काग्रेस ने किया केंद्र सरकार पर हमला, सरकारी संपत्ति को बेचने को बताया देशद्रोह
कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। केंद्र की नीतियों को जनविरोधी और बेरोजगार विरोधी बताते हुए सरकार को हर मोर्चे पर विफल करार दिया। साथ ही देश की संपत्तियों को निजी हाथों में सौंपने को सबसे बड़ा देश द्रोह करार दिया।

राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रो. गौरव वल्लभ ने कहा कि कड़ी मेहनत से बनाई गई भारत की संपत्ति को आनन फानन में बेचना सबसे बड़ा राष्ट्रद्रोह है। पिछले सात सालों में जनजीवन व सामाजिक जीवन में हर पहलू में लगातार गिरावट हुई है। हमारी पिछली पीढ़ियों की ओर से किए गए प्रयासों को खारिज करने का हर संभव प्रयास किया गया है। वर्तमान मोदी सरकार
सामाजिक और आर्थिक क्षेत्र में कोई भी काम करने में विफल होने के बाद अब पिछले 7 दशकों में करोड़ों भारतीयों के खून-पसीने से बनाई गई देश की संपत्ति को बेचने पर आमादा हो गई है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार देश संभालने और शासन चलाने में नाकाम रही है। अब भाजपा सरकार ने 6 लाख करोड़ रुपये की देश की संपत्ति को ही सेल पर लगा दिया है। भाजपा सरकार पिछले सात सालों में देश के लिए कोई संपत्ति खड़ी तो कर नहीं पाई है, पर पिछले 70 सालों में बनाई गई संपत्ति को बेचने और खत्म करने पर तुली हुई है।
प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने केन्द्र की मोदी सरकार की नीतियों को जनविरोधी, बेरोजगार विरोधी बताया। उन्होंने कहा कि देश के करदाताओं की मेहनत की कमाई से खड़ी की गई सम्पत्तियों को सरकार अपने ‘मित्रगणों’ के हवाले कर रही है। इसके लिए कर्ज भी सरकारी बैंकों से लिया जाएगा। ऐसे में देश की जनता को लूटा जा रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी और देश के नागरिक मोदी सरकार को अपने इस दुर्भावनापूर्ण उद्देश्य में कभी सफल नहीं होने देंगे। हम किसी भी हालत में देश नहीं बिकने देंगे। पत्रकार वार्ता में विधायक मनोज रावत, प्रदेश महामंत्री संगठन मथुरादत्त जोशी, प्रदेश मीडिया प्रभारी राजीव महर्षि, प्रवक्ता डा प्रतिमा सिंह, सूरत सिंह नेगी, गरिमा दसौनी, राजेश चमोली, दीप बोहरा भी उपस्थित थे।