हिमंता बिस्वा सरमा की राह पर चले सीएम धामी, खड़गे की सभा को नहीं मिली अनुमति, कांग्रेस ने साधा निशाना
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा की राह पर अब उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी भी चल पड़े हैं। असम में जिस तरह से राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा को रोकने के बार बार प्रयास किए गए। यात्रा को शहरी क्षेत्र में गुजरने की अनुमति नहीं दी गई। ठीक इसी तर्ज पर अब उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी का रवैया भी नजर आ रहा है। ये अलग बात है कि असम में राहुल गांधी की यात्रा को बार बार रोककर कांग्रेस को ही फायदा मिल रहा है। क्योंकि राहुल गांधी की यात्रा जहां बगैर प्रचार के कई राज्यों से गुजर गई थी, असम में आते ही उस मीडिया की कवरेज का भी हिस्सा बन गई, जो इस यात्रा को तव्ज्वो नहीं दे रहा था। अब एक बार उत्तराखंड में भी कांग्रेस के कार्यक्रम को अनुमति ना देने से हो सकता है कि बीजेपी की बजाय इसका कांग्रेस राजनीतिक लाभ ले जाए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का 28 जनवरी 2024 को उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में कार्यक्रम था। ये कार्यक्रम परेड मैदान में आयोजित किया जाना था। जिला प्रशासन ने इस कार्यक्रम को अनुमति देने से इनकार कर दिया। उत्तराखंड कांग्रेस ने कहा कि बीजेपी सरकार के दबाव में ही जिला प्रशासन अनुमति नहीं दे रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
एआईसीसी सदस्य व उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने इसे लेकर प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में प्रैस कांफ्रेंस की। उन्होंने कहा कि यह अलोकतांत्रिक है। जिस प्रकार से देश भर में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के कार्यक्रमों में व्यवधान डाला जा रहा है, उससे प्रतीत हो रहा है कि देश में अघोषित आपातकाल लगा दिया गया है। आने वाले दिनों में देश तानाशाही की तरफ अग्रसर हो रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
धस्माना ने खड़गे के कार्यक्रम के लिए परेड ग्राउंड की अनुमति न दिए जाने पर उत्तराखंड सरकार व जिला प्रशासन की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी को कार्यक्रम की अनुमति के लिए लिखित आग्रह किया गया। उन्होंने अनुमति के लिए असमर्थता दर्शाते हुए कहा कि आप सरकार से बात कर लें। इस पर प्रदेश नेतृत्व ने शहरी विकास मंत्री से बात की तो, उन्होंने कहा कि वे ऊपर से बात कर के बताएंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
धस्माना ने कहा कि जब उत्तराखंड में व केंद्र में कांग्रेस की सरकारें थीं, तब भाजपा के अनेक कार्यक्रमों के लिए परेड ग्राउंड दिया जाता रहा। हाल फिलहाल पिछले चार महीनों में ही जिला प्रशाशन ने एक दर्जन बार अलग अलग राजनैतिक अराजनीतिक कार्यक्रमों के लिए अनुमति दी। आज देश की सबसे पुरानी पार्टी कॉंग्रेस को कार्यक्रम करने के लिए जिला प्रशासन कैसे मना कर सकता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
देखें वीडियो-राहुल गांधी को मीडिया कवरेज दे गए हिमंता
सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि यह भाजपा व भाजपा सरकारों की मोडस ऑपरेंडी का हिस्सा है और जिस तरह राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा को बाधित किया जा रहा है, उसी तर्ज पर अब कांग्रेस के राजनैतिक कार्यक्रमों को बाधित करने के लिए तरह तरह के हथकंडे भाजपा व भाजपा की सरकारें अपना रही हैं। उन्होंने कहा कि असम में 22 जनवरी को राहुल गांधी को अनुमति होने के बावजूद मंदिर में दर्शनों के लिए नहीं जाने दिया गया। फिर 23 जनवरी को उनके विश्विद्यालय में लगे कार्यक्रम को विवि प्रशासन पर दबाव बना कर निरस्त कर दिया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि फिर गुवाहाटी में उनको प्रवेश करने से रोक कर कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किया गया। इससे यह स्पष्ट रूप से दिखाई देता है कि भाजपा कांग्रस के प्रति लोगों के बढ़ते समर्थन से घबराई हुई है। धस्माना ने कहा कि कांग्रेस भाजपा की इस तानाशाही के आगे झुकने वाली नहीं है और पार्टी आगामी 28 जनवरी व उसके अलावा अपने सभी प्रस्तावित कार्यक्रम आयोजित करेगी। चाहे हमको सड़क पर बैठ कर अपने कार्यक्रम आयोजित क्यों न करने पढ़ें। प्रेस वार्ता में प्रदेश कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी भी उपस्थित रहीं।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।