ईंट भट्टे की चिमनी में धमाका, सात की मौत, दो दर्जन से अधिक मलबे में दबे

घटना के बाद आसपास के लोगों में भगदड़ मच गई। राहत और बचाव कार्य जारी है। स्थानीय पुलिस और अधिकारियों की टीम मौके पर मौजूद है। घायलों की स्थिति भी बेहद गंभीर है। आसपास के लोगों का कहना है कि ब्लास्ट की आवाज काफी दूर तक सुनाई दी थी। बिहार पुलिस मुख्यालय की तरफ से बताया गया है कि हादसे के बाद SDRF की टीम ने घटनास्थल पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। मरने वालों में 4 स्थानीय लोग थे और 3 उत्तर प्रदेश के निवासी थे। पुलिस लगातार सहयोग कर रही है और जरूरी मदद पहुंचा रही है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
50 से 60 लोग कर रहे थे काम
एक घायल व्यक्ति ने बताया कि ईंट चिमनी भट्ठा में 50 से 60 लोग काम कर रहे थे। अचानक हुए धमाका में वहां मौजूद कई लोगों की दबने की आशांका है। कई की हालत काफी खराब हैं। वहीं, सूचना मिलते ही पुलिस की टीम घटनास्थल पर कैंप कर रही है। घायलों को निकालने में जुटी हुई है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
भोज का भी किया गया था आयोजन
स्थानीय लोगों ने बताया कि इस साल का ईंट भट्ठा चिमनी का पहला फूंक था, जिसकी शुरूआत के लिए भोज का भी आयोजन किया गया था, तभी अचानक चिमनी में जोरदार आवाज के साथ ब्लास्ट हो गया और चिमनी टूटकर गिर गया। इससे कई लोग नीचे दब गए। इलाज के लिए लोगों को रामगढ़वा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। वहीं, बेहद गंभीर हालत वाले लोगों को रक्सौल के एसआरपी हॉस्पिटल में भेज दिया गया। अस्पताल के निदेशक डॉ. सुजीत कुमार ने बताया कि सभी मरीजों की हालत काफी गंभीर है।

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।