मणिपुर में फिर से भड़की जातीय हिंसा, तीन की मौत, सीबीआई ने दर्ज की छह एफआईआर
जातीय हिंसा प्रभावित मणिपुर एक बार हिंसा की चपेट में आ गया है। कल शुक्रवार को कुकी बहुल गांव में भड़की हिंसा के चलते तीन लोगों की मौत हो गई। वहीं, एक घायल हुआ। पुलिस ने अनुसार दो लोगों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया, जबकि एक की कुछ घंटों में मौत हो गई। इससे पहले वहीं बीती गुरुवार को बीजेपी विधायक के घर आईईडी ब्लास्ट की खबर भी सामने आई थी। जानकारी के अनुसार दो लोगों ने बाइक पर आकर घटना को अंजाम दिया था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मणिपुर सरकार ने बुधवार को तत्काल प्रभाव से 23 आईपीएस/एमपीएस अधिकारियों के तबादले और नियुक्ति का आदेश दिया। CBI ने मणिपुर हिंसा के पीछे कथित साजिश की जांच के 6 FIR दर्ज की है। साथ ही इस हिंसा को लेकर पहले ही एक कमेटी की जांच जारी है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पिछले दो दिन की घटनाओं के दौरान बीजेपी नेता के घर का गेट क्षतिग्रस्त हो गया है। हालांकि घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है। चुराचांदपुर जिले में कुकी समूहों के समूह इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम (आईटीएलएफ) के एक नेता ने कहा कि हमलावर जैतून के हरे रंग के कपड़े पहने हुए थे। पुलिस के अनुसार जिस गांव में घटना वो पूरी तरह से कुकी बाहुल्य है। यह गांव कांगपोक्पी और इंफाल पश्चिम जिलों की सीमा से जुड़ा हुआ है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
हिंसा में अब तक 105 लोगों की हुई मौत
बता दें कि राज्य में कुकी और मैतेई के बीच तीन मई के शुरू हुए संघर्ष में अब तक कुल 105 लोगों की मौत हो चुकी है। 300 से ज्यादा लोग घायल हुए। हिंसा में 1700 घर जले। 40,000 लोग विस्थापित हो चुके है। तीन मई को इंफाल घाटी में प्रमुख समुदाय मेइती, आदिवासी कुकी, जो ज्यादातर पहाड़ी जिलों में रहते हैं, के बीच हिंसा हुई थी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मेइती समाज को अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने के बाद से ये हिंसा भड़क गई थी। हिंसा ने राज्य को तेजी से अपनी चपेट में ले लिया था। इसके बाद अधिकारियों ने राज्य में कर्फ्यू लगा दिया और इंटरनेट बंद कर दिया था। बढ़ती झड़पों के बीच राज्य में अतिरिक्त सुरक्षा बलों को भेजा गया था।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।