सूर्यधार प्रोजेक्ट में घपले की नैतिक जिम्मेदारी लें सीएम धामीः राजीव महर्षि
उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया प्रभारी राजीव महर्षि ने प्रदेश की धामी सरकार से सूर्यधार प्रोजेक्ट के मसले पर अपना स्टैंड स्पष्ट करने के लिए कहा है। उन्होंने कहा है कि जिस योजना को पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र् सिंह रावत अपना ड्रीम प्रोजेक्ट बताते नहीं थक रहे थे, उसी प्रोजक्ट पर सिंचाई मंत्री सवाल उठा रहे हैं।
उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया प्रभारी राजीव महर्षि ने प्रदेश की धामी सरकार से सूर्यधार प्रोजेक्ट के मसले पर अपना स्टैंड स्पष्ट करने के लिए कहा है। उन्होंने कहा है कि जिस योजना को पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र् सिंह रावत अपना ड्रीम प्रोजेक्ट बताते नहीं थक रहे थे, उसी प्रोजक्ट पर सिंचाई मंत्री सवाल उठा रहे हैं। अब तो शासन ने खुद अफसरों का जवाब तलब कर लिया है। ऐसे में मुख्यमंत्री को बताना चाहिए कि इस घपले पर वे आज तक मौन क्यों साधे रहे। उन्होंने सवाल किया कि क्या सीएम धामी इस घपले की नैतिक जिम्मेदारी लेते हैं या नहीं?महर्षि ने कहा कि सूर्यधार प्रोजेक्ट पर प्रदेश का करोड़ों रुपये खर्च हुआ है और सीधे तौर पर इसमें भारी भ्रष्टाचार हुआ है। मुख्यमंत्री इस मामले में मुँह तक नहीं खोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि धामी को यह स्पष्ट करना होगा कि सूर्यधार प्रोजेक्ट पर उनका स्टैंड क्या है। उन्होंने पूछा है कि इस प्रोजक्ट में हुए भ्रष्टाचार की वसूली किससे होगी। सीएम यह बात स्पष्ट करें।
भाजपा के चुनावी नारे ‘किया है, करती है और करेगी भाजपा’ पर चुटकी लेते हुए श्री महर्षि ने कहा कि नारे को पूरा करने के लिए सीएम को घपला शब्द भी जोड़ देना चाहिए था, क्योकि बीते पाँच साल में सिर्फ घपले हुए हैं। चाहे खनन का मामला हो या सीएम बदलने का। सच तो यह है कि पांच साल में तीन सीएम बदलने के अलावा भाजपा ने कुछ नहीं किया और यही उसकी एकमात्र उपलब्धि भी है। सूर्यधार प्रोजेक्ट हो या खनन अथवा अन्य मामला हो, जो पत्थर उठाएंगे, वहाँ घपला नजर आएगा। उन्होंने कहा कि 10 मार्च को मतगणना के बाद जब कांग्रेस की सरकार बनेगी, भाजपा के एक – एक घपले का पर्दाफाश कर जवाबदेही निर्धारित की जाएगी।





