नारियल फोड़ने के बाद सफेद पानी की जगह निकलने लगा खून, जानिए विधि
हाथ में लेकर पानी से भरा जटा वाला नारियल फोड़ने पर यदि सफेद पानी की जगह खून जैसा तरल निकले तो इसे हम क्या कहेंगे। देखने वाला तो इसे चमत्कार मानेगा या फिर टोटका। पर ऐसा नहीं है। हम भी इसे कर सकते हैं। इसके पीछे भी विज्ञान है।
विज्ञान हमें बहुत कुछ सीखाता है। साथ ही भ्रांतियों को भी दूर करता है। विज्ञान के छोटे-छोटे प्रयोग करके हम बच्चों का ज्ञान भी बढ़ा सकते हैं। ऐसे में उन्हें विज्ञान भी रोचक लगने लगेगा। आइए हम यहां पर आपको नारियल के भीतर से लाल तरह पदार्थ निकालने की विधि सिखाते हैं।
आवश्यक सामग्री
पानी से भरा जटा वाला नारियल, चने के दाने के बराबर सोडियम का टुकड़ा, सलाई का कोई नुकीली कील, एक चुटकी पोटेशियम परमैंग्नेट, एक गिलास पानी लेकर हम यह प्रयोग कर सकते हैं।
यह है विधि
एक पानी वाला नारियल जटाओं सहित लेते हैं। इसके ऊपर के खोल पर तीन आंखें होती हैं। इनमें से किसी एक आंख में सलाई से छेद कर उसमें पोटेशियम परमैंग्नेट आधी चुटकी भर डाल देते हैं। साथ ही इसे अच्छी तरह हिला लेते हैं। फिर ऊपरी जटाओं में सोडियम का टुकड़ा छिपा लेते हैं। जटाओं को इस प्रकार आपस में मरोड़ते हैं कि सोडियम का टुकड़ा बाहर न गिरे।
ये सब हम किसी को चमत्कार दिखाने से पहले चुपके से करते हैं। फिर देखने वाले को लुभावनी बातों में उलझाते हैं कि हमने नारियल में भूत बंद कर दिया। अब उसे जलाकर खत्म कर देंगे। फिर नारियल को ऐसे पकड़ते हैं कि सोडियम वाला हिस्सा ऊपर रहे और हमारा हाथ नीचे। इसके बाद नारियल के ऊपरी हिस्से में पानी डालते हैं तो आग की लपटे निकलने लगेंगी। इसके बाद नारियल को सख्त धरातल पर पटक कर तोड़ देते हैं। भीतर से सफेद पानी की जगह खून जैसा लाल रंग निकलेगा।
वैज्ञानिक तथ्य
यह एक साधारण क्रिया है, जो कौशल पर आधारित है। सोडियम पानी के संपर्क में आने से जलने लगा है। पोटेशियम परमैंग्नेट के कारण नारियल के भीतर का सफेद पानी लाल रंग का हो जाता है।
ये बरतें सावधानियां
नारियल जटाओं वाला होना चाहिए। इसके भीतर पानी भी होना चाहिए। नारियल में छिद्र करते समय सावधानी बरतें। साथ ही जटाओं से छिद्र को छिपा दें। पोटेशियम परमैंग्नेट पाउडर के रूप में होना चाहिए। सोडियम का प्रयोग करने से पहले उसे मिट्टी से तेल में भिगोकर रखना चाहिए। सोडियम का आकार चने के दाने से बड़ा न हो।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।