सीएम धामी ने 27 अभ्यर्थियों को दिए नियुक्ति पत्र, चंपावत साइंस सिटी का भूमि पूजन, जसपुर में 18 हजार करोड़ की ग्राउंडिंग

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास परिसर में महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग के अंतर्गत चयनित 16 सुपरवाइजरों तथा आबकारी विभाग के अंतर्गत चयनित 10 निरीक्षक व 01 कनिष्ठ सहायक को नियुक्ति पत्र प्रदान किये। इस प्रकार कुल 27 अभ्यर्थियों को मुख्यमंत्री ने नियुक्ति पत्र वितरित किये। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्यमंत्री ने सभी चयनित अभ्यर्थियों को बधाई व शुभकामनायें देते हुए कहा कि आपके अथक परिश्रम के परिणामस्वरूप, आपका चयन इन पदों पर हुआ है। उन्होंने कहा कड़ी मेहनत, परिश्रम करने वाले आज सभी मेहनती यवाओं को नियुक्ति पत्र वितरित किए जा रहे हैं। उन्होंने अनुशासन का जिक्र करते हुये कहा कि जीवन के निर्माण व सफलता में अनुशासन की महत्वपूर्ण भूमिका है। इसलिये अपने जीवन में हमेशा अनुशासित होकर कार्य करें। इस अवसर पर सचिव तथा निदेशक महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग, आबकारी विभाग के अधिकारी सहित संबंधित अधिकारीगण उपस्थित थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आवास सभागार में उत्तराखण्ड राज्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषद द्वारा आयोजित कार्यक्रम में वर्चुअल रूप से प्रतिभाग करते हुये 55 करोड़ 53 लाख रूपये की लागत से निर्मित होने वाले चम्पावत साइंस सिटी का भूमि पूजन एवं शिलान्यास किया। उन्होंने इस मौके पर नशा मुक्ति केंद्र का भी शुभारम्भ किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्यमंत्री ने चंपावत में विज्ञान केंद्र के शिलान्यास की हार्दिक बधाई एंव शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह विज्ञान केंद्र हमारे आदर्श चंपावत के विकास में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड विज्ञान प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उत्कृष्ट राज्य बनें। इसके लिए हम निरंतर कार्य कर रहे हैं तथा राज्य में विज्ञान प्रौद्योगिकी और नवाचार के प्रचार-प्रसार के लिए राज्य की नोडल संस्था, यूकॉस्ट के माध्यम से लगातार कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्यमंत्री ने कहा कि विज्ञान विकास का मूल आधार है तथा विज्ञान, संवेदनशील तरीकों से समस्याओं का समाधान करने में मदद करता है। उन्होंने कहा कि चम्पावत का विज्ञान केन्द्र राज्य में देहरादून, अल्मोड़ा के बाद तीसरा विज्ञान केंद्र होने जा रहा है तथा देश की 5वीं साइंस सिटी, देहरादून में बनने जा रही है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जिक्र करते हुये कहा कि उनके नेतृत्व में हमारा देश विज्ञान और प्रौद्योगिकी के माध्यम से विकास के नए आयाम स्थापित कर रहा है तथा भारत की नेतृत्व क्षमता को पूरे विश्व ने स्वीकार किया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी व नवाचार पर उत्कृष्ट कार्य किए जाने पर यूकॉस्ट के महानिदेशक प्रो. दुर्गेश पंत और उनकी टीम को शुभकामनाए दी। उन्होंने कहा विज्ञान केन्द्र राज्य के छात्र-छत्राओं, शोधकर्ताओं और वैज्ञानिकों के लिए उत्साह और उत्कृष्टता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होंगे। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर नशा मुक्ति केंद्र का शुभारम्भ करते हुये युवाओं से प्रत्येक नशे से दूर रहने का आह्वान किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कार्यक्रम में सांसद अजय टम्टा ने चम्पावत में विज्ञान केन्द्र के खुलने से बच्चों के मानसिक विकास में उत्तरोत्तर वृद्धि होगी। किसी भी कार्य की प्रवीणता के लिये प्रैक्टिल की बहुत बड़ी भूमिका होती है तथा निश्चित ही यहां के बच्चों को इस विज्ञान केन्द्र के संचालित होने पर काफी बड़ा फायदा होगा। उन्होंने बताया कि इस विज्ञान केन्द्र में कृषि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी पर अत्याधुनिक इंटरैक्टिव गैलरी, फन साइंस पर इण्टरैक्टिव और सहभागी प्रदर्शनी, अन्तरिक्ष एवं खगोल विज्ञान पर इमर्सिव प्रदर्शन, डिजिटल तारामण्डल, साइंस पार्क आदि की सुविधायें होंगी, जिससे इस क्षेत्र में विज्ञान और प्रौद्यागिकी के लोकव्यापीकरण तथा विकास को बढ़ावा मिलेगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस अवसर पर प्रमुख सचिव आर0के0 सुधांशु, सचिव शैलेष बगौली, विशेष सचिव डॉ0 पराग मधुकर धकाते महानिदेशक यूकॉस्ट प्रो. दुर्गेश पंत सहित संबंधित पदाधिकारी एवं अधिकारीगण उपस्थित थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
जसपुर में सीएम ने की 18 हजार करोड़ की ग्राउंडिंग
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उधमसिंह नगर जिले के जसपुर में कृषि उत्पादन मण्डी समिति में आयोजित लाभार्थी सम्मान समारोह में शामिल हुए। इस दौरान मुख्यमंत्री ने रू. 28.20 करोड़ की 7 विकास योजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने जसपुर के डाम क्षेत्र के उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के उच्चीकरण एवं जसपुर के अधिवक्ताओं के लिए चेम्बर के निर्माण की घोषणा की। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इसके उपरांत मुख्यमंत्री ने आयुष विभाग, समाज कल्याण विभाग, पर्यटन विभाग एवं उद्योग विभाग के द्वारा लगाए गए विभिन्न स्टॉलों का भी निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर पूर्व में उत्तराखंड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (क्षेत्रीय निवेशक कॉन्क्लेव 2023) के आयोजन में 10 हजार करोड का लक्ष्य रखा गया था। इसके अंतर्गत कुल 24740 करोड़ रुपए के एमओयू साइन हुए थे। इसी क्रम में 18 हजार करोड़ की ग्राउंडिंग कार्य प्रारंभ होने पर मुख्यमंत्री ने सभी को बधाई देते हुए कहा कि इससे क्षेत्रीय युवाओं को अपने घर पर ही रोजगार के अवसर मिल सकेंगे। इस मौके पर सीएम ने केंद्र और प्रदेश सरकार की विभिन्न योजनाओं के संबंध में विस्तार से बताया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार मुहैया करवाने पर मजबूती से कार्य कर रही है। सरकारी विभागों में रिक्त पदों पर लगातार भर्ती की जा रही है। इसके साथ ही विभिन्न रोजगार मेलों के जरिए युवाओं को रोजगार दिलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2021-22 में बेरोजगारी दर 8.4 प्रतिशत थी जोकि वर्ष 2022-23 में घट कर 4.9 प्रतिशत ही रह गई है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्यमंत्री धामी ने जनकल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित होने वाले लाभार्थियों में से अकलिमा, महबूब जहाँ (प्रधानमंत्री आवास योजना की लाभार्थी) एवं स्वयं सहायता समूह की कोमल से वार्ता की। इसी क्रम में ग्राम्य विकास समूह के लाभार्थियों को 17 करोड़ 24 लाख, सहकारिता विभाग के लाभार्थियों को 13 करोड़ 92 लाख व स्वास्थ्य विभाग के 3आयुष्मान कार्ड, खाद्य विभाग के 2 लाभार्थियों को उज्ज्वला किट वितरित किए गए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्यमंत्री अजय भट्ट ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए कहा कि हमारे राज्य को मुख्यमंत्री ने यूसीसी लागू कर के विश्व स्तर पर बहुत आगे पहुंचा दिया है। उन्होंने कहा कि मोदी के शासन में हमारा देश विज्ञान के साथ-साथ अध्यात्म और संस्कृति में भी तेजी से आगे बढ़ रहा है, जहाँ एक और धार्मिक स्थलों का सौंदर्यीकरण तेजी से हो रहा है वहीं दूसरी ओर हमारी संस्कृति विश्व पटल पर तेजी से बढ़ रही है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस अवसर विधायक त्रिलोक सिंह चीमा, अरविंद पाण्डे, अरविंद पाण्डे, अध्यक्ष अनुसूचित जाति आयोग मुकेश कुमार, दर्जा राज्यमंत्री अनिल कपूर (डब्बू), विनय रूहेला, राम मेहरोत्रा, जिलाध्यक्ष गुँजन सुखीजा, निवर्तमान मेयर काशीपुर ऊषा चौधरी, प्रदेश उपाध्यक्ष भाजपा खिलेन्द्र चौधरी, गुरविंदर सिंह चंडोक, पूर्व विधायक शैलेंद्र मोहन सिंघल जिलाधिकारी उदय राज सिंह, एसएसपी मंजुनाथ टीसी, मुख्य विकास अधिकारी मनीष कुमार, एडीएम अशोक जोशी, पंकज उपाध्याय, एएसपी मनोज कत्याल, अभय प्रताप सिंह, उपजिलाधिकारी राकेश तिवारी, अभय प्रताप सिंह, गौरव चटवाल, गौरव पाण्डे, नगर आयुक्त विवेक राय, तहसीलदार अक्षय भट्ट, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ मनोज शर्मा, समाज कल्याण अधिकारी अमन अनिरुद्ध, डीपीओ व्योमा जैन सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पलायन के कारणों का गहराई से हो अध्ययनः सीएम
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पलायन रोकने के लिये प्रभावी चिंतन की जरूरत बतायी है। पर्वतीय क्षेत्रों में पलायन के कारणों का गहराई से अध्ययन किये जाने, युवाओं में स्वरोजगार के प्रति जागरूकता के लिये ग्रामीण उद्यमिता विकास कार्यशालाओं के आयोजन तथा जनपद स्तर पर जन कल्याणकारी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन की समीक्षा के निर्देश दिये हैं। इसमें जिला स्तरीय अधिकारियों का सहयोग लिये जाने की भी बात मुख्यमंत्री ने कही है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि आयोग के सुझावों पर शासन स्तर पर प्रभावी क्रियान्वयन की व्यवस्था सुनिश्चित हो। राज्य की रिवर्स माइग्रेशन की स्थिति का अध्ययन एवं राज्य में वापस आये लोगों के अनुभवों का लाभ लेने पर भी ध्यान देने को कहा। राज्य स्थापना दिवस के आसपास प्रदेश में आयोजित प्रवासी सम्मान समारोह के आयोजन तथा हाउस ऑफ हिमालयाज की सफलता के लिये राज्य के परम्पारागत उत्पादों का उत्पादन बढ़ाने पर ध्यान देने की भी मुख्यमंत्री ने जरूरत बतायी है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में सचिवालय में ग्राम्य विकास एवं पलायन निवारण आयोग की 7 वीं बैठक आयोजित हुई। मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में लोगों की आजीविका में तेजी से वृद्धि हो उसके लिए भी व्यापक स्तर पर कार्य योजनाएं बनानी होंगी। सरकार द्वारा पर्वतीय क्षेत्रों में लघु एवं मध्यम उद्योगों को बढ़ावा दिया जा रहा है। पर्वतीय क्षेत्रों में लोगों की आजीविका वृद्धि के साथ ही शिक्षा एवं स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाने के लिए निरन्तर प्रयास किये जा रहे हैं। उद्योग, पर्यटन, कृषि, बागवानी को बढ़ावा देने के लिए निरन्तर प्रयास किये जा रहे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बैठक में ग्राम्य विकास एवं पलायन निवारण आयोग के उपाध्यक्ष डॉ. एस. एस. नेगी ने कहा कि आयोग द्वारा अब तक 21 रिपोर्ट राज्य सरकार को प्रस्तुत की जा चुकी हैं। जिनमें राज्य के विभिन्न जनपदों में सामाजिक, आर्थिक विकास को सुदृढ़ करने तथा पलायन को कम करने से सम्बन्धित सिफारिश प्रस्तुत की गई हैं। उन्होंने कहा कि आयोग द्वारा राज्य में पलायन की स्थिति पर द्वितीय सर्वेक्षण रिपोर्ट भी शासन को प्रस्तुत की जा चुकी है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बैठक में अवस्थापना अनुश्रवण परिषद के उपाध्यक्ष विश्वास डाबर, सचिव ग्राम्य विकास राधिका झा, आयोग के सदस्य राम प्रकाश पैन्यूली, दिनेश रावत, सुरेश सुयाल, अनिल सिंह शाही, रंजना रावत, आयोग के सदस्य सचिव राजेन्द्र सिंह रावत, ग्राम्य विकास के उपायुक्त, एके राजपूत एवं ग्राम्य विकास एवं पलायन निवारण आयोग के शोध अधिकारी, गजपाल चन्दानी आदि उपस्थित रहे।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।