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February 4, 2025

कैबिनेट मंत्री महाराज ने भी माना अग्निवीर भर्ती के मानकों से युवाओं को परेशानी, रक्षा राज्यमंत्री से की जांच की मांग

उत्तराखंड में इन दिनों पौड़ी जिले में अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीरों की भर्ती चल रही है। इसकी भर्ती प्रक्रिया को लेकर युवा सवाल उठा रहे हैं। ऐसे में प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने भी माना कि भर्ती मानकों से युवाओं को परेशानी हो रही है। उन्होंने कोटद्वार में चल रहे अग्निवीर भर्ती में प्रदेश के युवाओं को हो रही व्यावहारिक कठिनाइयों का संज्ञान लेते हुए रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट से वार्ता कर इसकी जांच किये जाने का अनुरोध किया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

प्रदेश के पर्यटन, पंचायतीराज, ग्रामीण निर्माण, लोक निर्माण, सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट से दूरभाष पर वार्ता की। उन्हें बताया कि अग्निवीर भर्ती के दौरान राज्य के 300 युवाओं को एक साथ दौडा़या जा रहा है। उसमें से भी मात्र 8 या 10 युवाओं को ही चुना जा रहा है। इससे पहले की भर्तियों में औसतन 300 में से 60 का चयन किया जाता था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

महाराज ने कहा कि कोटद्वार में 19 अगस्त 2022 से 31 अगस्त तक बीआरओ लैन्सडाउन अग्निवीरों की भर्ती कर रहा है। भर्ती होने वाले युवाओं का कहना है कि भर्ती के दौरान नियमों की अनदेखी की जा रही है। दौड़ का समय 1600 मीटर के लिये 5 मिनट 40 सेकेंड का समय निर्धारित है। वे सिर्फ 5 मिनट में ही दौड़ को समाप्त कर रहे हैं। इसके बावजूद मात्र आठ से दस युवाओं को ही आगे की शारीरिक दक्षता की परीक्षा में भेजा जा रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

इसी तरह उतराखंड के जवानों के लिए 163 सेंटीमीटर की लंबाई का मानक तय है। जो कि स्वर्गीय पूर्व थलसेना अध्यक्ष जनरल विपिन रावत ने उतराखंड के लिए करवाया था। अब युवाओं को 170 सेंटीमीटर की लंबाई के आधार पर ही छांटा जा रहा है। कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने रक्षा राज्य मंत्री से कहा कि इस प्रकार की विसंगतियों के चलते उतराखंड के बच्चे निराश होकर अपने घर लौट रहे हैं। इसलिए अग्निवीर भर्ती में इन मानकों की जांच कराई जाए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

लोनिवि व सिंचाई विभाग के अधिकारी नियमित करें पुलों की निगरानी: महाराज
प्रदेश में बारिश से हुए नुकसान को लेकर लोक निर्माण, सिंचाई, जलागम मंत्री सतपाल महाराज ने अधिकारियों को प्रभावित क्षेत्रों ने सहायता पहुंचाने के साथ-साथ खाद्यान सामग्री भी पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने अतिवृष्टि के चलते मालदेवता, बांदल घाटी स्थित सरखेत और यमकेश्वर सहित अन्य स्थानों पर हुई जानमाल की पर क्षति चिंता जाहिर की। साथ ही लोक निर्माण विभाग अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जितने भी पुल हैं, उनका लगातार निरीक्षण किया जाए। महाराज ने जिलाधिकारी पौड़ी से वार्ता कर निर्देश दिए कि यमकेश्वर के प्रभावित क्षेत्रों में लेखपाल को भेजकर रिपोर्ट तैयार करवाई जाए। ताकि लोगों को आंशिक सहायता के साथ-साथ खाद्यान्न पहुंचाया जा सके। उन्होंने कहा कि वह शीघ्र ही इस संबंध में पूरी रिपोर्ट तैयार कर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को सौंपेंगे। जिसमें नदियों के चैनेलाइजेशन के विषय में भी कहा जाएगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

महाराज ने जागड़ा में 20 हजार लोगों के भंडारे को भिजवाई खाद्य सामग्री
कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने हनोल स्थित जागड़ा मेले को राजकीय मेला घोषित करने के साथ-साथ इस दौरान होने वाले भंडारे के लिए अपनी ओर से खाद्य सामग्री भी मंदिर समिति को भिजवाई है। साथ ही उन्होंने हनोल में 30-31अगस्त 2022 को होने वाले जागड़ा मेले के भव्य इंतजाम करने और मंदिर को फूलों से सजाने के एसडीएम सौरव असवाल को निर्देश दिए हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

मेले की व्यवस्थाओं के साथ-साथ वहां आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सुचारु बस सेवा संचालन के लिए महाराज ने जहाँ एक ओर प्रदेश में हनोल पहुँचने के लिए बसों की व्यवस्था की बात कही है, वहीं उन्होने हिमाचल के परिवहन मंत्री विक्रम सिंह से हिमाचल से हनोल आने वाले लोगों के लिए शिमला से भी बस की व्यवस्था करने का अनुरोध किया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

जागड़ा महोत्सव में देवता के दरबार में रात्रि जागरण के लिए हजारों की संख्या में लोग यहां आते हैं और पूरी रात लोक नृत्य के माध्यम से महासू देवता की स्तुति करते हैं। इस दौरान भंडारे का भी आयोजन किया जाता है। कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने जागड़ा के दौरान होने वाले भंडारे के लिए अपनी ओर से 20 हजार लोगों के लिए खाद्य सामग्री और 1000 कंबल भी मंदिर समिति को दिए हैं।

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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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