ग्राफिक एरा के सबसे पहले और पुराने कर्मचारी चैत सिंह भंडारी का कोरोना से निधन, अब तक लील चुका है तीन को कोरोना

देहरादून में ग्राफिक एरा के सबसे पुराने कर्मचारी सीएस भंडारी को कोरोना लील गया। हमेशा मुस्कराते रहने वाले भंडारी जी को परिवार के बुजुर्ग की तरह मानने वाले ग्राफिक एरा में आज हर कोई गमगीन रहा। पौड़ी गढ़वाल के रहने वाले चैत सिंह भंडारी एक सितम्बर, 1993 को ग्राफिक एरा के शुरूआती दौर में इससे जुड़े थे।
ये वो समय था जब इंजीनियरिंग करके देहरादून लौटे डॉ. कमल घनशाला ने एक छोटे संस्थान के रूप में ग्राफिक एरा की बुनियाद डाली थी। उस वक्त दिल्ली की किसी कम्पनी से अवकाश ग्रहण करके लौटे 65 वर्षीय भंडारी ग्राफिक एरा से जुड़ने वाले पहले कर्मचारी थे। उन्होंने कार्यालय सहायक के रूप में यह सेवा आरम्भ की।
मैनेजमेंट की नीतियों को इंसानियत और प्रेम से महकाने के कारण एक अलग पहचान बनाने वाले डॉ. कमल घनशाला ने भंडारी की ग्राफिक एरा से सेवानिवृत्ति होने के बाद भी कहीं नहीं जाने दिया, बल्कि परिसर में ही उनके रहने आदि की व्यवस्थाएं करके उन्हें हमेशा प्रेम और सम्मान से निहाल रखा।भंडारी की कोई संतान नहीं थी। डॉ. घनशाला ने उनका वैक्सीनेशन भी कराया, लेकिन दूसरी डोज के कुछ ही दिन बाद कल खांसी होने पर उन्हें अस्पताल लाया गया था, लेकिन 93 वर्षीय भंडारी ने वहां दम तोड़ दिया।
श्री भंडारी के भतीजे ने ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय परिवार के सदस्यों के साथ आज कोविड प्रोटोकॉल के तहत उनका अंतिम संस्कार किया। आज ग्राफिक एरा में छोटे कर्मचारी से लेकर शीर्ष प्रबंधन तक डारी के शोक में गमगीन रहा। इससे पहले ग्राफिक एरा के आईटी के एचओडी प्रो. मनीष महाजन और एक गार्ड का कोरोना के कारण निधन हो चुका है। शीर्ष प्रबंधन ने उनके बच्चों और परिवार के लिए कई बड़े कदम उठाये हैं।





