धरती से हजारों प्रकाशवर्ष दूर दो विशाल ग्रहों की हुई टक्कर, नासा के कैमरे ने कैद किया नजारा, मिल गई नई दुनिया
अंतरिक्ष में अक्सर हैरान कर देने वाली घटनाएं देखने को मिलती हैं। अब अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने दो विशाल ग्रहों के टक्कर की घटना को कैमरे में कैद किया है। वैज्ञानिकों ने इस घटना को धरती से करीब 3,600 प्रकाश वर्ष दूर रिकॉर्ड किया है। इस घटना को कैमरे में कैद करने के लिए उन्होंने नासा के आसमान की निगरानी के लिए डिजाइन किए गए अंतरिक्ष यान का इस्तेमाल किया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस अभूतपूर्व खोज में वैज्ञानिकों ने दो विशाल बर्फीले ग्रहों की हिंसक विलय का पता लगाया है। इसके परिणामस्वरूप वाष्पीकृत चट्टान और पानी से बना एक विशिष्ट डोनट के आकार का बादल बन गया है। न्यू साइंटिस्ट ने रिपोर्ट में दवा किया गया है कि यह घटना वास्तविक समय में एक नई दुनिया के जन्म को देखने और संभावित रूप से ग्रह निर्माण के रहस्यों को उजागर करने का एक सुनहरा अवसर प्रदान करता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
खगोलविदों की समूह ने एक व्यक्ति की जिज्ञासा को संतुष्ट करने के लिए ASASSN-21 qj नामक तारे के अजीबोगरीब व्यवहार का अध्ययन शुरू किया। पृथ्वी से 3,600 प्रकाश-वर्ष दूर स्थित इस तारे ने एक यूनिक पैटर्न दिखाया, जिससे दुनिया भर के वैज्ञानिकों की इसमें रुचि जगी। एक रिपोर्ट में दावा करते हुए कहा गया है कि यह घटना वास्तविक समय में एक दुनिया के जन्म को देखने और संभावित रूप से ग्रह निर्माण के रहस्यों को जानने के लिए एक बेहद महत्वपूर्ण अवसर देता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
खगोलविदों ने दो साल तक इस ASASSN-21 qj तारे का अध्ययन किया। इसकी सभी जानकारी को इकट्ठा किया औह यह भी पता लगाया कि समय के साथ इस चमक का विकास कैसे हुआ। खगोलविदों के अध्ययन का परिणाम 11 अक्टूबर को नेचर पत्रिका में प्रकाशित हुआ था। लीडेन विश्वविद्यालय के शोधकर्ता और अध्ययन के सह-प्रमुख मैथ्यू केनवर्थी द्वारा इस अचानक किए गए खोज के बारे में जानकारी दी है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उनका कहना है कि एक खगोलशास्त्री ने सोशल मीडिया पर जानकारी दी कि ऑप्टिकल फेडिंग से एक हजार दिन पहले तारा इन्फ्रारेड के रूप में चमक रहा था। उन्होंने कहा कि तब मुझे एक असामान्य घटना के बारे में जानकारी थी। उन्होंने कहा कि ईमानदारी से बताऊं, चो यह अनुभव मेरे लिए बेहद आश्चर्यचकित करने वाला था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ब्रिस्टल विश्वविद्यालय के एक शोधकर्ता और सह-प्रमुख लेखक साइमन लॉक ने इस बारे में विस्तान से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हमारी गणना और कंप्यूटर मॉडल चमकते वस्तु के तापमान और आकार को बताते हैं। इसके साथ ही चमक कितने समय तक रहता है। दो बर्फीले विशाल एक्सोप्लैनेट की टक्कर की तरह है।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।