‘बधाई हो’ की दादी और बालिका वधू की दादी सा सुरेखा सीकरी का निधन, उत्तराखंड के इन जिलों में बीता बचपन
पॉपुलर शो बालिका वधू समेत कई बड़े शोज और फिल्मों का हिस्सा रहीं दिग्गज अदाकारा सुरेखा सीकरी का 75 साल की उम्र में निधन हो गया है। मुंबई में शुक्रवार 16 जुलाई की सुबह दिल का दौरा पड़ने की वजह से उनका निधन हो गया।

राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार विजेता सुरेखा सीकरी ने बधाई हो में दादी के किरदार से जमकर सुर्खियां बटोरी थीं और दर्शकों का दिल जीतने में कामयाब रही थीं। इसके अलावा सुरेखा सीकरी ने बालिका वधू में दादी सा का किरदार निभाया था। इसे भी खूब पसंद किया गया था। सुरेखा सीकरी के निधन पर शोक जताते हुए बॉलीवुड एक्ट्रेस दिव्या दत्ता ने ट्वीट किया है और लिखा कि- भगवान आपकी आत्मा को शांति दे सुरेखा जी। मैं आपको हमेशा याद करती रहूंगी। बहुत बड़ा नुकसान! आपका टैलेंट कमाल का था।
सुरेखा सीकरी का बचपन
सुरेखा सीकरी का जन्म उत्तर प्रदेश में हुआ और उनका बचपन उत्तराखंड के अल्मोड़ा और नैनीताल में बीता। उनके पिता एयरफोर्स में थे और मम्मी टीचर। 1971 में सुरेखी नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (एनएसडी) से पास आउट हुईं। मुंबई जाने से पहले लंबे समय तक उन्होंने एनएसडी के साथ काम किया। 1989 में उन्हें संगीत नाटक अकेडमी अवार्ड से भी नवाजा गया था।
फिल्मी करियर
सुरेखा सीकरी ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत 1978 की फिल्म किस्सा कुर्सी का से की थी। यही नहीं उन्हें तमस (1988), मम्मो (1995) और बधाई हो (2018) के लिए बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस के राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से भी नवाजा जा चुका था। सुरेखा सीकरी ने ‘बालिका वधू’ सीरियल में दादी सा का किरदार निभाया था। इस किरदार से उन्होंने जमकर लोकप्रियता हासिल की थी।
यूपी से संबंध रखती हैं सुरेखा
उत्तर प्रदेश में जन्मी सुरेखा ने अपना बचपन अल्मोड़ा और नैनीताल में बिताया। इस एक्ट्रेस ने अलीगढ़ मुस्लिम युनिवर्सिटी से पढाई की। इसके बाद उन्होंने दिल्ली में नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा ज्वाइन किया। सुरेखा को 1989 में संगीत नाटक एकेडमी अवार्ड भी मिल चुका है।
Bhanu Bangwal
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।