गड़बड़ियों की सफाई कर रहे सीएम, कांग्रेस पुनर्वास की जुगत मे जुटीः महेंद्र भट्ट
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि उसे बेरोजगारों के हितों की कोई फिक्र नही है और वह मामले मे दिखावा कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य मे घपले घोटालों की नीव रखने की जनक कांग्रेस ही रही है। वहीं, भाजपा इस भाव से कार्य कर रही है की गड़बड़ी जहां और जिस समय हुई उसकी जांच हो। मुख्यमंत्री पहले ही स्पष्ट कर चुके है कि घपला किस काल खंड का है इस भाव से नही देखा जाएगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि अधीनस्थ चयन सेवा आयोग के द्वारा की गयी परीक्षाओं की जांच मे जुटी एसटीएफ के बेहतर प्रदर्शन को सरहाने के बजाय कांग्रेस उसकी मंशा पर ही सवाल उठा रही है। वहीं, भाजपा ने नैतिक साहस दिखाकर खुद जांच को आगे आयी है। विधान सभा मे हुई नियुक्तियों पर हल्ला मचाने वाली कांग्रेस को यह सोचने की जरूरत है कि उसकी सरकार मे जब विधान सभा मे 158 नियुक्ति हुई, तब वह उन नियुक्तियों को सही ठहराने मे लगी थी। उसमे तत्कालीन विधान सभा अध्यक्ष के परिवार के 13 लोगों में उनके पुत्र और पुत्र बधू को भी नौकरी मिली थी। इसके अलावा अन्य कई कांग्रेसी नेताओ के रिश्तेदारों को भी विधानसभा में नौकरियाँ दी गई हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विधान सभा मे भर्तियों की जांच को लेकर सहमति जता दी है। 2015-16 मे हुए दरोगा भर्ती घोटाले की जांच भी विजिलेंस को वर्तमान सरकार ने सौंपी है। कांग्रेस के कार्यकाल मे अनगिनत घपले घोटाले हुए और इसी वजह से उसे जनता ने हासिये पर डाल दिया। महेंद्र भट्ट ने कहा कि 2012 से 2017 तक की स्टिंग तत्कालीन सरकार और सीएम के हुए लेकिन कांग्रेस हाईकमान खुली आँख से देखता रहा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
भट्ट ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ऐसा साहस दिखाया है कि जिन भर्तियो मे गड़बड़ी की आशंका है उनकी जांच कराई जा रही है। वहीं कांग्रेस के समय जांच तो दूर महज लीपापोथी की जाती रही और कांग्रेस हाईकमान भी दूर से तमाशबीन बनकर चुप रहा। उन्होंने कहा की कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राज्य के नेताओ को समय पर सीख देते तो भ्रष्टाचार की बुनियाद नही पड़ती। पूर्व मे हुई गड़बड़ियों का संज्ञान लेकर सरकार जांच करा रही है। यह भविष्य मे एक नजीर बनेगी और राज्य में पारदर्शिता लाएगी। उन्होंने कहा कि अब भ्रष्टाचार पर उपदेश दे रहे कांग्रेस के केन्द्रीय नेता तब खामोश और चुप रहे जब राज्य मे उनके कर्ता धर्ता घोटालों की इमारत खड़े करते रहे।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।