अपना राज्य को संभल नहीं रहा है, हिमाचल में मदद को तैयार सीएम धामीः जोत सिंह बिष्ट
उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी के प्रदेश संगठन समन्वयक जोत सिंह बिष्ट ने आपदा के मद्देनजर राज्य के सीएम धामी पर करारा व्यंग्य किया। उन्होंने कहा कि राज्य में भारी बरसात के कारण एक हफ्ते से लोग अनेक अनेक परेशानियों से जूझ रहे हैं। भूस्खलन, सड़क दुर्घटना, दुर्घटना मृत्यु, बाढ़ आना, जल सैलाब से मकानों का गिरना, लोगों का नदियों में टापू पर फसना, ग्लेशियर टूटना, नदियों का जल स्तर बढ़ना, बस्तियों में, सड़को पर जल भराव जैसी खबरें रोज सुनाई दे रही है। इन सबसे बावजूद सीएम धामी हिमाचल की चिंता जताने का ड्रामा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पहले अपना राज्य ही संभाल लो, तब पड़ोसी राज्य की बात करो। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
जोत सिंह बिष्ट ने कहा कि हमारे मुख्यमंत्री आपदा संबंधी घटनाओं पर अपने राज्य की सुध लेने की बजाय जब हिमाचल के मुख्यमंत्री को आपदा में मदद की खबर को प्रचारित करते हैं तो बड़ा आश्चर्य होता है। ऐसा करके मुख्यमंत्री जी क्या संदेश देना चाहते हैं कि उत्तराखंड में जैसे कुछ हो ही नहीं रहा है और यहां सबकुछ ठीकठाक है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में एक सप्ताह में अब तक बरसात में लगभग दो दर्जन से अधिक लोगों की मृत्यु हो गई है। पिछले दो दिन में उत्तराखंड में 17 से अधिक लोग दैवीय आपदा में मर गए हैं, वहीं, हिमाचल में एक सप्ताह में 31 लोगों के मरने की खबर है। मुख्यमंत्री को गढ़वाल क्षेत्र में जहां अनेक दुर्घटनाओं की सूचनाएं आ रही हैं, लगता है कि वहां की कोई चिंता नहीं है। धामी जी गढ़वाल के आपदाग्रस्त क्षेत्र का दौरा करने के बजाय हिमाचल की आपदा और देहरादून के आईएसबीटी के जलभराव के प्रति ज्यादा चिंतित है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में भी हालात हिमाचल जैसे ही है। मुख्यमंत्री इस तरह से मीडिया के माध्यम से ऐसा प्रचार कर रहे हैं, जैसे यहां सबकुछ ठीक है। उत्तराखंड के लोगों के प्रति अपने कर्तव्य का निर्वहन करने के बजाय वह लोगों को गुमराह करके यश बटोरने में ज्यादा ध्यान दे रहे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
जोत सिंह बिष्ट ने अपने बयान में कहा कि उत्तराखंड के 13 जिलों में से कई जिलों में औसत से बहुत ज्यादा बारिश हुई है। लोगों के खेत, खलिहान, फसल, मवेशी इस बारिश की चपेट में आए हैं। उनके बारे में मुख्यमंत्री जी चिंतित नहीं दिखाई दे रहे हैं। सबसे ज्यादा अचंभे की बात यह है कि मुख्यमंत्री रोज मीडिया में इस बात का प्रचार करने में ज्यादा ध्यान दे रहे हैं कि मुख्यमंत्री ने कंट्रोल रूम में देर रात निरीक्षण किया। आईएसबीटी का निरीक्षण किया। कुमाऊं का भ्रमण किया, लेकिन गढ़वाल की 41 विधानसभा और 7 जिलों की तरफ मुख्यमंत्री जी का ध्यान बिल्कुल नहीं है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
आप नेता ने कहा कि सीएम अपने मंत्रिमंडल के साथियों राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों से काम लेने के बजाय अकेले ही बिना टीम के दौड़ लगाते दिखाई दे रहे हैं। इससे एक संदेश साफ तौर पर जा रहा है कि मुख्यमंत्री का किसी पर कोई नियंत्रण नहीं है। उनके मंत्रिमंडल के साथी और अधिकारीगण उनकी बात को अनसुना कर रहे हैं। इसलिए मुख्यमंत्री सब जगह खुद ही दौड़ लगा रहे हैं। नेतृत्व का काम अपनी टीम से काम करवाने का होता है। इसमें धामी जी पूरी तरह से असफल साबित हो चुके हैं। उसका खामियाजा उत्तराखंड के बारिश की आपदा से प्रभावित लोग भुगत रहे हैं।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।