मकानों के ध्वस्तीकरण की अफवाह पर मत दें ध्यान, आज जोशीमठ में सीएम का रात्रि प्रवास, नड्डा ने फोन से ली जानकारी
मुख्यमंत्री ने जोशीमठ में आपदा प्रभावित परिवारों की सहायता के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए अपना एक माह का वेतन दिया। सीएम धामी आज जोशीमठ में रात्रि प्रवास करेंगे। रात्रि प्रवास के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जोशीमठ पहुंच गए हैं। उन्होंने प्रस्तावित सभी कार्यक्रमों को स्थगित कर दिया है। जोशीमठ में प्रभावित परिवारों को उपलब्ध कराई जा रही सहायता एवं किए गए कार्यों से सीएम अवगत होंगे। वहीं भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सीएम से फोन पर स्थिति का जायजा लिया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि नगरपालिका क्षेत्र जोशीमठ के भू-स्खलन एवं भू- धसाव प्रभावित क्षेत्रों में प्रभावितों को बाजार रेट पर मुआवजा दिया जायेगा। बाजार की दर हितधारकों के सुझाव लेकर और जनहित में जारी की जाएगी। 03 हजार प्रभावित परिवारों को कुल 45 करोड़ रूपये की धनराशि जारी की गई है। तात्कालिक तौर पर प्रति परिवार 1.50 लाख रूपये की अंतरिम सहायता दी जा रही है। प्रभावित क्षेत्र में भूधसाव के कारण प्रभावित भू-भवन स्वामियों/परिवारों को स्थाई अध्यासन विस्थापन नीति तैयार होने से पूर्व 01 लाख रूपये की अग्रिम धनराशि दी गई है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
सीएम ने कहा कि प्रभावित भू-भवन स्वामियों / परिवारों को अपने भवन के सामान की ढुलाई एवं तात्कालिक आवश्यकताओं हेतु गैर समायोजय एकमुश्त विशेष ग्रान्ट के रूप में 50 हजार रूपये की धनराशि दी गई है। यह धनराशि उत्तराखण्ड राज्य आपदा प्राधिकरण द्वारा जारी की गई। उन्होंने कहा कि प्रभावित क्षेत्र में कुल खर्चे का पूरा आकलन कर सहायता राशि दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने जोशीमठ में आपदा प्रभावित परिवारों की सहायता के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष हेतु अपने एक माह का वेतन दिया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रभावित क्षेत्र में जिन मकानों में दरारें आयी हैं, उन मकानों को ध्वस्त करने की अफवाह फैलाई जा रही है। उन्होंने सभी से अपील की है कि इन अफवाहों पर ध्यान न दें। प्रभावित क्षेत्र में दरार वाले मकानों को ध्वस्त करने की कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को निर्देश दिए कि प्रभावित क्षेत्र में दरार वाले मकानों को तब तक ध्वस्त न कराया जाय, जब तक अपरिहार्य न हो। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्यमंत्री जोशीमठ प्रभावित क्षेत्र की सभी व्यवस्थाओं की अधिकारियों से नियमित रिपोर्ट ले रहे हैं। उन्होंने मुख्य सचिव को निर्देश दिए कि जोशीमठ क्षेत्र में प्रभावित परिवारों से बातचीत कर उनकी हर समस्याओं का शीघ्रता से निदान किया जाय। सुरक्षा की दृष्टि से जिन परिवारों को अन्यत्र स्थानों पर शिफ्ट कराया जा रहा है। उनको वहां सभी बेहतर आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाय। मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को निर्देश दिए कि प्रभावितों के विस्थापन के लिए उनके सुझावों के आधार पर इतनी बेहतर व्यवस्था की जाय कि यह पूरे देश के लिए नजीर बने। उन्होंने कहा कि प्रभावितों के इस दुःख-दर्द में सरकार द्वारा उनको हर सम्भव सुविधा उपलब्ध कराई जायेगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
जोशीमठ के प्रभावित क्षेत्र में शासन के उच्चाधिकारी क्षेत्र में प्रभावितों से मिलकर उनकी समस्याओं का समाधान कर रहे हैं। सचिव मुख्यमंत्री आर. मीनाक्षी सुन्दरम मौके पर प्रशासन के अधिकारियों के साथ सभी व्यवस्थाओं को देख रहे हैं। जोशीमठ के भू-स्खलन एवं भू- धसाव प्रभावित क्षेत्र में भूगर्भीय तथा अन्य आवश्यक जांचें संबंधित संस्थाओं द्वारा की जा रही है। नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी की टीम भी मौके पर मौजूद है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष ने फोन पर ली सीएम और प्रदेश अध्यक्ष से जानकारी
भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मुख्यमंत्री पुष्कर धामी व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट से फोन पर जोशीमठ आपदा को लेकर विस्तृत जानकारी लेते हुए आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने जनहानि न हो, सरकार से ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित करने व पार्टी कार्यकर्ताओं से भी राहत एवं बचाव कार्यो में अधिक से अधिक सहभागिता करने के भी निर्देश देते हुए सभी से मानवतावादी व्यवहार की अपील की है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पार्टी प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने जानकारी देते हुए बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा ने फोन पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से जोशीमठ में भूधसांव से उत्पन्न हुई आपदा को लेकर विस्तार से जानकारी ली । उन्होंने प्रभावितों के लिए राहत एवं मदद पहुंचाने को प्राथमिकता में रखने के निर्देश देते हुए केंद्र से हर संभव मदद का भी भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा केंद्र एवं राज्य सरकार की विशेषज्ञ टीम की रिपोर्ट आने के बाद जिस तरह के भी ट्रीटमेंट की जरूरत होगी उसका स्थायी समाधान की दृष्टि से क्रियान्वयन किया जाए। उन्होंने कहा, पीएम मोदी समेत समूचा देश जोशीमठ के लोगों के साथ इस आपदा की घडी में खड़ा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
चौहान ने बताया कि नड्डा जी ने प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट से भी बात कर, प्रभावितों के साथ मानवतावादी व्यवहार के साथ सभी सरकारी व गैरसरकारी मदद का बेहतर समन्वय बनाने को कहा। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को इस चुनौती को स्वीकार करते हुए राहत कार्यों में प्राण प्रण से जुट जाने के निर्देश दिए। प्रदेश अध्यक्ष भट्ट द्वारा राष्ट्रीय अध्यक्ष को जानकारी दी गयी कि संगठन की एक उच्च स्तरीय कमेटी स्थलीय निरीक्षण कर लगातार निगरानी कर रही है। उनके द्वारा ग्राउंड ज़ीरो पर आपदा कंट्रोल रूम बनाने एवं वार्ड स्तर पर भूधसांव की निगरानी व राहत कार्यों के संचालन के लिए 3-3 वरिष्ठ कार्यकर्ताओं की टीम जोशीमठ में तैनात है। साथ ही प्रदेश भर से पीड़ितों की मदद के लिए कार्यकर्ताओं द्वारा राहत सामग्री भी जोशीमठ में पहुँचाने का का काम किया जा रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दरक रहा है जोशीमठ
गौरतलब है कि उत्तराखंड के चमोली जिले में धंसते जोशीमठ में तबाही का खतरा गहराने लगा है। यहां जमीन धंसने के कारण 600 से ज्यादा घरों में दरारें आ गई हैं। हाईवे दरक गए। भवन और मकानों में दरारें आ गई। कई मंदिरों पर भी खतरा मंडरा रहा है। कई स्थानों पर पानी के स्रोत फूट गए। ऐसे में लगभग 600 से ज्यादा परिवारों को उनके घर खाली करने का आदेश दे दिया गया था। साथ ही चारधाम ऑल वेदर रोड (हेलंग-मारवाड़ी बाईपास) और एनटीपीसी की पनबिजली परियोजना जैसी मेगा परियोजनाओं से संबंधित सभी निर्माण गतिविधियों पर स्थानीय निवासियों की मांग पर अगले आदेश तक रोक लगा दी गई है। जोशीमठ औली मार्ग आवागमन भी बंद कर दिया गया है। राज्य सरकार ने कहा है कि जिन लोगों के घर प्रभावित हुए हैं और उन्हें खाली करना है। उन्हें मुख्यमंत्री राहत कोष से अगले छह महीने के लिए मकान किराए के रूप में 4,000 रुपये प्रति माह मिलेंगे।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।