एक करोड़ की रिश्वत के आरोपी रेलवे अधिकारी के घर सीबीआइ टीम ने की जांच, डेढ़ करोड़ बरामद
एक करोड़ रुपये रिश्वत के मामले में सीबीआइ की ओर से हिरासत में लिए गए भारतीय रेलवे इंजीनियरिंग सेवा (आइआरईएस) के अधिकारी महेंद्र सिंह चौहान की संपत्ति की जांच करने के लिए दो टीमें दिल्ली से देहरादून पहुंची। टीमों ने आशीर्वाद एन्क्लेव व चकराता स्थित उनके पुस्तैनी घर को खंगाला। सूत्रों की मानें तो देहरादून वाले घर से एक करोड़ रुपये बरामद हुए हैं। वहीं, चकराता स्थित घर से 50 लाख रुपये मिले हैं। हिरासत में लिए गए दोनों व्यक्तियों से देर रात तक सीबीआइ की टीम पूछताछ कर रही थी। इस मामले में दो अधिकारी हिरासत में लिए गए हैं। हालांकि अधिकारियों ने रकम मिलने और जिन दो लोग को हिरासत में लिया है, उनके बारे में अधिक जानकारी देने से इन्कार कर दिया। बताया कि दोनों को हिरासत में ले लिया गया है। उनसे अभी पूछताछ जारी है।
रेलवे में 1985 बैच के आइआरईएस अधिकारी के रूप में तैनात महेंद्र सिंह चौहान को सीबीआइ ने कथित रूप से पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे में काम दिलाने के नाम पर रिश्वत की मांग करते हुए हिरासत में लिया था। रेलवे अधिकारी असम में मालीगांव में एनएफआर मुख्यालय में तैनात है। एजेंसी ने रिश्वत की रकम भी बरामद की है।
सीबीआइ के एसपी पीएस पाणिग्रह को रविवार सुबह दिल्ली से फोन आया था कि रेलवे अधिकारी को रिश्वत लेते दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है। उनके देहरादून जिले में दो मकान होने की सूचना है। दोनों मकानों की जांच की जानी है।
इसके बाद सीबीआइ की दो टीम देहरादून पहुंची। इनमें से एक टीम ने आशीर्वाद एन्क्लेव व दूसरी टीम ने चकराता में उनके मकान पर छापा मारा। एसपी ने बताया कि सीबीआइ की जांच अभी चल रही है। उनकी टीम भी दिल्ली से आए अधिकारियों के साथ जांच में जुटी है। जांच पूरी होने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।