेस भाजपा के किसी प्रवक्ता से नहीं, बल्कि सीधे मुख्यमंत्री से जवाब चाहती है।
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Bhanu Bangwal
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।




