सीएम धामी ने 306 करोड़ की 26 योजनाओं का किया लोकार्पण, जोशीमठ भूधंसाव की कल उच्च स्तरीय बैठक
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि बाईपास के लोकार्पण के साथ खटीमा एवं गदरपुर क्षेत्रवासियों की लंबे समय से चली आ रही मांग पूरी हुई है। इन दोनों ही बाईपास के बनने से स्थानीय जनता को लाभ मिलेगा। खटीमा एवं गदरपुर दोनों शहरों को जाम से निजात भी मिलेगा। खटीमा बाईपास के दौरान कई बाधाओं का सामना करना पड़ा परंतु सभी क्षेत्रवासियों ने एकता दिखाकर, जिला प्रशासन एवं एन.एच के सहयोग से समस्याओं का समाधान किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा जल्द ही टनकपुर से सितारगंज एवं पीलीभीत से खटीमा हेतु 4 लेन सड़क पर भी कार्य किया जाएगा। यह मार्ग कैलाश मानसरोवर का भी एक अहम पड़ाव है आने वाले दिनों में कैलाश मानसरोवर की यात्रा इन्हीं मार्गो से की जाएगी। भारत एवं नेपाल सरकार संयुक्त रूप से दोनों देशों को जोड़ने हेतु सड़क का निर्माण करवा रही है जिससे दोनों देशों के बीच में रोटी बेटी का रिश्ता और ज्यादा मजबूत होगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उत्तराखंड से विशेष लगाव है। जिसके फलस्वरूप केदारनाथ की एवं हेमकुंड साहिब को रोपवे से जोड़ने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा राज्य सरकार की प्राथमिकता है कि भारत सरकार के पर्वतमाला योजना का अधिकाधिक लाभ हमारे राज्य को मिले। उधम सिंह नगर जिले के किच्छा क्षेत्र में एम्स बनने जा रहा है। राज्य सरकार वन डिस्टिक टू प्रोडक्ट योजना पर भी तेज गति के साथ कार्य कर रही है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत द्वारा अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर जो भी प्रस्ताव रखे जाते हैं, उन पर गम्भीरता से फैसले भी लिये जाते हैं। उन्होंने कहा कि भारत इस वर्ष जी- 20 शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहा है। यह देश के लिए ‘लोकल फॉर ग्लोबल’ को बढ़ावा देने का अच्छा अवसर है। जी-20 की 02 महत्वपूर्ण बैठकें उत्तराखण्ड में भी प्रस्तावित हैं। भारत के प्रस्ताव पर संयुक्त राष्ट्र महासभा ने वर्ष 2023 को अन्तरराष्ट्रीय मिलेट वर्ष भी घोषित किया है। इससे हमारे मोटे अनाजों को तेजी से बढ़ावा मिलेगा। भारत सरकार द्वारा मण्डुवा को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर क्रय करने की स्वीकृति प्रदान करने पर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का आभार व्यक्त किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
वीडियो संदेश में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि विधानसभा चुनाव 2022 में अपने वादे अनुसार आज बाईपास का लोकार्पण कर दिया है। नवनिर्मित गदरपुर एवं खटीमा बाईपास के शुभारंभ के साथ ही खटीमा एवं गदरपुर के मुख्य शहरों में लगने वाला जाम पूरी तरह खत्म हो जाएगा। इससे स्थानीय जनता, यात्री एवं श्रद्धालुओं को बहुत बड़ी राहत मिलेगी। बाईपास के बन जाने से रुद्रपुर – टनकपुर एवं रुद्रपुर से काशीपुर या अन्य आसपास शहरों की समयअवधि घट जाएगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में उत्तराखंड राज्य निरंतर ही विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है। उन्होंने कहा उत्तराखंड राज्य में सड़कों के निर्माण हेतु जो कुछ भी सहयोग मंत्रालय द्वारा किया जा सकता है, वो प्राथमिकता के साथ किया जाएगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने कहा कि प्रत्येक शासनादेश मूर्त रूप लेता जा रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में उत्तराखंड का चौमुखी विकास देखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री धामी के बराबर कर्तव्यनिष्ट, ईमानदार व्यक्ति कोई नहीं है, वह वर्तमान समय में प्रदेश के हर क्षेत्र को बराबर स्थान और सम्मान दे रहे हैं। उन्होंने कहा गदरपुर बायपास पर सर्विस लेन बने तथा किसानों की फसल को नुकसान न हो, पानी की निकासी हेतु एनएचएआई प्रस्ताव बनाए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में उधम सिंह नगर जिले का चौतरफा विकास हो रहा है। अगले 10 सालो में उत्तराखंड राज्य बहुत ऊंचाइयों को छूने वाला है। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री मोदी जी के मार्गदर्शन में भारत को G-20 की अध्यक्षता मिल गई है। करोड़ों के प्रोजेक्ट पर काम हो रहे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कार्यक्रम के पश्चात मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने नेशनल हाईवे कुटरी (खटीमा बाईपास) का निरीक्षण भी किया। इस दौरान विधायक गोपाल सिंह राणा, शिव अरोरा, सुरेश गडिया, पूर्व विधायक डॉ.प्रेम सिंह राणा, बीजेपी जिलाध्यक्ष कमल जिंदल, डीएम युगल किशोर पंत, एसएसपी मंजूनाथ टीसी एवं अन्य लोग मौजूद रहे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
भूधसाव को लेकर कल सीएम करेंगे उच्चस्तरीय समीक्षा,
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जनपद चमोली के जोशीमठ में हो रहे भूधसाव के सन्दर्भ में कल 6 जनवरी को उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक करेंगे। बैठक सायं 6:00 बजे सचिवालय स्थित अब्दुल कलाम भवन के चतुर्थ तल पर आहूत की गई है। बैठक में मुख्य सचिव, सचिव आपदा प्रबंधन, सचिव सिंचाई, पुलिस महानिदेशक, आयुक्त गढवाल मण्डल, पुलिस महानिरीक्षक एसडीआरएफ, जिलाधिकारी चमोली सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहेंगे। जो अधिकारीगण मुख्यालय में उपस्थित हैं भौतिक रूप में एवं अन्य अधिकारीगण जो मुख्यालय से बाहर हैं, ये वीडियो कान्फ्रेंन्सिंग के माध्यम से प्रतिभाग करेंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उधर आज सीएम पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर गढवाल कमिश्नर सुशील कुमार, आपदा प्रबंधन सचिव रन्जीत कुमार सिन्हा, आपदा प्रबंधन के अधिशासी अधिकारी पीयूष रौतेला, एनडीआरएफ के डिप्टी कमांडेंट रोहितास मिश्रा, भूस्खलन न्यूनीकरण केन्द्र के वैज्ञानिक सांतुन सरकार, आईआईटी रूडकी के प्रोफेसर डा.बीके माहेश्वरी सहित तकनीकी विशेषज्ञों की पूरी टीम जोशीमठ पहुंच गई है। गढवाल कमिश्नर एवं आपदा प्रबंधन सचिव ने तहसील जोशीमठ में अधिकारियों की बैठक लेते हुए स्थिति की समीक्षा की गई। विशेषज्ञों की टीम द्वारा प्रभावित क्षेत्रों का विस्तृत सर्वेक्षण किया जा रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
जोशीमठ में भू-धंसाव की समस्या के दृष्टिगत जिला प्रशासन ने बीआरओ के अन्तर्गत निर्मित हेलंग वाई पास निर्माण कार्य, एनटीपीसी तपोवन विष्णुगाड जल विद्युत परियोजना के अन्तर्गत निर्माण कार्य एवं नगरपालिका क्षेत्रान्तर्गत निर्माण कार्यो पर अग्रिम आदेशों तक तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। साथ जोशीमठ-औली रोपवे का संचालन भी अग्रिम आदेशों तक रोका गया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
प्रभावित परिवारों को शिफ्ट करने हेतु जिला प्रशासन ने एनटीपीसी व एचसीसी कंपनियों को एहतियातन अग्रिम रुप से 2-2 हजार प्री-फेब्रिकेटेड भवन तैयार कराने के भी आदेश जारी किए है। जोशीमठ में भू-धंसाव की समस्या को लेकर प्रशासन प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद पहुंचाने में जुटा है। प्रभावित परिवारों को नगरपालिका, ब्लाक, बीकेटीसी गेस्ट हाउस, जीआईसी, गुरुद्वारा, इंटर कालेज, आईटीआई तपोवन सहित अन्य सुरक्षित स्थानों पर रहने की व्यवस्था की गई है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
जोशीमठ नगर क्षेत्र से 43 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर अस्थायी रूप से शिफ्ट कर लिया गया है। जिसमें से 38 परिवार को प्रशासन ने जबकि पांच परिवार स्वयं सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट हो गए है। भू-धसाव बढने से खतरे की जद में आए भवनों को चिन्हित किया जा रहा है। ताकि कोई जानमाल का नुकसान न हो। राहत शिविरों में बिजली, पानी, भोजन, शौचालय एवं अन्य मूलभूत व्यवस्थाओं के लिए नोडल अधिकारी नामित करते हुए जिम्मेदारी दी गई है।
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।