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September 21, 2024

केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ सीटू और किसान सभा ने देहरादून जिला मुख्यालय पर किया प्रदर्शन

1 min read

केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ राष्ट्रीय आह्वान के तहत आज देहरादून में सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन्स (सीटू) और अखिल भारतीय किसान सभा (एआईकेएस) ने संयुक्त रुप से रैली निकालकर जिलाधिकारी कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया। रैली देहरादून में राजपुर रोड स्थित सीटू कार्यालय से निकाली गई। जुलूस राजपुर रोड़, घंटाघर, दर्शन लाल चौक होते हुए जिला मुख्यालय पहुंचा। इस मौके पर इस अवसर नगर मजिस्ट्रेट कुशुम चौहान के माध्यम से भारत के राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा गया। साथ ही आंगनवाड़ी, आशाओं तथा भोजनमाताओं ने अलग अलग ज्ञापन सौंपे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि देश के केंद्र सरकार के साथ ही राज्यों की भाजपा सरकार आम जनमानस में सांप्रदायिकता का जहर घोल कर उनकी एकता को तोड़ने का काम कर रही है। आम जनता के खिलाफ नीतियां बनाई जा रही हैं। चंद पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए यह नीतियां बनाई जा रही हैं। वक्ताओं ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने आटा, चावल, दाल, खाद्य वस्तुओं के साथ ही कफन तक पर टैक्स लगा दिया है। इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि एक तरफ तो आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर आजादी के मानकों को दरकिनार कर सांप्रदायिकता के आधार पर जो लोग माफी मांग रहे थे, या अंग्रेजों की मुखबिरी व दलाली कर रहे थे, उन्हें महिमामंडित किया जा रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

ये की गई मांग
राष्ट्रपति को भेजे गए ज्ञापन में श्रम कानूनों में की गई कटौती और बदलाव को तुरंत वापस लेने, श्रम संहिता को रद्द करने, एमएसपी पर कानून बनाने, सभी खाद्य के दाम एमएसपी के अनुसार ही देने, अग्निपथ योजना को तत्काल रद्द करने, खाद्य वस्तुओं, कफन पर लगाई गई जीएसटी को वापस लेने, महंगाई, बेरोजगारी, भुखमरी पर लगाम लगाने, केंद्र व राज्य सरकारों के रिक्त पड़े पदों पर तत्काल भर्ती प्रक्रिया शुरू करने, भर्तियों पर लगी रोक को हटाने, सार्वजनिक उपक्रमों का निजीकरण बंद करने, बैंक, बीमा, रेलवे आदि क्षेत्रों में निजीकरण पर रोक लगाने, एफडीआई पर भी रोक लगाने, आयुध निर्माणीयों का निगमीकरण रद्द कर ते पूर्व की भांति राष्ट्रीयकरण करने, सांप्रदायिकता का जहर घोलने वालों पर तत्काल कार्रवाई करने, बुलडोजर से गरीबों के मकानों उजाड़ना बंद करने की मांग की गई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

प्रदर्शन में ये रहे शामिल
प्रदर्शनकारियों में सीटू के अध्यक्ष कृष्ण गुनियाल, महामंत्री लेखराज, किसान सभा के किसान सभा के प्रांतीय अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह सजवान, महामंत्री गंगाधर नौटियाल, दलजीत सिंह, कमरुद्दीन, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष शिवप्रसाद देवली, भगवन्त पयाल, रविन्द्र नौडियाल, रामसिंह भण्डारी, चित्रा, जाहिद अजुम, याकूब अली, राजेंद्र पुरोहित, शिवा दुबे, चित्रकला, रजनी गुलेरिया, सुनीता चौहान, मोनिका, ज्योति, उर्मिला, हिमांशु चौहान, सत्यम, राजेश्वर, दमयन्ती नेगी, प्रदीप कुमार, विजय भट्ट, इन्द्रेश नौटियाल, दिनेश, उमा नौटियाल, अनन्त आकाश, कामिल, इस्लाम, रिजवान, वरकत अली, नन्दकला, पूनम नेगी, सकरू, सुनीता, नीरू देवी, मुन्नी देवी, पार्वती, राम दुलारी, यूएन बलूनी, बाबूराम, अंजली सेमवाल, कुसुम नौडियाल, रईस अहमद, दिलशाद, सोनू कुमार, प्रदीप उनियाल, सहित बड़ी संख्या में मजदूर किसान छात्र नौजवान शामिल थे।

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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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