कैबिनेट मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने किया बीज बम अभियान सप्ताह का औपचारिक शुभारंभ
खेल खेल में पर्यावरण संरक्षण एवं मानव और वन्य जीवों के बीच बढ़े संघर्ष को कम करने के लिए हिमालय पर्यावरण जड़ी बूटी एग्रो संस्थान जाड़ी की ओर से शुरू किए गए बीज बम अभियान सप्ताह का आज उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने अपने आवास में वर्चुअल शुभारंभ किया। ये अभियान नौ जुलाई से आरंभ हो चुका है। इसलिए आज इसका औपचारिक उद्घाटन किया गया। बीज बम अभियान में जन भागीदारी बढ़ाने और ज्यादा से ज्यादा लोगों को इससे जोड़ने के उद्देश्य से संस्थान की ओर से 9जुलाई से 15 जुलाई तक बीज बम अभियान सप्ताह मनाया जा रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस अभियान से भारत के 18 राज्यों, पड़ोस के 4 देशों में नेपाल, श्रीलंका, साउथ अफ्रीका, बांग्लादेश के लोग भी जुड़े हैं। इस मौके पर कैबिनेट मंत्री ने कहा कि मानव और वन्य जीवों एक दूसरे के पूरक है। इस धरती पर जितना हमारा अधिकार है, उतना ही वन्य जीवो का है। वन्य जीवों के लिए जब वनों में जब भोजन नहीं मिल पाता तो वे हमारी बस्ती में आते हैं। इसके दुष्प्रभाव आज कई स्थानों पर देखने को मिल रहे हैं। इसके समाधान के लिए द्वारिका प्रसाद सेमवाल लगे हैं। उनकी प्रेरणा से शिक्षा विभाग आज अभियान से जुड़ा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि यह बहुत ही यूनिक कार्य है। बड़ी बात है कि इसमें किसी तरह का खर्च नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 40 लाख छात्र छात्राएं है । प्रत्येक छात्र दो दो बीज बम बनाए और जंगलों में डाले तो अभियान को मजबूती मिलेगी। जंगल फिर से हरे भरे हो जाएंगे। उन्होंने सभी स्कूलों, विश्वविद्यालयों को अभियान से जुड़ने की बधाई दी। उन्होंने बीज बम और संस्थान के गढ़ भोज को पाठ्यक्रम में जोड़ने की बात कही। साथ ही अभियान के लिए द्वारिका प्रसाद सेमवाल को शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बीज बम अभियान के प्रणेता द्वारिका प्रसाद सेमवाल ने कहा कि कुछ साथीयों के साथ शुरू किया गए अभियान से देश विदेश के हजारों लोग जुड़े हैं। अब बीज बम अभियान को शिक्षा से जोड़ने के प्रयासों को आगे बढ़ाने से पर्यावरण संरक्षण की दिशा में सार्थक कदम होगा। कार्यक्रम का संचालन करते हुए डॉ अरविंद दर्मोडा ने बीज बम अभियान और गढ़ भोज को से स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल करने की मांग की। कार्यक्रम में उत्तराखण्ड, हिमाचल, उत्तरप्रदेश, अंडमान निकोबार, छतिसगढ़, दिल्ली, पंजाब कुल 28 राज्यो सहित, श्रीलंका, नेपाल, बांग्लादेश एवं साउथ अफ्रीका आदि देशों के लोग व सामाजिक संगठन जुड़े रहे। इस अवसर पर प्रो. यतीश वशिष्ठ, वेदव्रत शर्मा, बीजेपी के पूर्व प्रदेश मंत्री सुरेश भट्ट, सहकारी संघ के अध्यक्ष मातवर सिंह, गंगा बहुगुणा, वीरेंद्र वशिष्ठ , संजय बलोदी आदि मौजूद रहे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बीज बम बनाने की विधि
मिट्टी, कम्पोस्ट, कागज की लुगदी को मिला कर छोटे छोटे गोले बनाऐ। गोलो के अंदर 2 बीज डाले जाते हैं। बीज क्षेत्र विशेष व बुआई समय के अनुरूप होने चाहिए। गोलों को छाव में रखने के बाद तीन से चार दिन बाद उन स्थानों पर फेंका जाता है, जहां पेड़ पौधे उगाने हों।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।