रुद्रप्रयाग में छाता लेकर मॉर्निंग वाक पर निकले सीएम धामी, ढाबा संचालक से की बातचीत, वाल्मीकि जयंती की दी बधाई

देर रात तक ली ज़िला स्तरीय समीक्षा बैठक
प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने एक दिवसीय जनपद भ्रमण के दौरान देर शाम को रुद्रप्रयाग स्थित गढ़वाल मंडल विकास निगम के गेस्ट हाउस बहुदेश्य भवन में विभागों के अंतर्गत संचालित योजनाओं की समीक्षा की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जिले में समाज कल्याण विभाग द्वारा बच्चों, वृद्धजन और दिव्यागों के लिए तैयार महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट ‘कवच’ भी लांच किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बैठक में जिलाधिकारी द्वारा जनपद में संचालित विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। वहीं पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल द्वारा जनपद में यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जानकारी दी। बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार सरलीकरण समाधान और निस्तारण के मूल मंत्र पर काम कर रही है। सभी विभागों का दायित्व होना चाहिए कि जनता को किसी तरीके की परेशानी ना हो अगर किसी काम में कोई व्यावहारिक दिक्कत है तो उसका रास्ता निकाला जाए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि तहसील दिवसों को नियमित आयोजित किया जाए। तहसील दिवसों को और अधिक प्रभावशाली बनाने के साथ-साथ बीडीसी की बैठकों में जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी सहित अन्य उच्च अधिकारी को अनिवार्य रूप से प्रतिभाग करने के निर्देश दिए है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि ग्राम सभा में चौपाल की व्यवस्था भी की जाए इसके साथ ही हर गांव में साल में एक विशेष आयोजन कर स्थापना दिवस के तौर पर ग्राम दिवस के रूप में आयोजित किया जाए। उन्होंने कहा कि हम सबका दायित्व है कि बेहतर कार्य संस्कृति के साथ काम किया जाए। उन्होंने विभाग़ों की जनपदीय समीक्षा में पौराणिक जल स्रोतों के पुनर्जीवन करने. नेशनल हाईवे और अन्य मुख्य मार्गों के आसपास वृक्षारोपण करने के साथ ही चार धाम यात्रा मार्ग पर बेहतर व्यवस्था करने के निर्देश दिए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्यमंत्री ने कहा कि कीवी उत्पादन , हथकरघा व हस्तशिल्प के उत्पादों को और बढ़ावा दिया जाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि केदारनाथ धाम में न्यूनतम 15 से 20 हजार लोगों के रहने की व्यवस्था की जाए इसके साथ ही सरकार की योजनाओं एवं सरकारी अभियान में जनता को सहभागी बनाकर आगे बढ़ाया जाए। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि जिला स्तर पर भी आने वाले 25 वर्षों के रोड मैप तैयार किया जाए। उन्होंने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के बाद अब अमृत काल में हम सब प्रवेश कर रहे हैं, इसलिए इस अमृत काल में विशेष कार्य योजना के साथ हम सब कार्य करें। उन्होंने कहा कि केदारनाथ तीर्थ यात्रियों को बाबा केदार के दर्शन हेतु पंक्तियों में खड़े होकर इंतजार ना करना पड़े इसके लिए ठोस कार्य योजना तैयार की जाए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस प्रकार भारत सरकार में नीति आयोग थिंक टैंक के रूप में अहम भूमिका निभाता है उसी प्रकार जनपद स्तर पर विकास विभाग भी थिंक टैंक की भूमिका निभा सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरलीकरण समाधान और निस्तारण को कार्यशैली में शामिल करते हुए जनता की समस्याओं के निराकरण की पहल शुरू करें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष सुमंत तिवारी, विधायक रुद्रप्रयाग भरत सिंह चौधरी, केदारनाथ की विधायक शैला रानी रावत, बद्री केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय, जिलाध्यक्ष भाजपा दिनेश उनियाल, जिलाधिकारी मयूर दीक्षित, पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल, मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार, अपर जिला अधिकारी दीपेन्द्र सिंह नेगी, डीएफओ रुद्रप्रयाग अभिमन्यु, डीएफओ केदारनाथ इंद्र सिंह नेगी, जिला विकास अधिकारी सु मनविंदर कौर, परियोजना निदेशक ग्राम विकास रमेश चंद्र, उप जिलाधिकारी परमानन्द राम, उप जिलाधिकारी सु अपर्णा ढोंडियाल , अधीक्षण अभियंता सिंचाई सुधीर कुमार, अधिशासी अभियंता लोनिवि जीत सिंह रावत, जिला बचत अधिकारी सूरत लाल समेत अन्य लोग मौजूद रहे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्यमंत्री ने किया जनप्रतिनिधियों से संवाद
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को जीएमवीएन तिलवाड़ा में जनपद के जिला पंचायत सदस्य, क्षेत्र पंचायत सदस्य ग्राम प्रधान, सभासदों एवं विभिन्न जनप्रतिनिधियों से संवाद किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि हम सब जनप्रतिनिधि जनता के प्रति जिम्मेदार लोग हैं। सबका दायित्व है कि अपने कर्तव्यों का निर्वहन पूर्ण मनोयोग से करें। उन्होंने कहा कि हमारा ध्येय होना चाहिए कि मिलकर विकास के लक्ष्य को लेकर आगे बढ़ाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद स्तरीय जो काम हैं उनके लिए जनप्रतिनिधियों को देहरादून तक न आना पड़े। जिस कार्य का समाधान जहां हो सकता है वहीं उसे पूर्ण कर लिया जाए। उन्होंने कहा कि हम सबको एक वर्क कल्चर स्थापित करना है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्यमंत्री ने चार धाम यात्रा के सफल संचालन के लिए सभी जनप्रतिनिधियों का आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड महामारी के दौरान भी जनप्रतिनिधियों की अहम भूमिका रही यही कारण है कि हम सबने कोविड महामारी से डटकर मुकाबला किया। मुख्यमंत्री ने जनप्रतिनिधियों से आह्वान करते हुए कहा कि हम सब को वर्ष 2025 तक उत्तराखंड को सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने की दिशा में मिलकर काम करना है। इस दौरान रुद्रप्रयाग विधायक भरत चौधरी, केदारनाथ विधायक शैला रानी रावत , बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय, ज़िला पंचायत अध्यक्ष सुमन्त तिवाड़ी, पूर्व विधायक आशा नौटियाल व बड़ी संख्या में स्थानीय जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
प्रदेशवासियों को दी वाल्मीकि जयंती की शुभकामनाएं
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों को वाल्मीकि जयंती की शुभकामनाएं दी है। मुख्यमंत्री ने वाल्मीकि जयंती पर जारी संदेश में कहा कि रामायण जैसी कालजयी रचना कर उन्होंने समाज को सत्य, कर्त्तव्यनिष्ठा एवं सन्मार्ग पर चलने का मार्ग दिखाया। आदि कवि के रूप में उन्होंने रामायण के माध्यम से आदर्श समाज का चित्रण भी प्रस्तुत किया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्यमंत्री ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि द्वारा दी गई सामाजिक समरसता, सद्भाव तथा मानवता जैसे नैतिक मूल्यों की आज पहले से कहीं अधिक प्रासंगिकता है। हम सभी को महर्षि वाल्मीकि द्वारा दी गई शिक्षाओं को अपने व्यवहार में अपनाने का संकल्प लेना होगा। यही उनके प्रति हमारा सच्चा सम्मान एवं श्रद्धा का भाव होगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ई ए मिलाद की शुभकामनाएं
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों को विशेष रूप से मुस्लिम समुदाय को ईद-ए-मिलाद-उल-नबी पर्व की शुभकामनाएं दी हैं। इस अवसर पर जारी अपने संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि पैगम्बर हजरत मोहम्मद साहब का मानव सेवा का संदेश सदैव समाज के लिए प्रेरणादायी रहेगा।

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।