सीएम धामी ने किया उत्तरांचल प्रेस क्लब की डायरेक्टरी का विमोचन, राज्य की प्रमुख घाटियों की भी पर्यटन की दृष्टि से हो ब्रांडिंग
1 min readउत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय में उत्तरांचल प्रेस क्लब की अर्द्धवार्षिक स्मारिका/डायरेक्टरी का विमोचन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार पत्रकारों के कल्याण के लिए लगातार काम कर रही है। उन्होंने मध्य प्रदेश की तर्ज पर राज्य में पत्रकारों के लिए बीमा योजना शुरू करने का आश्वासन देते हुए कहा कि इस संबंध में वहां की नियमावली का अध्ययन कराया जाएगा। मुख्यमंत्री ने सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी को प्रेस क्लब भवन निर्माण संबंधी सभी औपचारिकताएं शीघ्र पूरी करने और राज्य निर्माण आंदोलन के दौरान सक्रिय रहे पत्रकारों का चिह्नीकरण करते हुए उन्हें स्थायी मान्यता प्रदान करने संबंधी पूर्व घोषणा के क्रियान्वयन के निर्देश भी दिए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
प्रेस क्लब अध्यक्ष अजय राणा और महामंत्री विकास गुसाईं ने पत्रकारों के कल्याण के लिए सरकार की ओर से उठाए जा रहे कदमों के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार व्यक्त किया। क्लब कार्यकारिणी ने हाल ही आंदोलनकारी नेत्री सुशीला बलूनी के देहावसान पर सरकार की ओर दिए गए राजकीय सम्मान की पहल, गांवों में मुख्यमंत्री के रात्रि विश्राम और घोषणाओं पर अमल के लिए शीघ्र शासनादेश जारी करने जैसी पहल को लेकर भी मुख्यमंत्री की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के कदमों से आमजन के बीच सकारात्मक संदेश जा रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
महामंत्री विकास गुसाईं ने पत्रकारों को अटल आयुष्मान योजना में पत्रकारों को भी कर्मचारियों की भांति गोल्डन कार्ड की सुविधा मुहैया कराने का आग्रह किया। क्लब के पूर्व अध्यक्ष जितेंद्र अंथवाल ने मुख्यमंत्री का ध्यान मध्य प्रदेश सरकार की ओर से पत्रकारों के लिए चलाई जा रही 20 लाख रूपये की बीमा योजना की ओर दिलाते हुए आग्रह किया कि उत्तराखंड में भी सरकार को पत्रकारों के लिए अंशदान आधारित इसी तरह की बीमा योजना आरंभ करनी चाहिए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
क्लब अध्यक्ष अजय राणा और पूर्व अध्यक्ष अंथवाल ने क्लब भवन निर्माण के लिए भूमि हस्तांतरण जल्द कराए जाने का आग्रह किया। साथ ही उन्होंने राज्य निर्माण आंदोलन के दौरान सक्रिय रहे पत्रकारों को स्थाई मान्यता संबंधी पूर्व घोषणा की ओर भी उनका ध्यान आकृष्ट किया। इस मौके पर क्लब के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रश्मि खत्री, कनिष्ठ उपाध्यक्ष दरबान सिंह, संयुक्त मंत्री राजीव थपलियाल व मीना नेेगी, कोषाध्यक्ष मनीष चंद्र भट्ट, कार्यकारिणी सदस्य दयाशंकर पांडे, फहीम तन्हा, मंगेश कुमार, राम अनुज, बीपी कुकरेती, सुबोध भट्ट आदि मौजूद रहे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
प्रदेश में पर्यटन गतिविधियों को बढावा देकर रोजगार एवं स्वरोजगार के संसाधन बढ़ाए जाएं। नई पर्यटन नीति का आम जनमानस तक व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार किया जाए। पर्यटन विभाग द्वारा संचालित योजनाओं का लोग कितना लाभ ले पा रहे हैं, इसका पूरा आंकलन किया जाए। जिन योजनाओं में आम जन का रूझान बढ़ा है, इनमें यदि टॉपअप लोन अथवा सब्सिडी की धनराशि बढ़ाने की आवश्यकता प्रतीत हो रही है, तो इसका भी प्रस्ताव तैयार किया जाए। ये निर्देश मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में सशक्त उत्तराखण्ड@25 के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए पर्यटन विभाग द्वारा तैयार किये गये अल्प, मध्य एवं दीर्घकालिक रोडमैप की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को दिये। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सरकार द्वारा जो योजनाएं चलाई जा रही हैं, इन योजनाओं का लाभ राज्य के सभी पात्र लोगों को मिले, इसके लिए ऐसा सिस्टम विकसित किया जाए, जिससे यह पता चले सके कि कौन सा परिवार किन योजनाओं का लाभ लेने का पात्र है, और कितने परिवार योजनाओं का लाभ ले रहे हैं। जो जरूरतमंद लोग सरकार की विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं का पूरा लाभ नहीं उठा पा रहे हैं, उनको विभिन्न संचार एवं प्रचार माध्यमों से योजनाओं की जानकारी दी जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में होम स्टे को और बढ़ावा देने की जरूरत है। होम स्टे को बढ़ावा देकर लोगों की आर्थिकी को तेजी से बढ़ावा मिलेगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्यमंत्री ने जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों से भी अपील की है, कि अपने जनपद भ्रमण के दौरान होम स्टे में जरूर रूकें, इससे इनको और बढ़ावा मिलेगा। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि होम स्टे चलाने वालों को समय-समय पर प्रशिक्षण भी दिया जाए। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि अगले 10 सालों का विभागों द्वारा जो रोडमैप तैयार किया जा रहा है, उसमें भविष्य की सभी संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए रोडमैप पर चरणबद्ध तरीके से कार्य किये जाएं। 2025 तक जिन कार्यों एवं योजनाओं को पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है, उनमें अभी से कार्य धरातल पर दिखने शुरू हो जाए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने 2030 तक के पूरे रोडमैप पर सुनियोजित तरीके से कार्य किये जाने के निर्देश देते हुए कहा कि राज्य में पर्यटन आधारित जो भी नई गतिविधियां की जा रही है और जिन स्थानों पर की जा रही है, पर्यटन विभाग द्वारा उनका वृहद स्तर पर प्रचार प्रसार की भी व्यवस्था सुनिश्चित करें। राज्य के समग्र विकास के लिए हर क्षेत्र में विभागों को आपसी समन्वय के साथ तेजी से आगे बढना होगा। विकास के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिये भी यह जरूरी है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि शीघ्र ही पर्यटन विभाग एवं लोक निर्माण विभाग की संयुक्त बैठक की जाए। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए बेहतर सड़क कनेक्टिविटी का होना जरूरी है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि राज्य के चिन्हित वाइब्रेंट विलेज के आस-पास भी पर्यटन गतिविधियों को तेजी से बढ़ावा दिया जाए। पर्यटक स्थलों के आस-पास हेलीपैड की भी व्यवस्थाएं रखी जाएं। मानसखण्ड मन्दिर परियोजना के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश भी मुख्यमंत्री ने अधिकरियों दिये। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि इसके तहत प्रथम चरण में जिन 16 मन्दिरों को चिन्हित किया गया है, उन पर मिशन मोड में कार्य किये जाएं। विभिन्न पर्यटक एवं धार्मिक स्थलों पर जिन पौराणिक गुफाओं को विकसित किये जाने की योजना है उन पर भी तेजी से कार्य किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें राज्य की प्रमुख वैलियों की पर्यटन की दृष्टि से ब्राडिंग करनी होगी। इसके लिए प्रत्येक जनपद में स्थित घाटियों के महत्व एवं प्राकृतिक उत्पादों को पहचान दिलाने के लिए भी कार्ययोजना बनाई जाए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पर्यटन मंत्री सताल महाराज ने कहा कि राज्य में ट्रैकिंग, पैराग्लाइडिंग, राफ्टिंग के क्षेत्र में अनेक संभावनाएं हैं। इस दिशा में तेजी से कार्य भी हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि धार्मिक एवं पर्यटक स्थलों पर स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा दिया जा रहा है। राज्य में धार्मिक पर्यटन के साथ-साथ आध्यात्मिक और साहसिक पर्यटन को भी तेजी से बढ़ावा दिया जा रहा है। वन डिस्ट्रिक्ट, वन डेस्टिनेशन के क्षेत्र में तेजी से कार्य किये जा रहे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सशक्त उत्तराखण्ड @ 25 के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा तैयार किये गये अल्प, मध्य एवं दीर्घकालिक रोडमैप की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिये कि राज्य में मातृत्व मृत्युदर को और कम करने के लिए प्रयास किये जाएं। इसके लिए सभी विभागों को समन्वय के साथ कार्य करना होगा। सरकार द्वारा चलाई जा रही मिशन खुशियों की संवारी का व्यापक स्तर पर प्रचार किया जाए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्यमंत्री ने कहा कि अस्पतालों में मरीजों को लंबी लाईन पर खड़ा न रहना पड़ें, इसके लिए ऑनलाईन रजिस्ट्रेशन की प्रभावी व्यवस्था की जाए। ई-संजीवनी एप का वृहद स्तर पर प्रचार किया जाए। जिससे अधिकांश लोग घर से ही चिकित्सकों से परामर्श ले सकें। उन्होंने कहा कि 2025 तक देवभूमि उत्तराखण्ड को नशा मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए सभी विभागों द्वारा क्या प्रयास किये गये हैं, इसकी भी समीक्षा की जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिले, इसके लिए स्वास्थ्य निदेशालय में आईटी सेल बनाया जाए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बैठक में अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, सचिव आर. मीनाक्षी सुदंरम, दीपेन्द्र चौधरी, सचिव कार्यक्रम क्रियान्वयन दीपक गैरोला, अपर सचिव सी. रविशंकर, मनोज पंत, महानिदेशक स्वास्थ्य डॉ. वितीता शाह, प्राचार्य दून मेडिकल कॉलेज डॉ. आशुतोष सयाना उपस्थित थे।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।