कॉमनवेल्थ गेम्सः आठवां दिन भारतीय पहलवानों के नाम, गोल्डन हैट्रिक के साथ जीते पांच पदक, सेमीफाइनल में हारी महिला हॉकी टीम
स्वर्णिम हैट्रिक की बात करें, तो 86 किग्रा फ्रीस्टाइल भार वर्ग में दीपक पूनिया ने पाकिस्तानी पहलवान मोहम्मद इमाम को पटखनी देकर दिलाया। दीपक से पहले साक्षी मलिक ने महिलाओं के 62 किग्रा भार वर्ग फ्री स्टाइल में भारत को आठवां स्वर्ण पदक दिल दिया है। साक्षी ने 0-4 से पिछड़ने के बाद स्वर्ण पदक पर कब्जा किया। शुरुआती राउंड में कुछ देर बाद ही बजरंग पूनिया ने कनाडा के 21 साल के मैक्नील के खिलाफ 4-0 की बढ़त हासिल कर ली थी। बजरंग का अनुभव युवा पहलवान पर खासा भारी साबित हुआ। दूसरे राउंड में भी बजरंग ने आक्रामक शुरुआत की और भारतीय पहलवान एक स्पष्ट रणनीति के साथ मैट पर उतरे, लेकिन कनाडाई पहलवान ने दो अंक बटोरकर स्कोर को 4-2 कर दिया। बजरंग ने पलटवार किया और स्कोर को 6-2 ले गए। फिर स्कोर 7-2 भी हो गया और फिर आखिरी पलों में बजंरग ने स्कोर 9-2 करके भारत की जीत सुनिश्चित कर दी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इससे पहले अंशू मलिक मलिक ने 57 किग्रा भार वर्ग में भारत के लिए रजत पदक जीता। अंशू के खिलाफ नाइजीरिया की एजेकुरोयी ओडुनायो ने पहले ही राउंड में 4-0 की बढ़त बनाकर खुद को स्वर्ण की दावेदारी में काफी आगे कर लिया। तीन मिनट के दूसरे राउंड में अंशू ने पूरा जोर लगाया, लेकिन आखिर में ओडुनायो ने उन्हें एकतरफा साबित हुए मुकाबले में 7-3 से हराकर स्वर्ण पदक पर अपना नाम लिखवा दिया। रात को दिव्या काकरान ने 68 किग्रा भार वर्ग में टोंगा की टाइगर लिली कॉकर को हराकर कांस्य पदक आासनी से अपने नाम कर लिया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
वहीं, एथलेटिक्स में पुरुषों की 4 x 400 मीटर रिले में भारत ने फाइनल के लिए क्वालीफाई कर लिया। राउंड 1 – हीट 2 में रिले में भारत के मोहम्मद अनस याहिया, नोआ निर्मल टॉम, मोहम्मद अजमल वरियाथोडी और अमोज जैकब भारतीय टीम में थे। बैडमिंटन पुरुष एकल दौर में किदांबी श्रीकांत ने श्रीलंका के डुमिंडु अबेविक्रमा को 21 – 9, 21 – 12 से हराकर क्वार्टर फाइनल में प्रवेश कर लिया है। पीवी सिंधु ने भी राउंड ऑफ 16 का अपना मुकाबला 2-0 से जीत लिया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
महिला हॉकी में भारतीय टीम हारी
बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में महिला हॉकी के दूसरे सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को शूटआउट 3-0 से हरा दिया। फुल टाइम के बाद स्कोर 1-1 से बराबर रहा था। इस तरह मैच पेनल्टी शूटआउट में पहुंचा था। शूटआउट में दोनों टीमों को पांच-पांच प्रयास मिलते हैं। इसमें भारत की बदकिस्मती की कहा जाए कि पहला गोल बचाने के बाद आयोजकों ने उसे रिकॉर्ड नहीं किया गया। तर्क दिया गया कि घड़ी चालू नहीं हो पाई थी। इसके बाद भारतीय टीम का मोरल डाउन हो गया और ऑस्ट्रेलिया ने शुरुआती तीनों गोल दागे, जबकि भारतीय टीम की ओर से कोई खिलाड़ी गोल नहीं दाग सका। भारतीय टीम के पहले तीन प्रयासों में विफल रहने के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम जीत गई। अब महिला हॉकी के फाइनल में ऑस्ट्रेलियाई टीम इंग्लैंड से भिड़ेगी। वहीं, भारतीय महिला टीम के लिए अभी पदक की उम्मीदें खत्म नहीं हुई हैं। टीम इंडिया अब कांस्य पदक के लिए न्यूजीलैंड से रविवार को भिड़ेगी। वहीं, पुरुष हॉकी के सेमीफाइनल में शनिवार को भारत का सामना दक्षिण अफ्रीका से होगा।
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भानु बंगवाल
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।