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March 14, 2025

अवैध खनन रोकने को सीएम धामी के सख्त निर्देश, गर्भवती महिलाओं के बेहतर स्वास्थ्य के निर्देश, सुनी भागवत कथा

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में सशक्त उत्तराखण्ड @ 2025 के लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए खनन एवं राजस्व विभाग की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि राजस्व प्राप्ति के लक्ष्यों को हांसिल करने के लिए अवैध खनन को रोकने के लिए ट्रेकिंग सिस्टम को मजबूत किया जाए। यदि कोई अवैध खनन करते हुए पकड़ा जाता है, तो उन पर सख्त कारवाई की जाए। मुख्यमंत्री ने खनन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि प्रयास किये जाएं कि सभी चिह्नित खनन लॉट्स सुचारु रहें। इससे वैध तरीके से कार्य होंगे और स्थानीय स्तर पर लोगों को रोजगार भी मिलेगा। उन्होंने खनन विभाग एवं खनन के क्षेत्र में कार्य कर रहे जीएमवीएन, केएमवीएन एवं वन विकास निगम को सभी लॉट संचालित किए जाने के निर्देश दिए, उन्होंने कहा कि जो लॉट अभी सक्रिय नहीं हैं, उनको सक्रिय करने के लिए हर संभव प्रयास किये जाएं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

राजस्व विभाग की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि राजस्व वसूली में तेजी लाई जाए। बैठक में जानकारी दी गई कि मार्च 2024 तक भू-अभिलेखों/मानचित्रों के डिजिटाईजेशन का लक्ष्य रखा गया है। वर्ष 2026 तक प्रदेश की राजस्व अभिलेखों में दर्ज सम्पूर्ण भूमि का सर्वे/रि-सर्वे करने का लक्ष्य रखा गया है। इस वित्तीय वर्ष में माह जुलाई तक मुख्य देय की मद में 49.80 लाख एवं विविध देय में 6143.70 लाख की वसूली की गई है। बैठक में अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम, सचिन कुर्वे, डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय एवं सबंधित अधिकारी उपस्थित थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य की हो उचित देखभाल
उत्तराखंड में मातृ मृत्यु दर को कम करने एवं गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य की देखभाल को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राज्य में मातृ मृत्यु दर कम करने एवं गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य की देखभाल और आपदाकाल में गर्भवती महिलाओं को अगर एयर लिफ्ट करने की जरूरत पड़ने पर उन्हें निकटवर्ती सुविधा युक्त चिकित्सालयों में पहुंचाया जाए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

मुख्यमंत्री ने इस बाबत सचिव स्वास्थ्य से विस्तृत कार्ययोजना बनाने को कहा है। मुख्यमंत्री आवास में मुख्यमंत्री कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ मातृ मृत्यु दर एवं गर्भवती महिलाओं की देखभाल को लेकर आयोजित बैठक में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य में मातृ मृत्यु दर में कमी लाने के लिए और प्रभावी प्रयासों की जरूरत है। उन्होंने गर्भवतियों के स्वास्थ्य की देखभाल को लेकर भी आवश्यक निर्देश दिये। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार ने इस दौरान अवगत कराया कि राज्य में हुई प्रत्येक मातृ मृत्यु की गहन समीक्षा की जा रही है। साथ ही सभी गर्भवती महिलाओं का प्रसव पूर्व रजिस्ट्रेशन गर्भावस्था के प्रारम्भ से ही सुनिश्चित किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त, सभी गर्भवती महिलाओं को न केवल स्थानीय आशा, एएनएम के माध्यम से समय से प्रसवपूर्व जाँच कराने की सलाह दी जा रही है, बल्कि निर्धारित समय पर केन्द्रीकृत कॉल सेन्टर (104 कॉल सेन्टर) से भी कॉल कर निकटवर्ती स्वास्थ्य केन्द्र से जांच कराये जाने हेतु प्रोत्साहित किया जा रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

स्वास्थ्य सचिव ने अवगत कराया कि सभी गर्भवती महिलाओं का बर्थ प्लान (जिसमें नजदीकी जांच केन्द्र एवं प्रसव केन्द्र की सूचना भी सम्मिलित है) तैयार रखा जा रहा है और सभी गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था के 18 से 22 वें हफ्ते में निःशुल्क अल्ट्रासाउण्ड की व्यवस्था की जा रही है। इस हेतु घर से लाने एवं वापस भेजने हेतु निःशुल्क परिवहन की व्यवस्था 102 ( खुशियों की सवारी ) के माध्यम से की जा रही है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

इसके अलावा, संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने हेतु सभी जनपदों में (विशेषतः आपदाकाल में मार्ग बाधाओं के दृष्टिगत चिन्हित क्षेत्रों से) गर्भवती महिलाओं को संभावित प्रसव तिथि से लगभग 15 दिन पूर्व जिला चिकित्सालय के पास संचालित किये जा रहे वन स्टॉप सेंटर में ठहरने की व्यवस्था की जा रही है। यह व्यवस्था स्वास्थ्य विभाग तथा महिला एवं बाल विकास विभाग के समन्वय से की जा रही है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

इस माध्यम से आपदाकाल में प्रसव की स्थिति होने पर प्रसूता को निकटवर्ती जिला चिकित्सालय में भर्ती कराकर संस्थागत, सुरक्षित प्रसव कराये जाने की व्यवस्था है। सड़क मार्ग से दूर अवस्थापित तथा आपदाकाल में रोड ब्लॉक के दृष्टिगत गर्भवती महिलाओं को डोली, पालकी के माध्यम से रोड हैड, 108 एम्बुलेंस तक लाने वाले दल हेतु रूपये 2000 प्रति केस की व्यवस्था की गई है। इस डोली, पालकी व्यवस्था को समस्त आपदा प्रभावी क्षेत्रों तथा रोड हैड से दूर अविस्थापित गांव को आच्छादित किये जाने हेतु प्रयास किये जा रहे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

आपदाकाल में सामान्य स्वास्थ्य केन्दों से गर्भवती महिला को आवश्यकतानुसार हेलीकॉप्टर के माध्यम से निकटतम ऐसे चिकित्सालय जिसमें सीजेरियन ऑपरेशन की व्यवस्था हो तक पहुँचाने की सुविधा प्रदान की जायेगी। इस बात का भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है कि प्रसव के उपरान्त भी सभी गर्भवती महिलाओं एवं नवजात शिशुओं का निर्धारित अन्तराल पर उनके घर पर ही स्वास्थ्य परीक्षण किये जाने की व्यवस्था सुचारू है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

साथ ही किसी भी जोखिम की स्थिति में सर्न्दभण किये जाने हेतु निःशुल्क वाहन की व्यवस्था उपलब्ध है। हाई रिस्क प्रेगनेंसी वाली महिलाओं का विशेष ध्यान रखते हुये ससमय अतिरिक्त आवश्यक जांचे कराये जाने की व्यवस्था है। इसके लिए निर्धारित प्रोत्साहन राशि300 रुपये सीधे आशा के खाते में जमा करायी जा रही है। गर्भवती महिलाओं को केन्द्र सरकार के माध्यम से जननी सुरक्षा योजना के अर्न्तगत संस्थागत प्रसव कराने पर ग्रामीण क्षेत्रों में 1400 रुपये एवं शहरी क्षेत्रों में 1000 रुपये सीधे लाभार्थी के खातों में दिया जा रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

राज्य सरकार ने भी इस हेतु अपने स्तर से ईजा बोई शगुन योजना के अर्न्तगत 2000 रुपये की अतिरिक्त व्यवस्था की है, जिससे निसन्देह संस्थागत तथा सुरक्षित प्रसव को बढ़ावा मिलेगा। बैठक में अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, विशेष प्रमुख सचिव अभिनव कुमार, सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम, शैलेश बगोली, विनय शंकर पांडेय, सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी आदि उपस्थित रहे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

सीएम ने भागवत कथा कार्यक्रम में किया प्रतिभाग
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को हरिद्वार में भूपतवाला स्थित वेद निकेतन धाम में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। रामचरित मानस की चौपाई-बिन सत संग विवेक न होई, राम कृपा बिनु सुलभ न सोई का उल्लेख करते हुये मुख्यमंत्री ने सत्संग की महिमा का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा हमें जीवन में नई ऊर्जा देने का कार्य करती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

मुख्यमंत्री ने सनातन धर्म का उल्लेख करते हुये कहा कि आज सनातन धर्म की पताका पूरे विश्व में फैल रही है तथा पूरा विश्व इससे परिचित होते हुये हमारी संस्कृति को किसी न किसी रूप में अपना रहा है। कोराना काल का जिक्र करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि कोराना काल में योग व आयुर्वेद को हमने काफी निकट से महसूस किया है। उन्होंने कहा कि हर वर्ष 21 जून को अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। हमारी इस विरासत को आज पूरा विश्व अपना रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आज पूरा देश चहुंमुखी विकास कर रहा है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में भव्य राम मन्दिर जल्दी ही बनकर तैयार हो जायेगा। वर्ष 2013 की भयंकर त्रासदी में केदारनाथ परिसर को काफी नुकसान पहुंचा था, जिसको दिव्य व भव्य बनाने का कार्य प्रधान मंत्री ने वर्ष 2014 में प्रारम्भ करवाया था। आज उस स्थान पर भव्य व दिव्य केदारपुरी अपना स्वरूप ले चुकी है। उन्होंने कहा कि बद्रीनाथ को संवारने का कार्य भी काफी तेजी से किया जा रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

मुख्यमंत्री ने कहा कि केदारनाथ व हेमकुण्ड साहिब की यात्रा को सुगम बनाने के लिये रोपवे की आधारशिला रखी जा चुकी है। आने वाले समय में श्रद्धालुओं की केदारनाथ व हेमकुण्ड साहिब की यात्रा काफी सुगम होने वाली है। उन्होंने कहा कि जिस यात्रा को करने में तीन से चार दिन लगते थे, वह यात्रा अब कुछ ही घण्टों में सम्पन्न हो जायेगी। उन्होंने कहा कि ये सभी कार्य प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व में आगे बढ़ाये जा रहे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत की अर्थव्यवस्था आज ग्यारहवें से पांचवें नम्बर की अर्थव्यवस्था बन गयी है तथा भविष्य में यह तीसरे नम्बर की अर्थव्यवस्था बने इसके लिये निरन्तर प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने हरिद्वार व ऋषिकेश कारिडोर विकसित करने का संकल्प लिया है जो शीद्य्र ही मूर्त रूप में साकार होगा। उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त ऑल वेदर रोड, ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन पूर्णता की ओर है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार मानस खण्ड के अन्तर्गत 60-65 मन्दिरों का एक कॉरिडोर विकसित करने जा रही है, जिसके प्रथम चरण में 16 मन्दिरों को विकसित करने का कार्य हाथ में लिया गया है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड देवभूमि है तथा यहां लोग श्रद्धा व आस्था से आते हैं, आप जिधर जायेंगे, वहां पर्वत, मन्दिर आदि दिखाई देंगे। उन्होंने कहा कि पर्यटन व फिल्म निर्माण की दृष्टि से आप जिधर भी दृष्टि डालेंगे, पूरा उत्तराखण्ड ही डेस्टीनेशन है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड के मूल स्वरूप को बनाये रखने के लिये हमने कठोर कदम भी उठाये हैं तथा जहां पर भी अवैध अतिक्रमण किया गया था, उसे कठोरता से हटाया गया है। इसके अलावा धर्मान्तरण और अतिक्रमण को रोकने एवं समान नागरिक संहिता के लिये भी हमने कठोर निर्णय लिये हैं तथा समान नागरिक संहिता पर जल्दी ही कानून बनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि हम देवभूमि उत्तराखण्ड को देश का नम्बर-1 राज्य बनाने के लिये विकल्प रहित संकल्प के साथ आगे बढ़ रहे है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

श्रीमद् भागवत कथा कार्यक्रम के आयोजक भरत सिंह रहेवर तथा रजनी भाई पटेल ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में उत्तराखण्ड में हो रहे चहुंमुखी विकास कार्यों की प्रशंसा की। इस अवसर पर महानिर्वाणी के सचिव श्रीमहन्त रविन्द्रपुरी, महामण्डलेश्वर स्वामी ललितानन्द, महामण्डलेश्वर हरिचेतनानन्द, हरिद्वार नगर विधायक मदन कौशिक, रूड़की विधायक प्रदीप बत्रा, रानीपुर विधायक आदेश चौहान, पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानन्द, भाजपा जिला अध्यक्ष शोभाराम प्रजापति सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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