Loksaakshya Social

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

February 6, 2025

मीडिया संस्थानों के वरिष्ठ पत्रकारों का बायकाट से उजागर हुआ कांग्रेस का नफरती चेहरा: मनवीर सिंह चौहान

उत्तराखंड भाजपा ने विपक्षी गठबंधन इंडिया की ओर से मीडिया संस्थानों से जुड़े वरिष्ठ पत्रकारों के बायकॉट की कड़ी निन्दा की। पार्टी ने इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के प्रति कांग्रेस के नफरत भरा चेहरा और असलियत बताया है। बीजेपी के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने आरोप लगाया कि एक बार पुनः साबित हुआ है कि आपातकाल में प्रेस की आजादी समाप्त करने की अपराधी और मुहब्बत की दुकान का दावा करने वाली कांग्रेस के मन में पत्रकारों के प्रति इतनी नफरत भरी है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

पार्टी मुख्यालय में मीडिया के सवालों का ज़बाब देते हुए उन्होंने कहा कि बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि जो लोग देश दुनिया में अभिव्यक्ति का गला घोटने के झूठे आरोप लगाते फिर रहे हैं, अब वही उनको आइना दिखाने वाले पत्रकारों का विरोध कर रहे है। एक ओर वह मोहब्बत की दुकान चलाने का दावा कर रहे हैं और दूसरी तरफ उनके मन में पत्रकारों के प्रति इतनी नफरत भरी है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उन्होंने कहा कि इस गठबंधन के सभी नेता लोकतंत्र के दमन का शोर मचा रहे हैं और स्वयं लोकतंत्र के ही चौथे स्तंभ के प्रति घृणित मानसिकता से ग्रस्त हैं। कांग्रेस ही वह पार्टी है, जिसने आपातकाल लागू कर देश में लोकतंत्र समाप्त करने का अपराध किया था। इनके डीएनए में ही घमंड और तानाशाही है। इतिहास के काले अध्याय में वह दौर दर्ज है जब न्यायालय का आदेश तत्कालीन प्रधानमंत्री के खिलाफ आने पर कांग्रेस ने समूचे देश के मौलिक अधिकारों को हड़प कर सजा दी थी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उन्होंने कहा कि आज उनके ही नेतृत्व वाले गठबंधन में सच और आलोचना सुनने की क्षमता नहीं है। यही कारण है कि उन्होंने देश के तमाम बड़े पत्रकारों के सामने जाने से ही इंकार कर दिया है। चौहान ने आरोप लगाते हुए कहा कि घमंडी गठबंधन की समन्वय समिति की पहली बैठक में ही प्रेस की आजादी को प्रभावित करने वाला यह निर्णय सामने आया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि डीएमके के नेता तो पहले ही खुलासा कर चुके हैं कि सनातन संस्कृति का विरोध गठबंधन की नीति का हिस्सा है। ऐसे में अब देश के अनेकों शीर्ष पत्रकारों का सार्वजनिक बहिष्कार यह दर्शाता है कि भविष्य में लोकतंत्र हरण उनके सैद्धांतिक और वैचारिक नीति का अहम हिस्सा बनने वाला है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने जो गलती पूर्व मे की वह उसका पश्चाताप के बजाय और मजबूती से पूर्व मे लिए गए दुखद निर्णय को सही ठहराने की कोशिश कर रही है जो कि निराशाजनक है।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो।

+ posts

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page