पृथ्वी दिवस ग्राफिक एरा में परिंदे बचाने की मुहिम, सारथी जियोटेक एंड इंजीनियरिंग सर्विसेज में प्रशिक्षण लेंगे छात्र

प्रो. के पी नौटियाल सभागार में आयोजित कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ जयकुमार ने छात्र-छात्राओं को पृथ्वी को बचाने के लिए जागरूक करते हुए कहा कि विकास जरूरी है, लेकिन अगर उसका कुछ दुष्परिणाम प्रकृति पर होता है तो उसकी भरपाई हमें करनी होगी। आज बढ़ती आबादी की खाद्यान जरूरतों के लिए हमने कृषि के क्षेत्र में खाद और रसायन आदि का उपयोग कर अपनी आत्मनिर्भरता बढ़ाई है, लेकिन उसका कुछ खामियाजा पर्यावरणीय दुष्प्रभाव के रूप में हमें भुगतना पड़ रहा है। इसके संतुलन के लिए हम सभी को आगे आना पड़ेगा।
पर्यावरणविद डॉ रीमा पंत ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि धरती पर पानी की समस्या विकट रूप ले रही है, अगर हमें धरती को बचाना है तो जल संरक्षण करना जरूरी है। पानी की बर्बादी से पृथ्वी पर संकट बढ़ रहा है। इसलिए हम सभी को पानी बचाना चाहिए। उन्होंने आवाहन करते हुए कहा कि हमें पर्यावरणीय शिक्षा को व्यवहारिक रूप में लाना होगा तभी सही मायने में हम पृथ्वी के संरक्षण में अपनी भूमिका
निभा सकते हैं। कार्यक्रम का संचालन पर्यावरण विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ कमल कांत जोशी और रेखा गोस्वामी ने किया।
छात्रों की व्यवहारिक ट्रेनिंग को ग्राफिक एरा का सारथी जियोटेक एंड इंजीनियरिंग सर्विसेज से एमओयू
ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के छात्र छात्राएं अब टेक्नोलॉजी की व्यवहारिक ट्रेनिंग मशहूर कंपनी सारथी ज्योर्टेक में प्रशिक्षण लेंगे। साथ ही उन्हें अपने स्टार्टअप शुरू करने के गुर भी सिखाए जाएंगे।
ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी में डीप फाउंडेशन के तीसरे दिन आज इसके लिए विश्वविद्यालय और सारथी जियोटेक एंड इंजीनियरिंग सर्विस प्राइवेट लिमिटेड के मध्य एक एमओयू किया गया। 3 दिन की वर्कशॉप में बहुमंजिला इमारतों की स्थिति और मजबूती पर चर्चा के बाद आज विशेषज्ञों ने पैनल डिस्कशन किया ।
इस चर्चा में सारथी जियोटेक के फाउंडर चेयरमैन एण्ड मैनेजिंग डायरेक्टर ड. सीआर पार्थासारथी, एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर उत्तराखंड स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी पीयूष रौतेला, चीफ इंजीनियर
मिनिस्ट्री ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट एंड हाईवे, गवर्नमेंट ऑफ इंडिया, वीरेंद्र सिंह खेरा, एचओडी डिपार्टमेंट ऑफ सिविल इंजीनियरिंग, डॉ अमित श्रीवास्तव शामिल रहे।
Bhanu Bangwal
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।