सीएम धामी ने आंगनबाड़ी स्वयंसेविकाओं को दी 12 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि, जवान विपिन को दी श्रद्धांजलि
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय से आंगनवाड़ी कर्मियों को प्रदान की जा रही प्रोत्साहन राशि का डीबीटी के माध्यम से शुभारम्भ किया। इससे 33297 आंगनवाड़ी कर्मियों के खाते में डीबीटी के माध्यम से धनराशि भेजी गई। मुख्यमंत्री की घोषणा के क्रम में 33297 आंगनवाड़ी कर्मियों को कुल 40 करोड़ रूपये की धनराशि दी जा रही है। मुख्यमंत्री घोषणा के अनुसार 33297 आगनवाड़ी कर्मियों द्वारा समर्पित भाव में किये गए कर्तव्य पालन के लिए की गयी प्रोत्साहन राशि एक हजार रूपये प्रति कर्मी, रक्षाबंधन के अवसर पर दी जाने वाली 01 हजार रूपये प्रति कर्मी डीबीटी के माध्यम से प्रदान की गई। इसके अलावा मुख्यमंत्री की घोषणा 5 माह तक 02 हजार रूपये प्रति कर्मी की प्रोत्साहन राशि के क्रम में सितम्बर की प्रोत्साहन राशि 2 हजार रूपए प्रति आंगनवाड़ी कर्मी को ट्रांसफर की गई।मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि कोविड-19 के दौरान आंगनवाड़ी की बहनों ने जान जोखिम में डालकर कार्य किया। कोविड के दौरान सराहनीय कार्यों के लिए उन्हें पारितोषिक दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जल्द ही आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों के लिए हितों के लिए बड़ा निर्णय लिया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि 100 दिन पूर्व मुझे प्रदेश के मुख्य सेवक की जिम्मेदारी मिली। इन 100 दिनों में 300 से अधिक महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये। अन्तिम पंक्ति के लोगों तक सरकार की योजनाओं का लाभ पहुंचे इसके लिए लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 2025 तक उत्तराखण्ड को हर क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनाने का लक्ष्य दिया गया है। इसके लिए राज्य सरकार द्वारा हर संभव प्रयास किये जायेंगे।
महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने अपनी बहनों के साथ किया वायदा निभाया है। आज डीबीटी के माध्यम से आंगनवाड़ी बहनों के खाते में डीबीटी के माध्यम से धनराशि भेजी जा रही है। महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास की दिशा में राज्य सरकार द्वारा अनेक कार्य किये जा रहे हैं। इस अवसर पर सचिव महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास हरि चन्द्र सेमवाल, उपनिदेशक डॉ एसके सिंह, राज्य परियोजना अधिकारी डॉ अखिलेश कुमार मिश्र इंडसइंड बैंक के स्टेट हेड संदीप सेमवाल उपस्थित थे।
जवान के घर गए सीएम, दी श्रद्धांजलि
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सियाचिन में अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए सियाचीन ग्लेशियर टूटने से शहीद हुए ग्राम धारकोट, पौड़ी निवासी, 57 बंगाल इंजीनियरिंग के जवान विपिन सिंह गुसाईं के घर पर जाकर उनकी देह पर पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की शांति व शोक संतप्त परिजनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से कामना की। मुख्यमंत्री ने कहा की शहीद के परिजनों को राज्य सरकार द्वारा हर संभव मदद दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर घोषणा की कि शहीद के गांव जाने वाला मोटर मार्ग धारकोट- इठूड का नाम तथा राजकीय इंटर कॉलेज चम्पेश्वर का नाम शहीद विपिन सिंह गुसाईं के नाम पर की जाएगी। सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी, स्वास्थ्य एवं उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, जिलाधिकारी पौड़ी डॉ. विजय कुमार जोगदंडे ने जवान विपिन सिंह को पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
स्नेहिल स्मारिका का विमोचन
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित जनता दर्शन हॉल में स्नेहिल संस्था द्वारा आयोजित आजादी का अमृत महोत्सव राष्ट्रीय कला यात्रा के उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने स्नेहिल स्मारिका का विमोचन भी किया गया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के तहत स्नेहिल संस्था द्वारा शहीदों एवं क्रांतिकारियों का कला एवं साहित्यिक गतिविधियों द्वारा स्मरण किया जा रहा है, यह एक सराहनीय प्रयास है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कला, साहित्य एवं संस्कृति मानव जीवन के अभिन्न अंग हैं। हमारे क्रान्तिकारियों, बलिदानियों एवं देश की आजादी के लिए महत्वपूर्ण योगदान देने वालों की याद में देशभर में आजादी का अमृत महोत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि देश के इन सपूतों के कृत्यों और गाथाओं की जानकारी युवा पीढ़ी को होना जरूरी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत शक्तिशाली, वैभवशाली और आत्मनिर्भर बन रहा है। प्रधानमंत्री जी ने वैश्विक पटल पर भारत को एक अलग पहचान दिलाई है। देश में हर वर्ग को ध्यान में रखकर केन्द्र सरकार द्वारा जन कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही है। देश तेजी से प्रगति के पथ पर अग्रसर है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 04 जुलाई को उत्तराखण्ड का मुख्य सेवक बनने के बाद से मेरा प्रयास रहा है कि हमारे आन्दोलनकारियों एवं शहीदों के सपनों के अनुरूप प्रदेश का विकास हो। इन 100 दिनों में प्रत्येक क्षण का सदुपयोग कर प्रदेशवासियों की सेवा करने के लिए हर संभव प्रयास किये हैं। समाज के अंतिम पंक्ति के लोगों तक पहुंचने का प्रयास किया है। समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर एवं जन भावनाओं के हिसाब से राज्य सरकार कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य का विकास मेरी अकेली यात्रा नहीं है, यह सामूहिक यात्रा है जिसमें सभी की सहभागिता जरूरी है। सरकार जनता के साथ साझीदार के रूप में कार्य कर रही है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने स्वामी विवेकानन्द, महात्मा गांधी, भगतसिंह, चंद्र शेखर आजाद, सुभाष चन्द्र बोस, खुदीराम बोस, सरदार पटेल, रानी लक्ष्मीबाई, सावित्री बाई फुले कनकलता बरुआ जैसे अनेक आंदोलनकारियों एवं क्रांतिकारियों की पेंटिंग का अवलोकन भी किया।
कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री श्री गणेश जोशी, भाजपा नेता बलजीत सोनी, स्नेहिल संस्था के संरंक्षक डॉ. आरबी सिंह, चौधरी अवधेश कुमार, स्नेहिल संस्था की अध्यक्ष डॉ. ममता सिंह, शशि, डॉ राशि झा, डॉ रामवीर सिंह, मंजुला सिंह, डॉ चेतना पोखरियाल, डॉ अलका मोहन शर्मा, एवं अन्य लोग मौजूद रहे।





