छठ पूजा पर आठ नवंबर को घोषित हो सार्वजनिक अवकाशः राजीव महर्षि
उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस के मीडिया प्रभारी एवं मुख्य मीडिया समन्वयक राजीव महर्षि ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से आग्रह किया है कि छठ पूजा के निमित्त बिहारी महासभा की ओर से आठ नवंबर को जो सार्वजनिक अवकाश घोषित करने की मांग की गई है, उसपर सुहानीभूतिपूर्वक विचार होना चाहिए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
राजीव महर्षि ने एक वक्तव्य में कहा कि अतीत में छठ पूजा पर एक दिन का सार्वजनिक अवकाश घोषित होता रहा है। अनेकता में एकता की संस्कृति से ओत प्रोत देवभूमि उत्तराखंड ने भारत की सभी आंचलिक संस्कृतियों का समादर किया है। दशकों से बिहारी समाज उत्तराखंड के नवनिर्माण में भागीदार बना है और कोई ऐसा उदाहरण नहीं मिलता कि इस समाज ने किसी तरह का अप्रिय आचरण किया हो। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि सभी संस्कृतियों का सम्मान करने और उन्हें पुष्पित पल्लवित होने का अवसर देवभूमि में सदा से मिलता रहा है। इस बार छठ पूजा पर सार्वजनिक अवकाश घोषित न होने से बिहारी महासभा निराश है। इसीलिए महासभा ने सरकार को प्रत्यावेदन दिया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
महर्षि ने कहा कि विमर्श का बिंदु यह है कि 36 घंटे का निर्जला उपवास करके व्रत करने वाले लोगों को सरकारी अथवा निजी प्रतिष्ठानों में योगदान देने में अत्यंत असुविधा होगी। महर्षि ने कहा कि छठ पूजा का प्रमुख अंग 36 घंटे का निर्जला उपवास छह नवंबर से शुरू हो गया है और शुक्रवार की सुबह 8:00 बजे सूर्य नारायण की अर्घ्य देने के बाद यह लोकपर्व संपन्न होगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि इस स्थिति में तत्काल बाद कार्यालय अथवा प्रतिष्ठान में 9:00 बजे योगदान देने में लोगों को असुविधा होगी। लिहाजा आठ नवम्बर को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया जाना जनहित में होगा। महर्षि ने मुख्यमंत्री से लोक महत्व के इस विषय पर अविलम्ब सहानुभूतिपूर्वक विचार कर आठ नवम्बर को सार्वजनिक अवकाश घोषित करने की मांग की है।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।